गुरुग्राम, 22 दिसंबर, 2024 – गुरुग्राम साइबर पुलिस ने माउंट ओलंपस स्कूल, गिव बैक टू – गुरुग्राम और साइबर सिक्योरिटी ऑर्गनाइजेशन (CSO) के साथ मिलकर 22 दिसंबर को सुबह 8 बजे “साइबर वॉकथॉन – 1930 मीटर फॉर साइबर सेफ्टी” की शुरुआत की। यह फिटनेस और साइबर सुरक्षा जागरूकता को जोड़ने वाला अपनी तरह का पहला अनूठा प्रयास है। इस वॉकथॉन का शुभारंभ श्री प्रियांशु देवान, एसीपी साइबर क्राइम, हरियाणवी गायक एमडी देसी रॉकस्टार और माउंट ओलंपस ग्रुप ऑफ स्कूल्स की सीईओ मोनिका खन्ना द्वारा किया गया। उन्होंने इस पहल को साइबर सुरक्षा के प्रति जागरूकता फैलाने का अभिनव तरीका बताते हुए इसकी सराहना की। इस वॉकथॉन को एयरटेल पेमेंट्स बैंक और स्टैटिक का समर्थन प्राप्त हुआ।

साइबर सतर्कता का प्रतीक

पहल को बढ़ावा देने में भागीदारों का योगदान

1930 मीटर की दूरी को साइबर क्राइम हेल्पलाइन नंबर 1930 का प्रतीक बनाया गया, जिससे यह दर्शाया जा सके कि यह नंबर साइबर खतरों और धोखाधड़ी से निपटने में कितना महत्वपूर्ण है। इस आयोजन ने एक सुरक्षित और अधिक जागरूक डिजिटल वातावरण को बढ़ावा देने के महत्व पर प्रकाश डाला। साथ ही, स्वस्थ जीवनशैली को प्रोत्साहित करते हुए एक साइबर-सुरक्षित समाज के निर्माण की प्रतिबद्धता को दर्शाया।

एयरटेल पेमेंट्स बैंक और स्टैटिक ने इस कार्यक्रम को समर्थन दिया। इसका उद्देश्य नागरिकों को डिजिटल सुरक्षा के प्रति सतर्क और सुरक्षित रहने के लिए शिक्षित करना और शारीरिक स्वास्थ्य को बढ़ावा देना था।

भागीदारों की भागीदारी ने डिजिटल वित्तीय सुरक्षा और सुरक्षित ऑनलाइन अनुभवों को लेकर उनकी प्रतिबद्धता को प्रदर्शित किया।

साइबर वॉकथॉन पहल की मुख्य विशेषताएं

1930 मीटर की प्रतीकात्मक दूरी:
प्रतिभागियों ने 1930 मीटर की दूरी तय की, जो साइबर हेल्पलाइन नंबर 1930 का प्रतीक है। वॉक के दौरान विभिन्न इंटरैक्टिव चेकपॉइंट्स ने प्रतिभागियों को साइबर खतरों को पहचानने, व्यक्तिगत जानकारी की सुरक्षा करने, और नैतिक ऑनलाइन व्यवहार को बढ़ावा देने की शिक्षा दी।

फिटनेस और जागरूकता का संगम:
कार्यक्रम में उपस्थित गणमान्य व्यक्तियों और साइबर विशेषज्ञों ने प्रतिभागियों को स्वस्थ जीवनशैली अपनाने और साइबर सुरक्षा युक्तियों को सीखने के लिए प्रोत्साहित किया। वॉकथॉन के दौरान साइबर अपराध रोकथाम और सुरक्षित डिजिटल व्यवहार पर चर्चा और इंटरैक्टिव सत्र भी आयोजित किए गए।

सामूहिक प्रयास और समावेशी भागीदारी:
गुरुग्राम साइबर पुलिस, माउंट ओलंपस स्कूल, गिव बैक टू – गुरुग्राम और CSO टीम ने छात्रों, अभिभावकों, पेशेवरों और स्थानीय नागरिकों को इस पहल में शामिल किया।

इंटरएक्टिव गतिविधियां:
वॉकथॉन के पहले और बाद में, प्रतिभागियों ने साइबर सुरक्षा क्विज़, फिटनेस चैलेंज और जागरूकता अभियानों में भाग लिया।
माउंट ओलंपस स्कूल के छात्रों ने वॉकथॉन के दौरान साइबर सुरक्षा पर पोस्टर बनाकर और जनता के सामने प्रस्तुत करके जागरूकता फैलाई, उन्होंने साइबर खतरों से संभावित खतरों को दिखाने के लिए साइबर भूत के रूप में भी कपड़े पहने।

विशेषज्ञ वार्ता:
CSO टीम के प्रसिद्ध साइबर विशेषज्ञ और D3 Deepak Kumar ने कार्यक्रम में भाग लिया और साइबर सुरक्षा पर उपयोगी सत्र आयोजित किए। उन्होंने डिजिटल युग की चुनौतियों और उनसे निपटने के प्रभावी तरीकों पर प्रकाश डाला।

