गुरुग्राम,सतीश भारद्वाज: गुरुग्राम के सोहना कस्बे में भोंडसी थाना क्षेत्र के गांव रिठौज की ढाणी में बीती रात्रि को एक युवक की गोली मारकर हत्या करने का मामला सामने आया है, घटना उस समय घटी जब वह अपने खेत पर बनी झोपड़ी में हुक्का पीने गया था। गांव रिठौज की ढाणी में उस समय दहशत फ़ैल गई जब एक युवक की हत्या होने की खबर फैली। मामले की जानकारी उस समय लगी जब सोमवार सुबह करीब 5 बजे मृतक युवक की मां उसे जगाने गई तो झोपड़ी में लहूलुहान हालत में शव चारपाई पर देखकर चिलाने लगे, जिसकी तुरन्त सूचना पुलिस को दी गई। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और जांच करने के बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। वहीं पुलिस को दी शिकायत में गांव रिठौज निवासी अनिल ने बताया कि उसका 22 वर्षीय बेटा हर्ष मानव रचना स्कूल के बच्चों को लाने ले जाने के लिए अपनी कैब चलाता है। वह रविवार की रात करीब 10 बजे घर से करीब 50 मीटर दूर बनी खेतों में झोपड़ी में हुक्का पीने व सोने के लिए गया था। सुबह करीब साढ़े चार बजे जब हर्ष की मां उसे जगाने के लिए झोपड़ी में पहुंची तो हर्ष लहूलुहान मृत अवस्था में पड़ा मिला। जिस देखकर वह घबरा गई और जोर से शोर मचाया,शोर सुनकर अन्य परिजन भी मौके पर पहुंचे और पुलिस को सूचना दी। सूचना के बाद भोंडसी थाना पुलिस मौके पर पहुंची और जांच शुरू कर दी। वहीं एफएसएल, फिंगर प्रिंट व डॉग स्कवायड टीम को भी मौके पर बुलाया गया। पुलिस टीम ने करीब तीन घंटे तक जांच पड़ताल करने के बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया। भोंडसी थाना प्रभारी चंद्रभान ने बताया कि परिवार के बयान दर्ज कर लिए गए हैं। पुलिस घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज की जांच कर रही है। जांच में जो भी तथ्य सामने आएंगे,उसी के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। वहीं परिजनों ने तीन युवकों से करीब डेढृ महीने पहले हुए आपसी लड़ाई झगड़ा होने की बात कही है,हालांकि हर्ष के परिजनों ने शिकायत में किसी पर भी हत्या का संदेह नहीं जताया, लेकिन पूछताछ में हर्ष के भाई वंश ने बताया कि उसके भाई का झगड़ा विशाल उर्फ भोलू निवासी रिठौज, सुमित निवासी रिठौज व सुमित के साले के साथ होने की बात कही गई है। पुलिस हर पहलूओ को देखते हुए जांच जुट गई है। Post navigation सत्रक है गुरुग्राम पुलिस, गणतंत्र दिवस के आगमन पर सुरक्षा, कानून व्यवस्था सुनिश्चित करने को ……… नया जिला की जिद : पहले ही जिला की औपचारिकताएं पूरी, तो अब फिर से फरियाद के मायने ?