12 जून को ईलाज के लिए पीजीआई आई थी पूर्व उपराज्यपाल चन्द्रावती. नहीं हुआ सही ईलाज परिजनों ने देर रात कराया निजी अस्पताल में भर्ती. गैर हाजिर मिले आपातकालीन विभाग के सीएमओ, छह माह को निलंबित. रोहतक। पुडुचेरी की उपराज्यपाल चन्द्रावती के ईलाज में कोताही के मामले में पीजीआई प्रबंधन ने आपातकालीन विभाग के सीएमओ को छह माह के लिए निलंबित कर दिया है। दरअसल 12 जून को पूर्व उपराज्यपाल 92 वर्षीय चन्द्रावती को कुल्हे में चोट के चलते चरखी दादरी स्थित उनके आवास से परिजन पीजीआई लेकर पहुंचे थे, लेकिन बार बार गुहार करने के बावजूद भी पूर्व उप राज्यपाल को सही से ईलाज नहीं मिला और परिजनों ने उसे निजी अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा था। परिजनों ने आरोप लगाया कि बार-बार बताने के बावजूद ईलाज ठीक से नहीं किया गया और ना ही उन्हें प्रोटोकॉल के हिसाब से वीआईपी कमरा मिला। मामला स्वास्थ्य मंत्री तक पहुंचा था, जिसको लेकर तीन सदस्यीय जांच कमेटी गठित की गई थी। जांच कमेटी ने माना कि पूर्व उप राज्यपाल चन्द्रावती के ईलाज में कोताही बरती गई है और उस दौरान आपातकालीन विभाग के सीएमओ डॉ. कुलदीप डयूटी पर नहीं थे। जांच रिपोर्ट के आधार पर पीजीआई प्रबंधन ने आपातकालीन विभाग के सीएमओ डॉ. कुलदीप को छह माह के लिए निलंबित किया है। पीजीआई प्रबंधन ने भी माना है कि सीएमओ की लापरवाही रही है। पुडुचेरी की पूर्व उपराज्यपाल के ईलाज में कोताही के मामले में सीएमओ को निलंबित कर दिया गया । जांच कमेटी ने माना कि पूर्व उप राज्यपाल चन्द्रावती के ईलाज में कोताही बरती गई है और उस दौरान आपातकालीन विभाग के सीएमओ डॉ. कुलदीप डयूटी पर नहीं थे। जांच रिपोर्ट के आधार पर पीजीआई प्रबंधन ने आपातकालीन विभाग के सीएमओ डॉ. कुलदीप को छह माह के लिए निलंबित किया है। पीजीआई प्रबंधन ने भी माना है कि सीएमओ की लापरवाही रही है। Post navigation नगरपालिका, झज्जर को मिला नगर परिषद का दर्जा ऐप भले ही हुए बैन, पहले की तरह चलते रहेंगे चाइनीज फोन