भाजपा-जजपा सरकार के दावों की पोल रमेश गोयतपंचकूला, 17 मई। भाजपा-जजपा सरकार ने दावा किया था कि यदि कोई भी ग्राम पंचायत यह प्रस्ताव पारित करेगी कि उनके गांव में ठेका/उप ठेका बन्द किया जाए तो तुरन्त प्रभाव से उस ठेके को बन्द कर दिया जाएगा परन्तु अब इस दावे की पोल खुल चुकी है, यह कहना हरियाणा किसान कांग्रेस के वरिष्ठ उपाध्यक्ष व राज्य सरकार में चेयरमेन रह चुके विजय बंसल एडवोकेट का है।विजय बंसल ने सरकार द्वारा ग्रामीण इलाकों में ठेकों को बन्द न करने की नीयत व नीति पर सवाल उठाते हुए कहा कि सरकार की प्रस्ताव पारित करने के बावजूद कभी शराब ठेकों को बन्द करने की कोई नीति थी ही नही।कराधान व आबकारी विभाग, प्रशासन व सरकार की मिलीभगत से सरेआम ठेकों को बन्द करने के प्रस्ताव पारित करने के बावजूद ठेके चल रहे है जिससे न केवल सरकार के दावों की पोल खुल रही है बल्कि विभागीय अफसरों की मिलीभगत को भी प्रमाणित करता है। दरअसल, 10 दिसम्बर 2019 को ग्राम पंचायत ढालुवाल के सरपंच ने एक प्रस्ताव पारित किया व खण्ड विकास व पंचायत अधिकारी को सौपकर बताया कि उनके गांव में सूरजपुर शराब ठेके का उप ठेका खुला हुआ है,उनके गांव के अधिकतर लोग मजदूरी पर निर्भर है व अधिकांश अनुसूचित जाति के सम्बंध रखते है। विजय बंसल के अनुसार ग्रामीण मेहनत करके मजदूरी के आधार पर बच्चो का पालन पोषण करते है,नजदीकी ठेका होने के कारण ’यादातर लोगों को शराब की लत लग चुकी है जिस वजह से इन लोगो के परिवारो पर बुरा असर पड़ रहा है,इसके साथ ही शराब पीकर लोग लड़ाई करते है जिससे थाना, चौकी, कोर्ट-कचेहरी के मामले बढ़ते है इसलिए उनके गांव में शराब का ठेका बन्द किया जाना चाहिए जिसपर कार्यवाही करते हुए खण्ड विकास व पंचायत अधिकारी पिंजोर ने उप कराधान एवं आबकारी आयुक्त (आबकारी) पंचकूला को आवश्यक कार्यवाही के लिए 30 दिसम्बर 2019 को ही सूचित कर दिया था। विजय बंसल का कहना है कि 6 महीने बीतने के बावजूद कोई कार्यवाही नही हुई और ठेका अब तक खुला है जिसके लिए ग्राम पंचायत ने 14 मई 2020 को चौकी इंचार्ज को भी अवगत करवाया कि प्रस्ताव पारित करने के बावजूद उनके गांव में ठेका बन्द नही हुआ। ढालुवाल में ठेका बन्द न होना सरकार के दावों की पोल,एक्साइज विभाग के अफसरों की मिलीभगत की ओर इशारा करता है। विजय बंसल ने मांग की है कि तुरन्त प्रभाव से इस ठेके को बन्द करने के आदेश दिए जाए वरना जरूरी कदम उठाकर इसे बन्द करवाया जाएगा। Post navigation सरकार कोरोना के नाम पर कर्मचारियों के हितों से कर रही खिलवाड़: चंद्रमोहन लॉकडाउन की आड में मल्टीनेशन कंपनियां नही दे रही किराया: योगेश्वर शर्मा