-जिला में कोरोना वारियर्स बन दायित्व निभा रहे अधिकारी व कर्मचारीगण – डीसी अमित खत्री बोले- प्रशासन का सशक्त सूचना तंत्र साबित हो रहा है लोगों के लिए वरदान

गुरूग्राम, 31 मई। कोविड-19 वैश्विक महामारी की स्थिति में जनसेवा को समर्पित होकर जिला प्रशासन के काॅल सैंटर से जुड़े अधिकारी व कर्मचारी दिन-रात कोरोना वारियर्स के रूप में कार्य कर रहे हैं। जिला मुख्यालय पर कार्यरत काॅल सैंटर की हेल्प लाइन 1950 लाॅकडाउन के दौरान निर्बाध रूप से कोरोना से बचाव की दिशा में अपना अतुलनीय योगदान निभा रही है। डीसी श्री अमित खत्री की ओर से लोगों की समस्याओं के समाधान व सहयोग हेतु कोविड-19 से बचाव के दृष्टिगत पूरी योजनाबद्ध तरीके से कदम उठाए गए हैं। प्रशासन की ओर से डिजीटल प्रणाली से लोगों को विभिन्न पहलुओं से लाभांवित किया जा रहा है।

टोल फ्री नंबर 1950 बना आमजन के लिए मददगार –

जिला मुख्यालय पर बनाए गए काॅल सैंटर के हेल्प लाइन नंबर-1950 पर अब तक कुल 1 लाख 3 हजार 515 लोगों ने कॉल कर अपनी समस्याएं बताई है या जानकारी मांगी है। सभी शिकायतों व समस्याओं का निदान करते हुए लोगों को राहत पहुंचाई जा रही है। जिला में कॉल से शिकायत का निवारण, ऑनलाइन मूवमेंट पास बनाने, प्रवासी श्रमिकों का पंजीकरण करते हुए उन्हें भेजने की व्यवस्था, गुरूग्राम जिला की वेबसाइट निरंतर अपडेट करना सहित अटल सेवा केंद्रों के माध्यम से आरोग्य सेतू एप को डाउनलोड करवाने आदि का कार्य कोविड-19 से बचाव व लॉकडाउन में लोगों की सेवा स्वरूप किया जा रहा है।

जिला प्रशासन का कंट्रोल रूम दिन-रात है एक्टिव -अपराजिता

इस बारे में जानकारी देते हुए एडिश्नल कमीश्नर अंडर ट्रेनिंग अपराजिता ने बताया कि कंट्रोल रूम में रोस्टर अनुसार 40 ऑपरेटर 24 घंटे निर्बाध रूप से कॉल की सुनवाई करते हुए समाधान सुनिश्चित कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि हेल्प लाइन नंबर 1950 पर भोजन न मिलने बारे, कोविड से बचाव संबंधित, राशन से संबंधित, कानून व्यवस्था से संबंधित तथा अन्य आवश्यक वस्तुओं से जुड़ी शंकाओं का निवारण किया जाता है। काॅल सैंटर पर आने वाले फोन पर लोगों को कोविड-19 संक्रमण संबंधी प्रोटोकाॅल के बारे में विस्तार से जानकारी दी जा रही है। उन्होंने बताया कि काॅल सैंटर पर ज्यादातर प्रवासी नागरिकों द्वारा फोन किया जाता है जिसके बारे में उन्हें विस्तार से जानकारी दी जाती है और उनका पंजीकरण करने में उनकी मदद की जाती है। इसी प्रकार, यदि हैल्पलाइन नंबर पर खाना पहंुचाने को लेकर मदद की गुहार लगाई जाती है तो हमारा प्रयास रहता है कि व्यक्ति को 1 से 2 घंटों के भीतर खाना उपलब्ध करवाया जाए। इसके अलावा, यदि किसी व्यक्ति द्वारा किसी विभाग से संबंधित शिकायत की जाती है तो संबंधित विभाग से सामंजस्य स्थापित करते हुए समस्या का समाधान करवाया जा रहा है। इतना ही नही, समस्या के निवारण उपरांत शिकायतकर्ता से फीडबैक भी लिया जाता है।

जिला प्रशासन के काॅल सैंटर की उल्लेखनीय कार्यशैली -डीसी

उपायुक्त अमित खत्री का कहना है कि कोविड-19 वैश्विक महामारी के दौर में शुरूआत से ही लोगों की सहूलियत के लिए प्रशासन की ओर से कंट्रोल रूम स्थापित करते हुए हेल्पलाइन के प्रति लोगों को जागरूक किया गया। लोगों ने पूरी जागरूकता के साथ हेल्पलाइन पर कॉल कर अपनी व सार्वजनिक समस्याओं का समाधान करवाया। आम जनता को जानकारियां प्रदान करने तथा उनकी समस्याओं का निवारण करने में हेल्पलाइन नंबर 1950 काफी कारगर सिद्ध हो रहा है और इसका संचालन सप्ताह के सातों दिन 24 घंटे किया जा रहा है। उपायुक्त अमित खत्री ने आशा जताई कि लोग इस सुविधा का पूरा फायदा उठा रहे हैं और भविष्य में भी यह उनके लिये मददगार साबित होगी।

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