– चंडीगढ़, 29 मार्च – अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की महासचिव, पूर्व केंद्रीय मंत्री और सिरसा की सांसद कुमारी सैलजा ने घग्गर नदी के प्रदूषित पानी से प्रभावित सिरसा संसदीय क्षेत्र में तेजी से बढ़ रहे कैंसर रोगियों की समस्या को गंभीरता से उठाया है। उन्होंने केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री प्रतापराव जाधव के जवाब पर आपत्ति जताते हुए केंद्र सरकार से सिरसा और फतेहाबाद में जल्द से जल्द डे केयर कैंसर सेंटर खोलने की मांग की है।
स्वास्थ्य मंत्री के जवाब पर कड़ी आपत्ति
कुमारी सैलजा ने केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री से प्रश्न किया था कि हरियाणा में कैंसर रोगियों की जांच और उपचार के लिए कितने डे केयर सेंटर स्थापित किए जाने हैं। उन्होंने विशेष रूप से टोहाना, रतिया, सिरसा, रानियां और ऐलनाबाद क्षेत्रों में कैंसर के बढ़ते मामलों पर चिंता जताई। इसके जवाब में केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री प्रतापराव जाधव ने कहा कि बजट 2025-26 के अनुसार, सरकार का लक्ष्य पूरे देश में 200 डे केयर कैंसर सेंटर (डीसीसीसी) स्थापित करना है। फिलहाल हरियाणा के पांच जिलों (अंबाला, फरीदाबाद, पंचकूला, कुरुक्षेत्र और यमुनानगर) में ऐसे सेंटर कार्यरत हैं।
कैंसर के बढ़ते मामलों पर सरकार का रुख ढीला
मंत्री के जवाब में यह भी बताया गया कि हरियाणा कैंसर एटलस परियोजना के तहत सिरसा और फतेहाबाद जिलों में कैंसर के अधिक प्रभावित होने का कोई साक्ष्य नहीं है। हालांकि, केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के अनुसार, घग्गर नदी के पानी में प्रदूषण की पुष्टि हुई है। लेकिन सरकार का दावा है कि सिरसा और फतेहाबाद जिले में कैंसर का अनुपात अन्य जिलों से अधिक नहीं है।
घग्गर नदी के प्रदूषित पानी से बढ़ रहे हैं कैंसर के मामले
कुमारी सैलजा ने मंत्री के जवाब को खारिज करते हुए कहा कि केंद्र सरकार यह कहकर अपनी जिम्मेदारी से नहीं भाग सकती कि उसके पास सिरसा और फतेहाबाद के कैंसर रोगियों के आंकड़े नहीं हैं। उन्होंने कहा कि घग्गर नदी का पानी बेहद प्रदूषित है और न तो पीने के लिए और न ही फसलों की सिंचाई के लिए उपयुक्त है। फैक्ट्रियों से निकलने वाले रसायन और खेतों में इस्तेमाल किए जा रहे कीटनाशकों ने पानी को जहरीला बना दिया है। यही कारण है कि घग्गर बेल्ट के गांवों में कैंसर के मामलों में तेजी से वृद्धि हो रही है।
कैंसर देखभाल के लिए डे केयर सेंटर जरूरी
सांसद कुमारी सैलजा ने कहा कि सरकार को इस दिशा में जल्द से जल्द ठोस कदम उठाने चाहिए। सिरसा और फतेहाबाद जिले में कैंसर पीड़ितों को उपचार और जांच के लिए इधर-उधर न भटकना पड़े, इसके लिए केंद्र सरकार द्वारा प्रस्तावित डे केयर कैंसर सेंटर को यहां प्राथमिकता के आधार पर खोला जाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि सरकार का यह कहना कि सिरसा और फतेहाबाद में कैंसर रोगियों के आंकड़े उपलब्ध नहीं हैं, बेहद गैरजिम्मेदाराना है। सरकार को प्रदूषित पानी और कैंसर के बढ़ते मामलों के संबंध में गंभीरता से विचार करना चाहिए और प्रभावित क्षेत्रों में डे केयर कैंसर सेंटर की स्थापना के लिए आवश्यक कदम उठाने चाहिए।
जनहित में तत्परता की मांग
सांसद सैलजा ने सरकार से अपील की कि घग्गर बेल्ट में कैंसर के बढ़ते मामलों की अनदेखी न की जाए। उन्होंने कहा कि सिरसा और फतेहाबाद के ग्रामीण इलाकों में कैंसर का बढ़ता प्रभाव चिंताजनक है। ऐसे में केंद्र सरकार को जल्द से जल्द इन जिलों में डे केयर सेंटर स्थापित करने चाहिए, ताकि कैंसर रोगियों को समय पर इलाज मिल सके और वे राहत महसूस कर सकें।