मीडिया से बातचीत में कई मुद्दों पर की चर्चाकोरोना के बढ़ते मामले चिंताजनक, समय रहते जागे सरकार- हुड्डाबर्खास्त 1983 पीटीआई की बहाली के लिए रास्ता निकाले सरकार- हुड्डामहज 12 दिन में 7 रुपये से ज्यादा बढ़े तेल के दाम, जनता महंगाई से त्रस्त- हुड्डा 19 जून, रेवाड़ीः पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा आज रेवाड़ी पहुंचे। उन्होंने वरिष्ठ कांग्रेस नेता और पूर्व मंत्री कैप्टन अजय यादव की माता जी के निधन पर शोक प्रकट किया। शोक संतप्त परिवार से मिलकर उन्होंने अपनी संवेदनाएं ज़ाहिर की। इसके बाद पत्रकारों से बातचीत हुड्डा ने लद्दाख में शहीद हुए जवानों को भी नमन किया। उन्होंने कहा कि दुख की इस घड़ी में पूरा देश शहीद परिवारों और देश की सेना के साथ खड़ा है। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि हरियाणा में जिस गति से कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं, वो चिंताजनक है। इसलिए सरकार को समय रहते जाग जाना चाहिए। अगर ऐसा नहीं होता है तो हरियाणा में भी हालात दिल्ली, गुजरात या मुम्बई जैसे हो सकते हैं। सरकार को संक्रमण की रोकथाम के लिए और सख्त क़दम उठाने की ज़रूरत है। यहां भी दिल्ली की तरह टेस्टिंग तीन गुणा करने और टेस्ट के रेट आधे होने चाहिए। नौकरी से बर्खास्त 1983 पीटीआई को लेकर हुड्डा ने आग्रह किया कि सरकार को फौरन कोई रास्ता निकालना चाहिए। हमारी सरकार के दौरान भी गेस्ट टीचर्स के मामले में सुप्रीम कोर्ट और हाईकोर्ट ने उन्हें नौकरी से निकालने के आदेश दिए थे। लेकिन सरकार ने अपनी शक्तियों और क़ानूनी प्रावधानों का इस्तेमाल कर गेस्ट टीचर्स की नौकरी बचाए रखी। वो आज भी प्रदेश के स्कूलों में सेवाएं दे रहे हैं। मौजूदा सरकार को भी 1983 पीटीआई की नौकरी बचाने के लिए अपनी विधायी शक्तियों का इस्तेमाल करना चाहिए। क्योंकि सरकार का काम रोजगार देना होता है, रोजगार छीनना नहीं। पंचायती जमीन पर धान पाबंदी पर हाई कोर्ट के स्टे का भी पूर्व मुख्यमंत्री ने स्वागत किया। उन्होंने कहा कि पंचायती ज़मीन पर पाबंदी के फैसले को सरकार की तरफ से ख़ुद ही वापिस ले लेना चाहिए। उसे कोई भी योजना बनाते हुए हालात और जनहित का ख्याल रखना चाहिए। जल संरक्षण के लिए दादुपुर नलवी जैसी योजनाओ को आगे बढ़ाने की ज़रूरत है, ना कि किसानों पर पाबंदी लगाने की। भूपेंद्र हुड्डा ने पेट्रोल और डीजल की रोज़ बढ़ रही कीमतों को लेकर सरकार की आलोचना की। उन्होंने कहा कि महामारी के दौर में पहले ही रोजगार और काम-धंधे कम हो गए हैं। आम जनता आर्थिक तंगी का सामना कर रही है। ऊपर से सरकार उनपर महंगाई का बोझ बढ़ा रही है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम निचले स्तर पर हैं लेकिन इसका फ़ायदा लोगों को देने की बजाए रोज़ दाम बढ़ाए जा रहे हैं। 12 दिनों में पेट्रोल-डीजल की कीमतों में 7 रुपए 67 पैसे प्रति लीटर तक बढ़ोतरी की जा चुकी है। इसका सबसे ज्यादा असर किसान और आम आदमी पर पड़ रह है। आपको बता दें कि भूपेंद्र सिंह हुड्डा के साथ इस मौक़े पर पार्टी नेता पूर्व केंद्रीय मंत्री जय प्रकाश, पूर्व विधायक राव धर्मपाल, ललित नागर, राव यादवेंद्र ,जितेन्द्र भारद्वाज और एमएल रंगा भी मौजूद थे। Post navigation महेंद्र सिहाग ने कोरोना रीलिफ फंड में किया 1 लाख रुपए का चेक भेंट आज से भाजपा का तीन दिन का सैनेटाइजर और मास्क वितरण अभियान शुरू