साइबर सुरक्षा को लेकर आमजन में बढ़ रही जागरूकता, जनवरी-2024 की तुलना में जनवरी-2025 में ठगी गई राशि में 14 करोड़ रूपये की आई गिरावट जनवरी-2024 की तुलना में जनवरी-2025 में 4 गुना से भी अधिक साइबर ठगों को पहुंचाया सलाखों के पीछे चंडीगढ़, 18 फरवरी- हरियाणा पुलिस द्वारा लोगों को साइबर ठगों के चंगुल से बचाने के लिए तैयार की गई प्रभावी रणनीति के उल्लेखनीय परिणाम आने शुरू हो गए हैं। जनवरी-2024 की तुलना में जनवरी-2025 में साइबर ठगों द्वारा ठगी गई राशि में 14 करोड़ रूपये की गिरावट दर्ज की गई है। इतना ही नही, हरियाणा पुलिस द्वारा पिछले वर्ष की तुलना में जनवरी-2025 में 433 अधिक साइबर ठगों को सलाखों के पीछे पहुंचाने में सफलता प्राप्त की गई है। इस बारे में जानकारी देते हुए पुलिस महानिदेशक श्री शत्रुजीत कपूर ने बताया कि हरियाणा पुलिस द्वारा चलाए जा रहे जागरूकता अभियान के चलते जनवरी-2024 में 86.18 करोड़ रूपये की ठगी गई राशि की अपेक्षा इस वर्ष यह राशि घटकर 72.84 करोड़ रूपये रही। हरियाणा पुलिस की त्वरित कार्यवाही के परिणामस्वरूप जनवरी-2024 की तुलना में जनवरी-2025 में साइबर ठगों से बचाई गई राशि में भी उल्लेखनीय बढ़ोतरी दर्ज हुई है। हरियाणा पुलिस ने साइबर अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्यवाही करते हुए जनवरी-2025 में 4 गुना से भी अधिक अपराधियों की गिरफतारी की गई है। हरियाणा पुलिस द्वारा जनवरी-2024 में जहां 138 साइबर आरोपी गिरफ्तार किए गए थे वहीं जनवरी-2025 में 571 आरोपी गिरफ्तार किए गए हैं जिनमें से 130 आरोपी हरियाणा तथा 441 आरोपी अन्य राज्यों के शामिल हैं। गौरतलब है कि हरियाणा पुलिस द्वारा वर्ष-2024 में साइबर ठगो के चंगुल से लगभग 268.40 करोड़ रूपये की राशि बचाई गई है जबकि वर्ष-2023 में यह राशि केवल 76.85 करोड़ रूपये थी। इस प्रकार साइबर अपराधियों से वर्ष-2023 की तुलना में वर्ष-2024 में तीन गुना तथा वर्ष 2022 की तुलना में पांच गुना अधिक राशि बचाई गई। इसी प्रकार, वर्ष-2022 में साइबर अपराधियों के खिलाफ जहां 2165 मुकद्दमें दर्ज किए गए थे वहीं वर्ष-2023 में 2747 मुकद्दमें तथा वर्ष-2024 में 5511 मुकद्दमें दर्ज किए गए हैं। इसी प्रकार, हरियाणा पुलिस द्वारा वर्ष-2022 में 1078, वर्ष-2023 में 1909 तथा वर्ष-2024 में 5156 साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया गया है। वर्ष-2024 में गिरफ्तार किए गए अपराधियों में से 70 प्रतिशत (3555 अपराधी) अन्य राज्यों के रहने वाले हैं। वर्ष-2024 में हरियाणा पुलिस द्वारा रोजाना औसतन 14 साइबर अपराधी गिरफ्तार किए गए हैं। हरियाणा पुलिस के सार्थक प्रयासों के परिणामस्वरूप वर्ष 2023 में जहां साइबर फ्रॉड पीड़ितों को 33 करोड़ रुपये रिफंड किए गए थे, वहीं वर्ष 2024 में यह राशि नवंबर तक बढ़कर 95 करोड़ 45 लाख 14359 रुपये (करीब तीन गुना) हो गई है। हरियाणा पुलिस सितंबर 2023 तक देशभर में साइबर फ्रॉड की ब्लॉक की गई राशि की दर के मामले में देश में 23वें स्थान पर थी, लेकिन अब यह पहले स्थान पर पहुंच गई है। इस उपलब्धि और साइबर हैल्पलाइन 1930 के कुशल क्रियान्वयन के लिए केन्द्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह द्वारा हरियाणा पुलिस को 10 सितंबर 2024 को सम्मानित भी किया गया। हरियाणा पुलिस द्वारा साइबर अपराध नियंत्रण को लेकर किए गए इन कार्यों के परिणामस्वरूप साइबर फ्रॉड में ब्लॉक की गई राशि की दर व साइबर थानों द्वारा की जा रही रिकवरी जो सिंतबर-2023 में 7 प्रतिशत थी वह दिसंबर-2024 में बढ़कर 36 प्रतिशत हो गई है जोकि देशभर में सर्वाधिक है। इतना ही नही, अगर कोई शिकायतकर्ता साइबर फ्रॉड होने के 6 घंटे के भीतर शिकायत दर्ज करवाता है, तो ठगी गई राशि को 70 प्रतिशत तक ब्लॉक किया जा रहा है, जो पूरे देश में सबसे अधिक है। साइबर सुरक्षा पर हरियाणा पुलिस की अपील श्री कपूर ने आमजन से अपील करते हुए कहा कि तकनीक के इस दौर में ज्यादातर लोग ऑनलाइन प्लैटफॉर्म पर सक्रिय है। यदि कोई भी व्यक्ति फोन करके स्वयं को सीबीआई, ईडी या पुलिस का अधिकारी बताकर डिजिटल अरेस्ट की बात कहे तो तुरंत सतर्क हो जाए क्योंकि कोई भी एजेंसी डिजिटल अरेस्ट नहीं करती है। इसके साथ ही लोग सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म पर प्रसारित होने वाले फर्जी शेयर ट्रेडिंग झांसे में ना आएं। निवेश करने से पूर्व कंपनी तथा वैबसाईट की आधिकारिक पुष्टि अवश्य करें। इसके साथ ही लोग विदेशों, खासतौर पर कंबोडिया, पाकिस्तान, श्रीलंका आदि से आने वाली व्हाट्सएप वीडियो व ऑडियो कॉल को ना उठाएं। लोग टेलीग्राम व गूगल आदि पर आने वाले फर्जी विज्ञापनों से सावधान रहें। हरियाणा पुलिस द्वारा प्रदेशवासियों को साइबर अपराधियों द्वारा अपनाए जाने वाले तरीकों के बारे में अवगत करने के लिए प्रिंट व सोशल मीडिया पर लगातार जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। साइबर अपराध से बचाव का एकमात्र उपाय सावधानी व सतर्कता है, इसीलिए लोग सतर्क रहें और साइबर अपराध का अंदेशा होने पर तुरंत हेल्पलाइन नंबर-1930 पर संपर्क करें। Post navigation भाजपा ने कुरूक्षेत्र में ट्रिपल इंजन की सरकार बनाने की रणनीति को दिया अंतिम रूप शहरी स्थानीय निकाय चुनावों में महापौर के लिये 55, प्रेजीडेंट के लिये 268 तथा वार्ड के सदस्यों के लिये 2873 उम्मीदवारों के नामांकन पत्र सही पाये गये