चंडीगढ़, 9 जून- हरियाणा के गृहमंत्री अनिल विज ने कहा कि कबूतरबाजी और धोखाधड़ी से विदेश में भेजने वाले लोगों के खिलाफ 139 एफआईआर दर्ज की गई है। इसके तहत आरोपियों की धरपकड़ करते हुए पुलिस ने 11 लोगों को गिरफ्तार किया है तथा उनके कब्जे से एक कार और 10.52 लाख रुपए की नकदी बरामद की है।

विज ने कहा कि हरियाणा की धरती से कबूतरबाजी जैसे गोरखधंधे को पूरी तरह से समाप्त कर दिया जाएगा, जिसके लिए हालही में राज्य स्तर पर ऐसे मामलों की निगरानी एवं जांच करने के लिए च्विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया गया है। इस दल में एक पुलिस महानिरीक्षक की अध्यक्षता में 6 एसपी स्तर के अधिकारियों को शामिल किया गया है। यह टीम पूरे प्रदेश के युवाओं से धौखाधड़ी से लाखों रुपये ऐंठकर गैरकानूनी तरीके से विदेशों में भेजने वाले कबूतरबाजों की जांच करेगी। ऐसा ही मामला अमेरिकी जेलों में बन्द कुछ भारतीयों को भारत वापिस भेजने पर सामने आया था।

एसआईटी प्रमुख भारती अरोड़ा ने बताया कि इस संबंध में टीम को सख्त एवं त्वरित कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए है। इसके फलस्वरूप पुलिस ने प्रदेश के विभिन्न जिलों में छापेमारी करते हुए 11 लोगों को गिरफ्तार किया है। इनमें कैथल जिला से जगतार उर्फ जग्गी को गिरफ्तार करते हुए उसके कब्जे से 10 हजार नकद एवं एक कार बरामद की है। इसी प्रकार दो अलग अलग मामलों में इस्माईलाबाद के सोमनाथ को गिरफ्तार किया गया है और उसके कब्जे से 7.50 लाख की नकदी बरामद की है।

अरोड़ा ने बताया कि कैथल जिले की ढाण्ढ निवासी राजकुमार उर्फ राजू को 1.37 लाख रूपए तथा सीतामाई करनाल के जगदीश उर्फ जग्गी को 70 हजार रुपए सहित गिरफ्तार किया है। उन्होंने बताया कि उसी प्रकार बलदेव नगर अंबाला में दर्ज मामले में पटियाला निवासी लाभ सिंह उर्फ काका, जुंडला के रविन्द्र, मतलौडा के दीपक नरवाल, मधुबन के अनिल उर्फ महावीर, कबूलपुर खेड़ा असंध के हरदीप सिंह, असंध के राजेंद्र तथा इसराना के ओम प्रकाश को गिरफ्तार किया है। उक्त सभी सात आरोपियों से 85 हजार रुपए नकद बरामद किये है। इनके खिलाफ इमीग्रेशन एक्ट सहित विभिन्न धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है तथा आगे की जांच जारी है। उन्होंने बताया कि घरौंडा, निगदु, इंद्री तथा असंध में पीड़ितों लोगों की शिकायतों पर भी 4 मामले दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

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