मुख्यमंत्री ने लाडवा में मनाया लोहड़ी पर्व, पंजाबी और हरियाणवी धुनों ने पर्व को बनाया यादगार* *मुख्यमंत्री सहित अन्य गणमान्यों ने लोहड़ी की अग्नि में डाली आहुती* चंडीगढ़, 13 जनवरी – हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी ने लाडवा हल्के में लोहड़ी का त्यौहार मनाया और हल्का के नागरिकों को 10 करोड़ 42 लाख रुपए के विकास कार्यों की सौगात दी। मुख्यमंत्री ने लाडवा हल्का के विकास के लिए 4 करोड़ 70 लाख के विकास कार्यों, गांव बीड मथाना में 2 करोड़ 72 लाख सामुदायिक केन्द्र के लिए, गांव रामशरण माजरा में सामुदायिक केन्द्र के लिए 3 करोड़ का बजट देने की घोषणा की। इस राशि में से 8 करोड़ 12 लाख का बजट जारी कर दिया गया है। इसके साथ ही 15 सड़कों का नवीनीकरण का कार्य पूरा हो चुका है और शेष सडक़ों का निर्माण कार्य मौसम ठीक होने के बाद शुरू कर दिया जाएगा। पूर्व राज्यमंत्री श्री सुभाष सुधा ने लाडवा विधानसभा के लोगों के लिए लोहड़ी पर्व का आयोजन किया, जिसमें हजारों लोगों ने भाग लिया। इस पर्व की परंपरा को निभाते हुए मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी,भाजपा प्रदेशाध्यक्ष श्री मोहन लाल बड़ौली व पूर्व राज्यमंत्री श्री सुभाष सुधा ने पूजा-अर्चना की और मंत्रौच्चारण के बीच लोहड़ी की अग्नि में आहुती डाली। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि यह पर्व सभी के जीवन में नई खुशियां और उमंग लेकर आए। आज हम सब मिलकर लोहड़ी का पावन पर्व मना रहे हैं। यह पर्व हमारी समृद्ध संस्कृति और परंपराओं का प्रतीक है। यह त्यौहार न केवल हमें खुशियां बांटने का अवसर देता है, बल्कि हमें अपनी जड़ों से जुड़ने और अपने पूर्वजों को याद करने का भी मौका देता है। कल मकर संक्रांति का पर्व भी है, इन दोनों पर्व लोहड़ी और मकर संक्रांति की प्रदेशवासियों को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं देता हूं। यह आयोजन समाज में प्रेम-प्यार और भाईचारे को मजबूत करने का संदेश देने में सफल रहेगा। उन्होंने कहा कि लोहड़ी हमारे सामाजिक जीवन में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। यह त्योहार हमें एक-दूसरे के करीब लाता है और हमारे बीच भाईचारा बढ़ाता है। इस दिन लोग एक साथ मिलकर खाना बनाते हैं, गाते हैं, नाचते हैं और एक-दूसरे को उपहार देते हैं। इस तरह यह पर्व एकता, भाईचारे और समर्पण की भावना को भी प्रेरित करता है। भारत एक ऐसी भूमि है,जहां विविधता में एकता देखने को मिलती है। लोहड़ी हमारी सांस्कृतिक विविधता को दर्शाने वाला एक प्रमुख पर्व है। इस लोहड़ी पर्व पर पंजाबी गायिक सुनीता दुआ सहगल और उनकी टीम के सदस्यों ने पंजाबी लोक गीतों ने समां बांधने का काम किया। हरियाणवी व पंजाबी लोक गीतों व वाद्य यंत्रों ने लाडवा के लोहड़ी पर्व को ऐतिहासिक व यादगार बनाने का काम किया। Post navigation नौकरियां बेचने वालों को जनता ने दिखाया आईना: मुख्यमंत्री नायब सैनी