गुरुग्राम 17 मई।किसी भी व्यक्ति की जरूरतों में सर्वोपरि होता है रोटी ,कपड़ा और मकान और इसी के लिए वह आजीवन संघर्ष करता रहता है। इनमें सबसे पहली जरूरत है ‘रोटी’ ,जिसके लिए हर व्यक्ति का प्रयास होता है कि वह अपने परिवार को दो वक्त का खाना दे सके। इसके लिए कई बार उसे रोजगार की तलाश में अपना शहर-अपना गांव-अपने लोगों तक को छोड़ना पड़ता है। गुरुग्राम जिला में भी ऐसा बहुत बड़ा वर्ग है जो अपने घर परिवार को छोड़कर यहाँ रोजगार प्राप्त कर अपने सपना पूरे करने में जुटा था, लेकिन कोरोना वायरस संक्रमण के कारण हुए लॉक डाउन में सब कुछ बंद हो गया और उसका रोजगार भी चला गया।लॉक डाउन के कारण सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ ‘श्रमिक वर्ग’ जो सुबह घर से निकलता, दिन भर मेहनत- मजदूरी करता और इस मजदूरी से मिलने वाले पैसे से अपना गुजर-बसर करता आ रहा था, लेकिन लॉक डाउन की मार ऐसी पड़ी कि उनका जीवन ही ठहर गया। ऐसे में प्रवासी नागरिकों की सहायता के लिए हरियाणा सरकार ने ना केवल उन्हें दो वक्त का खाना उपलब्ध करवाया बल्कि उनके रहने की भी व्यवस्था लॉक डाउन के दौरान की। इस दौरान डॉक्टरों की टीमें भी लगाई गई ताकि कोरोना वायरस संक्रमण न फैले और प्रवासी नागरिक स्वस्थ रहें। आज हरियाणा सरकार द्वारा प्रवासी नागरिकों को उनके गृह राज्यों में भी भेजने का इतिहासिक कार्य किया जा रहा है और गुरुग्राम जिला प्रशासन की ओर से किए गए इंतजामों के चलते उन्हें अपने घर जाने का अवसर मिला है। जिला मे अपने घर जाने के इच्छुक प्रवासी नागरिकों का रजिस्ट्रेशन करवाया गया और अलग-अलग माध्यमों से प्रवासी नागरिकों की सूची तैयार कर उनसे संपर्क किया गया । उनके फोन पर मैसेज देकर सूचना दी गई। प्रवासी नागरिकों की इच्छा अनुरूप प्रदेश सरकार द्वारा रेलगाड़ियों तथा बसों की व्यवस्था कर उन्हें उनके गृह जिलों में भेजने का निर्णय लिया गया। जाने से एक दिन पहले जिला प्रशासन द्वारा उनके मोबाइल पर मैसेज भेजा जाता है कि वह मेडिकल के लिए अमूक स्थान पर पहुंचे।सभी लोगों का मेडिकल चेकअप कर उन्हें फिटनेस सर्टिफिकेट दिए गए। उनके लिए खाने-पीने और रहने की उचित व्यवस्था कर और उन्हें निशुल्क टिकट दिया गया। प्रवासी नागरिकों की सुविधा के लिए हर स्तर पर व्यवस्था मजबूत की गई। इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का भी विशेष ध्यान रखा गया। आज रविवार को गुरुग्राम जिला के रेलवे स्टेशन से बिहार के मधुबनी के लिए स्पेशल श्रमिक ट्रेन सांय 4 बजे रवाना हो गई, जिसकी 22 बोगियों में 1600 यात्रियों व 67 बच्चो को रवाना किया गया। रवानगी से पूर्व उन्हें फूड पैकेट व रास्ते की जरूरत का सामान मुफ्त दिया गया । प्रवासी नागरिक जिला प्रशासन द्वारा किए गए प्रबंधों से खुश नजर आए और उन्होंने प्रदेश सरकार का आभार व्यक्त किया। रेलवे स्टेशन से जैसे ही ट्रेन चलनी शुरू हुई, अंदर बैठे सभी यात्रियों ने तालियां बजाकर और हाथ हिलाकर अपनी खुशी का इजहार किया। वे अपने साथ गुरुग्राम में उन्हें मिले स्नेह तथा हरियाणा सरकार द्वारा उन्हें घर पहुंचाने के लिए किए गए प्रबंधों की सुनहरी यादें लेकर यहाँ से गए हैं। Post navigation स्वदेशी अपनाने से ही समृद्धशाली बनेगा भारत: पंडित अमरचंद गुरूग्राम से 900 प्रवासी नागरिक हरियाणा राज्य परिवहन की 30 बसों में बुलंदशहर के लिए हुए रवाना।