विधायक के कार्यक्रमों का रिकार्ड जुटाने में लगा प्रशासन, प्रशासनिक अधिकारी भी आ सकते हैं जांच के दायरे में, सभ्य समाज ने जांच के लिए लिखा स्वास्थ्य मंत्री को पत्र

ईश्वर धामु

भिवानी।  भिवानी में कोरोना का दूसरे दिन भी कहर जारी रहा। पहले दिन 15 केस पाजिटिव पाए जाने के बाद स्वास्थ्य विभाग तथा जिला प्रशासन में हडक़म्प मच गया था। क्योकि इनमें से 9 केस भिवानी के विधायक घनश्याम सर्राफ के परिवार से थे। परन्तु आज दूसरे दिन पांच केस ओर नए आ गए। भिवानी के प्रभावित क्षेत्रों को रेड जॉन घोषित कर नाके लगा दिए गए।

आज भिवानी के विधायक सर्राफ और उनकी बेटी का दोबारा से सैम्पल लिया गया। क्योकि सवाल यह उठने लगा था कि विधायक की धर्मपत्नी, उसका बेटा, पुत्रवधु, पोती और रसोईया संक्रमित हैं तो उनका सैम्पल नेगिटिव कैसे आ गया? इसी सवाल का जबाव खोजने को दोबारा सैम्पल भेजा गया। सैम्पल की रिपोर्ट कल सोमवार को आपेक्षित है।

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार उपरी आदेश पर भिवानी के ऐसे लोग, जो इन दिनों पुरस्कार बांटने को लेकर चर्चाओं में रहे हैं और उनके अति समीपी लोगों की फेसबुक पेजो को पुलिस के आईटी सैल ने खंगाला है। बताया गया है कि पुलिस द्वारा खंगाले गए फेसबुक पेजों में भिवानी के कई चर्चित चेहरे और उनके चहेतों के फेसबुक खाते भी शामिल है। यह भी बताया गया है कि इन पेज से पुलिस ने पुरस्कार सम्मान समारोह की फोटो को अपलोड किया गया है।

सूत्र बताते हें कि पुलिस ने यें सारा मैटर इकठा करके रात को ही चंडीगढ़ भेज दिया है। ऐसी चर्चा है कि अब स्वास्थ्य विभाग और पुलिस की नजरें उन सभी बड़े कार्यक्रमों पर लगी है, जिनमें विधायक सर्राफ ने शिरकत की थी। जबकि उनका कोरोना पीडि़त नीजि सचिव भी उनके साथ होता था। ऐसी सम्भावना जताई जा रही है कि इस बारे सरकार की ओर से संज्ञान लिया जा सकती है। अगर ऐसा होता है तो इस जांच और कार्यवाही की चपेट में जिले के कई अधिकारी भी आ सकते हैं। एक सूत्र ने तो यह भी बताया है कि विधायक के सभी कार्यक्रमों के वो स्थान जंहा सीसीटीवी कैमरे लगे हुए हैं, उनकी फूटेज भी खंगाली जायेगी।

स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन ने आज रविवार को अस्पताल में बड़ी संख्या में सैम्प्ल लिए। इनमें पत्रकार भी शामिल हैं। क्योकि शहर में हुए सम्मान समारोह में पत्रकारों ने भी बड़ी संख्या में भाग लिया था। दूसरी ओर सभ्य समाज ने उन सभी लोगों के सैम्पल लिए जाने की मांग की है, जो विधायक के पिछले दस दिनों के कार्यक्रमों में मंचों पर थे और वें जो सम्मानित हुए थे। सभ्य समाज के प्रधान धमेंद्र जांगिड़ा ने वर्तमान में शहर के बिगड़े हालातों के लिए जिला प्रशासन और विधायक को जिम्मेदार ठहराया है। उन्होने इसको अपराधिक श्रेणी में माना है और पूरे प्रकरण से प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री को अवगत भी करवाया है।

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