एचसीए चेकमेट कोरोना वायरस इंटर स्टेट ऑनलाइन शतरंज चैंपियनशिप शुरू,

शह-मात के युद्ध में जुटे कई प्रदेशों के 170 खिलाड़ी,
ऑनलाइन शतरंज की बिसात पर खिलाड़ी दे रहे कोरोना को मात,

 11 जून, हरियाणा शतरंज एसोसिएशन (एचसीए) के स्वस्थ, उज्जवल, नवीन और सुरक्षित शतरंज की स्थापना मिशन के तहत एचसीए चेकमेट कोरोना वायरस इंटर स्टेट ऑनलाइन शतरंज चैंपियनशिप बुधवार से शुरू हो गई। चैंपियनशिप में हरियाणा, राजस्थान, दिल्ली, मध्य प्रदेश व पंजाब समेत 10 से अधिक प्रदेशों के 170 से अधिक खिलाड़ी हिस्सा ले रहे हैं। स्पर्धा के सभी मुकाबलें लाइव हुये जिनका सीधा प्रसारण डब्ल्यूडब्ल्यूडब्ल्यू डॉट इंडियनचेस डॉट ओआरजी पर देखा जा सकता हैं।

सर्वाधिक मुकाबले जीतने वाला होगा विजेता
हरियाणा शतरंज एसोसिएशन (एचसीए) के प्रदेश महासचिव कुलदीप ने बताया कि मुकाबलें सुबह 9 बजे से खेले गए। प्रत्येक मैच में 7 मिनट व 3 सेकंड का इंक्रीमेंट समय दिया गया। कई रोचक मुकाबले देखने को मिले जिससे ऊ पर के स्थानों पर उलटफेर हुआ। कई दौर के मुकाबले के बाद नेशनल खिलाडिय़ों ने शह-मात के युद्ध में शानदार खेल का प्रदर्शन कर दबदबा बनाए रखा। वही खिलाड़ी विजेता होगा जो एचसीए के नियमानुसार सर्वाधिक मुकाबले जीतेगा। सेमीफाइनल व फाइनल चक्र के मुकाबले आयोजित हुये। स्पर्धा के विजेताओं को एचसीए की ओर से प्रमाण-पत्र दिए जाएंगे।

ये रहे परिणाम
उच्च वरीयता प्राप्त नेशनल खिलाडी शीर्ष पर पहुंचे। विजय शर्मा, सत्या, आशीष, साहिल 20-20 अंक, नवीन 18 अंक, रोहतक की प्रिया मित्तल 16 अंक, अनमोल 14 अंक, भव्य 14 अंक, कुनाल 12 अंक, रोहतक के एड़वोकेट मुकेश 10 अंक, विकास व प्रियांशु 10-10 अंक, मध्य प्रदेश की मोमिना खान 8 अंक, दिल्ली के सुदर्शन भारद्वाज 8 अंक, भिवानी के रंजन परिहार 8 अंक, भिवानी के प्रवीण मारवाल 7 अंक, मध्य प्रदेश की अनुराधा 2 अंक ने अपने-अपने मुकाबले जीतकर बढत लेकर अगले राउंड में प्रवेश किया।

एचसीए ने आपदा को अवसर में बदला
कोरोना वायरस के कारण दुनियाभर में खेल प्रतियोगिताएं ठप्प पड़ी है। लेकिन इस संकट ने शतरंज के लिये बेहतर अवसर पैदा कर दिया है। एचसीए ने टेक्नोलॉजी की बदौलत इस आपदा को अवसर में बदल दिया है। हम सुरक्षित रहते हैं, हम रचनात्मक रहते हैं तथा हम ऑनलाइन शतरंज खेलते हैं इस नारे के साथ एचसीए ऑनलाइन शतरंज स्पर्धा का आयोजन किया जा रहा है। खिलाडिय़ों को ऑनलाइन शतरंज खेलना बहुत पसन्द है क्योकि इससे वो काफी रिलैक्स महसूस करते है। चैंपियनशिप के शुरू में एचसीए महासचिव कुलदीप ने खिलाडिय़ों को ऑनलाइन तरीके से शतरंज के नए नियमों से अवगत कराया।

शतरंज स्कूली पाठ्यक्रम में शामिल हो
इस दौरान एचसीए ने स्वस्थ, उज्जवल, नवीन और सुरक्षित शतरंज की स्थापना मिशन के तहत गुजरात, तमिलनाडू व गोवा की तरह हरियाणा में शतरंज को स्कूली पाठ्यक्रम में विषय के रूप में शामिल करने पर बल दिया।

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