5 एकड़ में 40 करोड़ रुपये की लागत से बनेगा सब रीजनल साईंस सेंटर

चडीगढ़। गृह, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री अनिल विज ने अम्बाला-दिल्ली राष्टÑीय राजमार्ग पर 5 एकड़ में लगभग 40 करोड़ रुपये की लागत से तैयार होने वाले देश के सबसे आधुनिक और अनोखे साईंस म्यूजियम आर्यभट्ट विज्ञान केन्द्र (सब रीजनल साईंस सेंटर) का विधिवत् भूमि पूजन करके निर्माण कार्य का शुभारम्भ किया। विज ने बताया कि यह प्रदेश का सबसे आधुनिक विज्ञान केन्द्र होगा। इस भवन का निर्माण पूरा होने पर हरियाणा साईंस एंड टेक्नोलॉजी और नेशनल काउंसिल आॅफ साईंस म्यूजियम कोलकत्ता द्वारा संयुक्त रूप से यहां विज्ञान से जुड़ी वस्तुओं व मॉडल्स को लाया जाएगा। उन्होंने बताया कि अभी यह दो मंजिल का बनाया जा रहा है लेकिन इसकी नींव चार मंजिला भवन के अनुसार रखी जाएगी और अतिरिक्त लागत के साथ भविष्य मे इसे चार मंजिला बनाया जाएगा।

गृहमंत्री अनिल विज ने बताया कि इस म्यूजियम को नासा से जोड़ा जाएगा ताकि बच्चों को नवीनतम नियमों और विषयों पर आधारित जानकारी मिल सके। बदलते परिवेश के दृष्टिड्ढगत वैदर सम्बन्धी सूचनाएं भी अनिवार्य हैं। आर्यभट्ट विज्ञान केन्द्र के नासा से कनैक्शन के बाद विद्यार्थी ग्लोबल वैदर सम्बन्धी विषयों पर भी अधिक से अधिक जानकारी प्राप्त कर सकेंगे। विज्ञान केन्द्र में साईंस सम्बन्धित लगभग 60 प्रदर्शनियां भी स्थापित की जाएंगी, जोकि विज्ञान के विभिन्न नियमों पर आधारित होंगी। इससे विज्ञान से जुड़े विद्यार्थियों को काफी लाभ मिलेगा।
यहां स्थापित होने वाली डिजिटल एडवेंचर गैलरी में डिजिटल पेंटिंग, बैलून ब्रस्ट, आॅगोमेटिड रियलटी, कलर सेसिंग रोबोट, हयूमन बॉडी सिस्टम, इंटरेक्टिव वाटर हॉल, इंटरेक्टिव सैंड टेबल, होलोग्राम, स्मार्ट इलेक्ट्रोनिक्स इत्यादि की सुविधाएं होंगी। यहां पर फन साईंस गैलरी, साईंस आॅन स्फेयर, वर्चुअल गैलरी थियेटर, 270 डिग्री इम्प्रेसिव थियेटर और तारामंडल, प्रदर्शनी हॉल, सम्मेलन हॉल, सभागार प्रदर्शनी, एसओएस हॉल, एक्टिविटी हॉल की व्यवस्था होगी। उन्होंने बताया कि यहां पर डिजिटल गैलरी भी बनाई जाएगी, जिसमें बच्चे स्क्रीन पर पेंटिंग आदि भी बनाकर अपने कौशल को बढ़ा सकेंगे। आर्यभट्ट विज्ञान केन्द्र में मानव उत्पति सम्बन्धी विषय को लेकर भी फिल्में प्रदर्शित और परिभाषित होंगी। ऐसी व्यवस्था भी निर्धारित मापदंड के तहत की जाएगी।

अनिल विज ने कहा कि विज्ञान केन्द्र के बनने से पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा, क्योंकि इसके नजदीक 200 करोड़ रुपये की लागत से शहीदी स्मारक का निर्माण किया जा रहा है। उन्होंने दावा किया कि इन दोनो निर्माण कार्यों के पूरा होने के बाद चंडीगढ़ व अन्य क्षेत्रों के लोग इसको देखने के लिए अम्बाला छावनी आया करेंगे और ऐसी व्यवस्था होने से पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा।

गृहमंत्री ने यह भी कहा कि नेशनल काउंसिल आॅफ साईंस म्यूजियम कोलकत्ता को कहा है कि वे आर्यभट्ट विज्ञान केन्द्र में नवीनतम साईंस विषयों, नियमों पर आधारित एग्जिबिट लगाएं, जिनमें ऐसी व्यवस्था की जाए, जिससे बच्चे अपने जहन में छिपी रूचि अनुसार प्रतिभा को निखार सकें।

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