बीती रात दस बजे ही बंद करनी पड़ गई मंडी.
मोबाइल पर कोरोना अर्लट से मच गई भगदड़

फतह सिंह उजाला
पटौदी।
 आरोग्य सेतु एप, है तों कोविड संदिग्द्धों से बचाव अथवा आसपास में संदिग्द्ध की सूचना के लिए। लेकिन इसी आरोग्य सेतु एप के कारण बीती रात को पटौदी रामलीला मैदान की अस्थाई सब्जीमंडी में अचानक अफरा-तफरी के माहौल के बीच में भगदड़ मचने से सूझबूझ के कारण एक बड़ा हादसा होने से भी टल गया।

सामान्य दिनों की तरह से ही रामलीला मैदान में अस्थाई सब्जीमंडी में खरीद-फरोख्त का काम चल रहा था। सब्जी विक्रेता अपने वाहनों में विभिन्न सब्जियां ला रहे थे और खरीददार अपनी दुकानदारी के मुताबिक सब्जी की खरीद भी कर रहे थे। भीड़ सहित व्यवस्था पर नियंत्रण के लिए मंडी के गेट पर पुलिस बल भी मौजूद था। घटना करीब रात 9. 30 -10 बजे के अरापास की बताई जा रही है। कोविड 19, कोरोना पीड़ित अथवा संदिग्द्ध की आसपास मं मौजूदगी की पहचान और बचाव के लिए बहुत से लोगों ने मोबाइल में आरोग्य एप भी डाउन लोड किया हुआ है।

सूत्रों के मुताबिक इसी बीच में कुछ लोगों सहित एक पुलिस कर्मी के मोबाइल पर कोविड अर्लट का मैसेज अथवा ट्यून आना आरंभ हो गई। बस इसके बाद में मंडी में देखते ही देखते ऐसी भगदड़ शुरू हुई कि, सभी ने मंडी के गंेट की तरफ पहले बाहर निकलने के लिए दौड़ना शुरू कर दिया। यहां मची भगदड़ के बीच चर्चा फैल गई कि सब्जीमंडी में कोरोना के पीड़ित भी आये हुए हैं, इधर कथित रूप से  एक पुलिस कर्मी के मोबाइल पर भी अर्लट मैसेज आने के बाद भी कथित रूप से पुलिस ने मंडी खाली करने का फरमान जारी कर दिया।

इस घटना के मामले में पटौदी सब्जीमंडी वेलफेयर एसोसिएशन के प्रधान देशराज से संपर्क किया जाने पर उन्होंने बताया कि, जानकरी मिलते ही मंडी पहुंचे तो भीड़ के बाहर निकलने की होड़ में उनके लिए भी अंदर आना मुश्किल हो गया। जोर-जोर से चिल्ला कर लोगों सहित भागती भीड़ को भी समझाना शुरू किया। मंडी के दूसरे गेट की उस समय मौके पर चाबी भी नहीं थी कि भीड़ को बाहर जाने के लिए इस गेट को भी खोेल दिया जाता। इसी बीच में घटना के बारे में थाना प्रभारी को मालूम हुआ तो उन्होंने भी अपने मातहत पुलिस स्टाफ को समझाया कि, ऐसे समय में भीड़ के बीच शोर न मचाकर, लोगों को आराम से समझाना चाहिये, जिससे कि अफरा-तफरी नहीं मचे। बहरहाल आपसी सूझबूझ सहित मंडी प्रधान के सक्रिय होने से संभावित हादसा भी टल गया।