चंडीगढ़: हरियाणा में सरकारी अधिकारियों के द्वारा विधायकों की अनदेखी का मामला फिर सामने आया है। बृहस्पतिवार को हरियाणा विधानसभा के स्पीकर ज्ञानचंद गुप्ता ने जब वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए विधायकों से बैठक की तो यह मुद्दा उठाया गया। इस दौरान डिप्टी स्पीकर रणबीर सिंह गंगवा भी मौजूद रहे। इस दौरान स्पीकर ने सभी विधायकों से बात करके उनके क्षेत्र की जानकारी ली। बैठक में विधानसभा स्पीकर ने अगले एक साल के लिए विधानसभा द्वारा बनाई जाने वाली कमेटियों के बारे में चर्चा की। बैठक में शामिल हुए 20 में से 16 विधायकों ने अपने-अपने क्षेत्रों तथा कमेटियों के संबंध में सुझाव दिए। बैठक के दौरान ज्यादातर विधायकों ने अपने-अपने हलकों के अधिकारियों द्वारा उनकी सुनवाई न किए जाने का मुद्दा भी उठाया। विधायकों ने कहा कि उनके द्वारा फोन किए जाने पर अधिकारी इसे गंभीरता से नहीं लेते। कांग्रेस विधायक किरण चौधरी ने कहा कि यह मुद्दा पहले भी कई प्लेटफार्म पर उठ चुका है। इसके अलावा यह मुद्दा विधानसभा में भी उठता रहा है। इसलिए कड़ा कानून बनाने की जरूरत है। किरण चौधरी ने कहा कि जो अधिकारी विधायकों की अनदेखी करते हैं, उन्हें विधानसभा की विशेषाधिकार हनन समिति के समक्ष तलब किया जाना चाहिए। समिति को यह अधिकार दिया जाए कि वह ऐसे अधिकारियों से जवाब मांग सके। विधायकों ने जब एकजुटता से मुद्दा उठाया तो स्पीकर ने विधायकों से लिखित शिकायत मांगते हुए कहा कि जल्द ही इस मामले का संज्ञान लेकर कार्रवाई की जाएगी। मानसून सत्र पर अभी फैसला नहीं स्पीकर ने बैठक के बाद बताया कि विधानसभा को जहां पेपरलैस करने के लिए काम हो रहा है वहीं डिजिटलाइजेशन की दिशा में भी कदम बढ़ाया जा रहा है। विधानसभा के मानसून सत्र को लेकर अभी फैसला नहीं लिया है। आप सीएम से कह दें- जमकर करें राज, चिंता न करें : गौतम नारनौंद से जजपा विधायक रामकुमार गौतम ने विकास से जुड़े मुद्दों के अलावा अधिकारियों के द्वारा सुनवाई न किए जाने की बात कही। उन्होंने बिना किसी का नाम लिए स्पीकर से कहा, आप मुख्यमंत्री से कह दें कि जमकर राज करें, किसी की चिंता न करें। भाजपा-जजपा गठबंधन की ओर इशारा करते हुए उन्होंने कहा, इस बेवजह के समर्थन का कोई सौदा नहीं है। विशेषाधिकार हनन कमेटी को बनाया जाए मजबूत : भुक्कल पूर्व शिक्षा मंत्री व झज्जर से विधायक गीता भुक्कल ने विशेषाधिकार हनन कमेटी को मजबूत बनाने का मुद्दा उठाया। विधायकों के साथ कॉन्फ्रेंसिंग के पहले दिन 40 विधायकों को शामिल होना था लेकिन 32 ही विधायक शामिल हुए। शुक्रवार को बाकी विधायकों के साथ वीसी के जरिये बैठक होगी। विधायकों की सुनने के बाद स्पीकर ने कहा, कमेटी को मजबूत किया जाएगा।स्पीकर ने कहा”ऐसे अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी। विधायकों से भी ऐसे अधिकारियों के खिलाफ लिखित शिकायत देने को कहा है। ऐसे मामलों को विशेषाधिकार समिति के सम्मुख रखा जाएगा। कमेटी दोषी अधिकारियों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई कर सकती है। अधिकारियों को समझना चाहिए कि लोकतांत्रिक व्यवस्था में अफसर जनसेवक और विधायक जनप्रतिनिधि हैं। अफसरों को काम बताना जनता के चुने हुए प्रतिनिधि का दायित्व है। इस दायित्व की पूर्ति के लिए ही अफसरों को नियुक्त किया गया है-ज्ञानचंद गुप्ता, स्पीकर हरियाणा। Post navigation चीफ सेक्रेट्री व डीसी पानीपत को लीगल नोटिस मिलते ही प्रवासी मज़दूरों को दिया सूखा राशन । सीआईए-2 टीम के साथ वांछित अपराधियों की मुठभेड़