भारत सारथी. गुरुग्राम। भारत सरकार द्वारा प्रायोजित (सीखो और कमाओ) नेशनल इंस्टिट्यूट फॉर टेक्नीकल ट्रेनिंग (एनआइटीटी) ने 45000 मास्क और बनाकर अपना लक्ष्य पूरा कर लिया है। निट के गुरुग्राम से अध्यक्ष उद्योगपति एवं समाजसेवी आनंद सतीजा ने यह जानकारी देते हुए बताया कि हरियाणा सरकार के हरियाणा स्किल डेवलपमेन्ट मिशन के सखा (सुरक्षा कवच अभियान) के तहत 20 लाख मास्क वितरित करने का लक्ष्य उन्होंने रखा था, जिसमें एक लाख की भागीदारी हमारी थी, जिसे हमने बाखूबी पूरा कर लिया है। उन्होंने बताया कि हमने अपने पहले चरण में एचएसडीएम को 50,000 मास्क बनाकर दिए थे।अब अपने दूसरे चरण में 45,000 मास्क एचएसडीएम के वाइस चांस्लर राज नेहरू को हैंड ओवर कर दिए हैं। उन्होंने बताया कि इस कार्य की शुरुआत 20 अप्रैल से की गई थी, और आज इसे पूरा कर लिया गया है। उन्होंने राज नेहरू का आभार व्यक्त किया कि उन्होंने कोरोना से युद्ध की इस मुहिम से उन्हें जोड़ा। इसके लिए कपड़ा एचएसडीएम की ओर से मिला बाकी इसे सिलकर देने की जिम्मेवारी उन्हें मिली। उन्होंने बताया कि जहां एक ओर पूरे देश में लॉकडाउन हो गया और कई लोग बेरोजगार हो गए, ऐसे में श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय के इस काम से कई बेरोजगारों को रोजगार मिला। उन्होंने बताया कि जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी देश के लिए दिन-रात एक किए हुए हैं, वहीं हमारा प्रयास तो उनके लिए एक छोटी-सी कोशिश भर है। उन्होंने कहा कि जहां कोरोना जैसी भयानक बीमारी को अपने देश से जड़ से भगाने और उससे मुकाबला करने के लिए एक नहीं कई हाथ संगठित होकर काम कर रहे हैं, वहां उनका ये प्रयास तो कुछ नहीं है। यहां बता दें कि इससे पहले भी सतीजा ने स्किल इंडिया के तहत कई महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाया था, वहीं इस बार हरियाणावासियों के लिए कोरोना जैसी भयावह बीमारी से बचाव के लिए मास्क बनवाकर कई बेरोजगारों को रोजगार भी दिया है। जहां एक ओर पूरा देश कोरोना जैसी बीमारी से जूंझ रहा है, वहीँ सतीजा ने ऐसे समय में घर में न बैठकर देश की सेवा में अपना योगदान देने का मन बनाकर न केवल स्वयं बल्कि अपने एक अनन्य मित्र विजय साहनी जोकि एनआइटीटी के (जे एंड के) के निर्देशक हे साथ मिलकर मोदी जी के सुरक्षा कवच योजना में अपना एक हाथ शामिल कर दिया है। सतीजा ने बताया कि इस लॉकडाउन में मैंने अपने यहां 40 लोगों, जिनमें कुछ महिलाएं भी हैं, को रोजगार देकर मोदी जी के भारतवर्ष को विश्वगुरु बनाने के सपने को साकार करने में अपनी एक छोटी सी कोशिश शामिल की है।सतीजा ने बताया कि उनका मित्र विजय जम्मू एंड कश्मीर का रहने वाला है और इससे पहले भी उन्होंने उनके सहयोग से कई काम किए हैं। उन्होंने बताया कि जब सभी काम धंधे बंद हो गए तो ऐसे समय का उन्होंने सदुपयोग करके समाजसेवा करने की ठानी। उन्होंने यह भी बताया कि इस दौरान वो कर्मचारियों के स्वास्थ्य और सोशल डिस्टेंसिग की भी पूरी पालना कर रहे हैं ताकि कोई कर्मचारी बीमार न हो जाए। हम स्वस्थ रहेंगे तभी तो एक स्वस्थ समाज का निर्माण करेंगे। Post navigation निगम का ठेका लेने वाली विदेशी कम्पनी इकोग्रीन का अनुबंध निरस्त कराने की मांग को लेकर दर्जनों संगठनों ने लिखा मुख्यमंत्री को पञ महाकाल मंदिर बोहड़ाकला में मंगल और शनि को रहेंगे बिठ्ठल गिरि