चंडीगढ़। गृह व स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने विभाग के अधिकारियों को डॉक्टरों की तुरंत भर्ती करने के आदेश दिए हैं। प्रदेश के सभी जिलों में कोरोना टेस्टिंग के लिए लैब स्थापित करने का फैसला लिया है। वर्तमान में राज्य में पांच प्राइवेट और 10 सरकारी लैब हैं। इन लैबों की क्षमता रोजाना 5300 टेस्ट करने की है। सभी जिलों में लैब स्थापित करने का फैसला इसीलिए लिया है ताकि सैम्पल के लिए लोगों को दूसरे जिलों में न जाना पड़े। सभी जिलों में लैब होने के बाद रिपोर्ट भी जल्दी आएगी। इससे सरकार का खर्चा भी बचेगा।

इमरजेंसी हालात को देखते हुए बिना किसी देरी के लैब स्थापित करने की प्रक्रिया शुरू करने के आदेश विभाग को दिए हैं। सरकार अनलॉक के साथ ही कोरोना के पॉजिटिव मरीजों की संख्या बढ़ेगी को मानकर चल रही है। कोरोना संक्रमण से निपटने के लिए अस्पतालों में सुविधाएं बढ़ाने के साथ-साथ डॉक्टरों की भर्ती की भी तैयारी हो गई है। सरकार ने इसी को ध्यान में रखते हुए पूरी प्लानिंग की है।

गृह व स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने विभाग के अधिकारियों को डॉक्टरों की तुरंत भर्ती करने के आदेश दिए हैं। एडहॉक पर 300 डॉक्टरों की भर्ती होनी है। इतना ही नहीं, स्वास्थ्य विभाग के आला अफसरों को राज्य के सभी सरकारी व प्राइवेट मेडिकल कॉलेजों के विद्यार्थियों का डाटा तैयार करने को कहा है। एमबीबीएस के चौथे व पांचवें वर्ष के विद्यार्थियों को भी उपचार के लिए मैदान में उतारा जा सकता है।

सरकार ने प्राइवेट अस्पतालों के डॉक्टरों की सेवाओं को लेकर भी पूरा खाका तैयार कर लिया है। प्राइवेट अस्पतालों के डॉक्टरों, नर्सों व पैरा-मेडिकल स्टॉफ के लिए सरकारी सेक्टर की तर्ज पर सरकार एक्सग्रेशिया के तहत आर्थिक मदद का ऐलान कर चुकी है। वहीं दूसरी ओर, विशेष कोविड-19 अस्पतालों के अलावा क्वारंटाइन व आइसोलेशन वार्ड व बैड की संख्या में भी बढ़ोतरी होगी।

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