सहयोगियों का योगदान

माउंट ओलंपस स्कूल:
स्कूल ने छात्रों और अभिभावकों को साइबर सुरक्षा के प्रति जागरूक करने में सक्रिय भूमिका निभाई। स्कूल ने इंटर-स्कूल प्रतियोगिताओं का आयोजन किया, जिनमें साइबर सुरक्षा पर पोस्टर और ई-वेस्ट से बने प्रोजेक्ट शामिल थे। विजेताओं को ट्रॉफी और प्रमाणपत्र देकर सम्मानित किया गया।

स्कूल की प्रिंसिपल नेहा नागरशेठ ने कहा, “ऐसी पहल न केवल युवाओं में जागरूकता फैलाती है, बल्कि उन्हें डिजिटल खतरों से सुरक्षित रहने में मदद भी करती है।”

गिव बैक टू – गुरुग्राम:
समुदाय को साइबर सुरक्षा के प्रति जागरूक करने और इस आयोजन को सफल बनाने में गिव बैक टू – गुरुग्राम ने अहम भूमिका निभाई। उन्होंने गुरुग्राम साइबर पुलिस के साथ लंबे समय से जागरूकता अभियान चलाए हैं।

साइबर सिक्योरिटी ऑर्गनाइजेशन (CSO):
CSO के साइबर विशेषज्ञों की टीम ने नागरिकों को ऑनलाइन खतरों से बचाने और सुरक्षित डिजिटल प्रथाओं को बढ़ावा देने के लिए कार्यशालाओं, अभियानों और सेमिनारों का आयोजन किया।

गणमान्य व्यक्तियों के विचार

श्री प्रियांशु देवान, एसीपी साइबर क्राइम:
“साइबर अपराधों की रोकथाम के लिए सभी स्तरों पर सहयोग की आवश्यकता है। आज का वॉकथॉन एक सुरक्षित डिजिटल वातावरण बनाने की दिशा में प्रभावी कदम है।”

हरियाणवी गायक एमडी देसी रॉकस्टार:
“इस पहल का हिस्सा बनकर गर्व हो रहा है। यह नवाचार, जागरूकता और सामुदायिक भागीदारी को जोड़ती है।”

डिप्टी कमांडेंट श्री दीपक कुमार: “साइबर सेफ्टी वॉकथॉन एक अनुस्मारक है कि डिजिटल दुनिया में सुरक्षा जागरूकता से शुरू होती है। आइए अपनी ऑनलाइन उपस्थिति को सुरक्षित करने और भावी पीढ़ियों को शिक्षित करने के लिए मिलकर ये कदम उठाएं।”

मयंक अग्रवाल, संस्थापक गिव बैक टू गुरुग्राम: “इंटरनेट हमें जोड़ता है, लेकिन यह जिम्मेदारी भी मांगता है। इन 1930 मीटरों को एक साथ चलना दर्शाता है कि हम एक सुरक्षित और सुरक्षित साइबरस्पेस के लिए कदम बढ़ाने के लिए तैयार हैं।”

राजीव नंदवानी, साइबर सुरक्षा अधिकारी: “जागरूकता बढ़ाना साइबर खतरों के खिलाफ लचीलापन बनाने में पहला कदम है। यह वॉकथॉन डिजिटल युग में प्रत्येक व्यक्ति को सतर्क रहने के लिए सशक्त बनाने की हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाता है।”

मोनिका खन्ना, CEO माउंट ओलंपस स्कूल: “इतने सारे लोगों को साइबर सुरक्षा के लिए एकजुट होते देखना प्रेरणादायक है। साथ मिलकर, हम अपने छात्रों और परिवारों को डिजिटल युग के जोखिमों से शिक्षित और सुरक्षित कर सकते हैं।”

साझेदार एयरटेल पेमेंट्स बैंक और स्टेटिक के प्रतिनिधियों ने इस अनूठी पहल का हिस्सा बनने के लिए अपना उत्साह व्यक्त किया जो एक सुरक्षित और टिकाऊ डिजिटल पारिस्थितिकी तंत्र बनाने के उनके दृष्टिकोण के अनुरूप है।

साइबर सुरक्षा की ओर एक कदम

“साइबर वॉकथॉन – 1930 मीटर फॉर साइबर सेफ्टी” ने गुरुग्राम की एक डिजिटल सुरक्षित समाज बनाने की प्रतिबद्धता को प्रदर्शित किया। यह पहल फिटनेस और जागरूकता को जोड़कर एक कनेक्टेड दुनिया में सतर्कता की आवश्यकता को रेखांकित करती है।

आइए, 1930 साइबर हेल्पलाइन के बारे में जागरूकता फैलाएं और नागरिकों को साइबर अपराधों से लड़ने के लिए सशक्त बनाएं।

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