महामंडलेश्वर धर्मदेव का संकल्प बुधवार को होगी पहली दत्तक पुत्री की विदाई

आश्रम हरि मन्दिर संस्कृत महाविद्यालय पटौदी का शताब्दी वर्ष.
24 से 30 तक होंगे 101 कन्याओं के विभिन्न स्थानों पर विवाह.
महामंडलेश्वर स्वामी धर्मदेव महाराज करेंगे अपना संकल्प पूरा
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फतह सिंह उजाला

पटौदी। समय बलवान है, इसके अनुरूप ही सभी कार्य पूर्ण भी होते रहे हैं। अंततः वह घड़ी भी आ ही गई, जब करीब 4 वर्ष पहले किये गए संकल्प को महामंडलेश्वर स्वामी धर्मदेव महाराज के द्वारा पूरा किया जाएगा। महामंडलेश्वर धर्मदेव के शब्दों में साधु, संत, सन्यासी, तपस्वी का अपना कोई जीवन नहीं होता, ऐसे व्यक्ति केवल और केवल परमार्थ सहित लोक कल्याण के हितार्थ ही समर्पित होते हैं।

4 वर्ष पहले महामंडलेश्वर स्वामी धर्मदेव ने आश्रम हरि मन्दिर संस्कृत महाविद्यालय के शताब्दी वर्ष के मौके पर 101 दत्तक पुत्रियों अर्थात कन्याओं के भव्यतम सामुहिक विवाह समारोह आयोजित करने का संकल्प किया था। इसकी बीते करीब एक वर्ष से भव्यता के मुताबिक तैयारियां भी जारी थी। कि इसी बीच में कोरोना कोविड 19 जैसी महामारी के कारण मानव जीवन की सुरक्षा और स्वास्थ्य को प्राथमिकता देते हुए सभी 101 विवाह के आयोजन की रूप रेखा भी समय के चक्र ने बदलवा डाली। लेकिन महामंडलेश्वर स्वामी धर्मदेव के संकल्प में कोई बदलाव नहीं आया।

अब संकल्प को पूरा करने की घड़ी आ चुकी है और बुधवार को महामंडलेश्वर स्वामी धर्मदेव अपने उाउा गुरू ब्रहमलीन स्वामी अमर देव, गुरू स्वामी कृष्णदेव की कर्म और पतोस्थली आश्रम हरिमंदिर संस्कृत महाविद्यालय परिसर में बेहद सादगी के बीच संकल्प के मुताबिक पहली दत्तक पुत्री का विवाह संपन्न करा कर वर-वधु को अपना आशिर्वाद देकर विदा करेंगे। ऐसे आयोजन के तौर पर 24, 25, 26 जून 2020 को सुबह और शाम के समय शगुन के रूप में 1-1 विवाह का ही आयोजन होंगा । अधिक भीड़ करना नहीं है। महामंडलेश्वर स्वामी धर्मदेव के शिष्य अभिषेक बंगा के मुताबिक  फिर भी पूज्य गुरुदेव का कहना कि यदि कोई कोरोना को ध्यान में रखते हुए निर्धारित किये गए नियमों का पालन करते हुए आश्रम में अपनी सुगमता से आ सकता है तो मना भी नहीं है।

तीन दिन तक सुबह 9 से 12 बजे तथा शाम 7 से 9 बजे तक अति सीमित युगलों का वैवाहिक कार्यक्रम आश्रम परिसर में सम्पन्न किआ जाएगा । शेष 12 शादियाँ भूरारानी (उत्तराखण्ड) तथा 12 शादियाँ बिलासपुर (उत्तरप्रदेश) में 28, 29, 30 जून को की जायेंगी, 3 शादियाँ परमहंस आश्रम, वृन्दावन, 1 शादी गोन्दर जिला-करनाल में तथा 2 शादियाँ परमगुरुदेव ब्रह्मलीन स्वामी अमरदेव महाराज की जन्मभूमि गाँव-कन्सुहाँकलाँ (पटियाला) गुरुद्वारे में की जायेंगी। 8 शादियाँ पूज्यचरण  स्वामी रामानन्द महाराज (आदिबद्री वालों) की देखरेख में गाँव-अर्चना जिला- होशंगाबाद (मध्यप्रदेश) में की जायेंगी। इनके अतिरिक्त शेष बची 52 शादियाँ सम्बन्धित परिवार अपने-अपने घरों में सम्पन्न करेंगे। कन्याओं को घर की जरूरत का दिया जाने वाला समस्त सामान पाटौदी संस्था में आ चुका है। पूज्य गुरुदेव महामंडलेश्वर स्वामी धर्मदेव ने कहा कि बेटियों के लिए जो संकल्प हो चुका है वह हर हालत में पूरा करना ही है (पूज्य गुरुवर अपने गुरुजनों एवं भक्तों पर बहुत भरोसा करते हैं) अब संस्था द्वारा यह संकल्प पूरा हो ही रहा है ।

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