चंडीगढ़,10 जून। सांकेतिक प्रदर्शनों के बावजूद स्वास्थ्य विभाग द्वारा 3200 सिक्योरिटी गार्ड समेत 10 हजार से अधिक ठेका कर्मियों की छंटनी करने की हठधर्मिता के खिलाफ ठेका कर्मियों ने प्रदेशव्यापी आंदोलन का बिगुल बजा दिया है। आंदोलन के निर्णयानुसार ठेका कर्मचारी 11 से 22 जून तक मुख्यमंत्री, सभी कैबिनेट एवं राज्य मंत्री, नेता प्रतिपक्ष और विधायकों एवं सांसद सदस्यों के आवासों पर प्रर्दशन करते हुए छंटनी के खिलाफ ज्ञापन सौंपे जाएंगे।

इसके बावजूद विभाग ने पहली जुलाई से ठेका कर्मचारियों की छंटनी न करने का भरोसा नहीं दिया तो सभी ठेका कर्मचारी कामकाज छोड़कर 23 जून से सभी सामान्य हस्पतालों में अनिश्चितकालीन धरने पर बैठ जाएंगे। इस घोषित आंदोलन का नोटिस सभी संबंधित को मेल व ट्विटर के जरिए बुधवार को भेज दिया गया है। इससे पहले भी यह ठेका कर्मचारी 3 जून को सभी पीएचसी व सीएचसी और 7 जून को सभी सामान्य हस्पतालों, पीजीआईएमएस, मेडिकल कॉलेज व आयुर्वेद में सांकेतिक प्रर्दशन कर स्वास्थ्य मंत्री को संबोधित ज्ञापन उपायुक्तों को सौंप चुका है।

सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा के प्रदेशाध्यक्ष सुभाष लांबा व महासचिव सतीश सेठी एवं मजदूर संगठन सीआईटीयू हरियाणा के प्रधान सुरेखा व महासचिव जय भगवान ने बिगड़ती कोविड 19 स्थिति के बीच कोविड 19 के योद्धाओं डाक्टरों के साहयक ठेका स्टाफ की छंटनी करने के फैसले को दुर्भाग्यपूर्ण एवं शर्मनाक बताते हुए धोषित आंदोलन का पुरजोर समर्थन करने का ऐलान कर दिया है।

दोनों संगठनों के नेताओं ने कैबिनेट मंत्री अनिल विज के द्वारा 7 जून को ठेका कर्मचारियों के छंटनी के खिलाफ दिए जाने वाले ज्ञापन को लेने से इंकार करने और 3200 सिक्योरिटी गार्ड को निकाला जाएगा और बाकी पदों पर लगें ठेका कर्मचारियों का फैसला नया ठेकेदार करेगा, सरकार इसमें कुछ नही कर सकती के बयान को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए घोर निन्दा की। उन्होंने मंत्री के शीध्र स्वास्थ होने की कामना भी की।

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