1989 से जयराम विद्यापीठ में शुरू किए गीता जयंती महोत्सव

श्री जयराम संस्थाओं के परमाध्यक्ष ब्रह्मस्वरूप ब्रह्मचारी ने दी कार्यक्रमों बारे जानकारी।

वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक

कुरुक्षेत्र, 8 नवम्बर : धर्मनगरी कुरुक्षेत्र के ब्रह्मस्वरोवर के तट पर श्री जयराम विद्यापीठ परिसर में 1989 से परम पूज्य ब्रह्मलीन देवेंद्र स्वरूप ब्रह्मचारी की प्रेरणा से गीता जयंती महोत्सव की शुरुआत की गई थी। जयराम संस्थाओं के मीडिया प्रभारी राजेश सिंगला ने बताया कि हर वर्ष इस वर्ष भी गीता जयंती महोत्सव 2024 के अवसर पर संत महापुरुषों के सान्निध्य में आस्था एवं भक्ति की धारा बहेगी। उन्होंने बताया कि भगवान श्री कृष्ण के श्रीमुख से उत्पन्न पावन गीता का संदेश जन जन तक पहुंचे इसी उद्देश्य से पिछले करीब 4 दशकों से चली आ रही गुरु परम्परा के अनुसार पावन श्री गीता के जन्मोत्सव गीता जयंती महोत्सव 2024 के सभी कार्यक्रम श्री जयराम विद्यापीठ परिसर में भक्तिभाव तथा आस्था से आयोजित होंगे। इन कार्यक्रमों में देश विदेश से बड़ी संख्या में श्रद्धालु शामिल होंगे।

देशभर में संचालित श्री जयराम संस्थाओं के परमाध्यक्ष ब्रह्मस्वरूप ब्रह्मचारी ने कार्यक्रमों बारे जानकारी देते हुए बताया कि भगवान श्री कृष्ण के जीवन, लीलाओं एवं गीता के संदेश पर आधारित राज्य स्तरीय अंतर विद्यालय सांस्कृतिक प्रतियोगिताएं 5 दिसम्बर से 7 दिसम्बर तक विद्यापीठ में आयोजित होंगी। इन प्रतियोगिताओं में राज्य के विभिन्न जिलों के विद्यालयों से बच्चे अपनी प्रतिभा व कौशल प्रदर्शित करेंगे। ब्रह्मचारी ने बताया कि हर वर्ष की भांति इस वर्ष 5 दिसम्बर से 11 दिसम्बर तक संगीतमयी श्रीमद् भागवत कथा का आयोजन होगा। जिसमें वृन्दावन मथुरा से विख्यात कथावाचक संजीव कृष्ण ठाकुर कथा करेंगे। 9 दिसम्बर को संत महापुरुषों के आशीर्वाद से गरीब परिवारों की कन्याओं का 33 वां सामूहिक विवाह समारोह होगा। ब्रह्मचारी ने बताया कि 10 दिसम्बर को हरवर्ष की भांति विशाल हास्य कवि सम्मेलन होगा। इस कवि सम्मेलन में देश कई महान एवं विख्यात हास्य कवि अपनी प्रस्तुतियां देंगे। उन्होंने बताया कि 11 दिसम्बर को गीता जयंती उत्सव समापन पर नगर की विभिन्न सामाजिक संस्थाओं के साथ भव्य शोभा यात्रा निकलेगी।

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