श्रीमद् भगवद् गीता आधारित संतुलित प्रकृति एवं शुद्ध पर्यावरण विषय पर वैश्विक विद्वान करेंगे मंथन। कुवि एवं सम्बन्धित महाविद्यालय के छात्र गीता पर बनाएंगे वीडियो। वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक कुरुक्षेत्र 08 नवम्बर : कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सोमनाथ सचदेवा ने शुक्रवार को गीता जयंती समारोह के अवसर पर कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय तथा कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड (केडीबी) के सहयोग से 05 से 07 दिसंबर, 2024 तक श्रीमद्भगवद गीता आधारित संतुलित प्रकृति एवं शुद्ध पर्यावरण विषय पर आयोजित होने वाले 9वें अंतर्राष्ट्रीय गीता कांफ्रेंस की वेबसाइट को कुलपति प्रो. सोमनाथ व केडीबी के मानद सचिव उपेन्द्र सिंघल ने कमेटी रूम में लांच किया। इस मौके पर छात्र प्रतिभा खोज प्रतियोगिता का पोस्टर और ब्रोशर भी जारी किया गया। इस मौके पर कुलपति प्रो. सोमनाथ सचदेवा ने कहा कि यह कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के लिए गर्व की बात है कि विश्वविद्यालय अंतर्राष्ट्रीय गीता जयंती महोत्सव के अवसर पर अंतर्राष्ट्रीय कांफ्रेंस-2024 का आयोजन करने जा रहा है। इस कांफ्रेंस में देश व दुनिया से विभिन्न विषयों के विशेषज्ञ भाग लेंगे व श्रीमद्भगवद गीता आधारित संतुलित प्रकृति, शुद्ध पर्यावरण विषय पर अपने विचारों को सांझा करेंगे। उन्होंने बताया कि अंतर्राष्ट्रीय संगोष्ठी की वेबसाइट के माध्यम से देश-विदेश से आने वाले बुद्धिजीवियों को संगोष्ठी के बारे में एक क्लिक के माध्यम से हर सूचना मिल सकेगी। कुलपति प्रो. सोमनाथ ने बताया कि इस वेबसाइट के माध्यम से, कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय और संबद्ध कॉलेजों के यूजी/पीजी छात्रों के लिए इस सम्मेलन के एक भाग के रूप में ‘गीता इनसाइट्स चैलेंज’ नामक एक विशेष छात्र प्रतिभा खोज प्रतियोगिता शुरू की जा रही है। यह कार्यक्रम कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के इंस्टीट्यूट ऑफ लॉ द्वारा आयोजित किया जा रहा है। प्रथम पुरस्कार के रूप में 1 लाख रुपये, द्वितीय पुरस्कार के रूप में 51000 रुपये और तृतीय पुरस्कार के रूप में 21,000 रुपये की राशि दी जाएगी। पांच सांत्वना पुरस्कार भी दिए जाएंगे, जिनमें से प्रत्येक को 11,000/- रुपये दिए जाएंगे। केडीबी के मानद सचिव उपेंद्र सिंघल ने आश्वासन दिया कि इस सम्मेलन के सुचारू आयोजन के लिए केडीबी द्वारा सभी प्रकार का समर्थन प्रदान किया जाएगा। इसके साथ ही व्यापार वर्ग से जुड़े हुए बुद्धिजीवियों का गीता पर आधारित सत्र आयोजित किया जाएगा। सम्मेलन के निदेशक प्रो. तेजेन्द्र शर्मा ने कुलपति प्रो. सोमनाथ सचदेवा का आभार प्रकट करते हुए कहा कि कुवि में आयोजित होने वाले 9वें अंतर्राष्ट्रीय गीता सम्मेलन में देश-विदेश के गीता मनीषी, विद्वान व अनेक देशों के प्रतिनिधि भागीदारी करेंगे। गीता सम्मेलन के के बारे में अधिक जानकारी कार्यक्रम की वेबसाइट ीजजचरूध्ध्हपजेंमउपदंतानतनोमजतंण्बवउध्रु पर उपलब्ध है। सार और पेपर जमा करने की अंतिम तिथि 25 नवंबर, 2024 निर्धारित की गई है। प्रतिभागी पोस्टर प्रस्तुति के माध्यम से भी प्रस्तुति दे सकते हैं। सम्मेलन की उप-निदेशक प्रो वनिता ढींगरा ने बताया कि केवल उन छात्रों को भाग लेने की अनुमति दी जाएगी जिन्हें उनके विभागों द्वारा नामित किया गया है। इस मौके पर कुलसचिव प्रो. संजीव शर्मा, केडीबी मानद सचिव उपेन्द्र सिंघल, प्रो. तेजेन्द्र शर्मा, प्रो. सुशीला चौहान, लोक सम्पर्क विभाग के निदेशक प्रो. महासिंह पूनिया, उप-निदेशक डॉ. जिम्मी शर्मा, प्रो. शुचिस्मिता प्रो. निर्मला चौधरी, डॉ. रमेश सिरोही, डॉ. प्रीतम, प्रो. अनिता दुआ, प्रो. कृष्णा देवी, प्रो. भगत सिंह, प्रो. आरके देसवाल विजय नरूला, डॉ. ऋषिपाल, डॉ. एमके मौदगिल सहित अन्य गणमान्य लोग मौजूद थे। संगोष्ठी में कुवि के 15 विभाग करेंगे भागीदारी।अंतर्राष्ट्रीय गीता संगोष्ठी के संयोजक प्रो. तेजेन्द्र शर्मा ने बताया कि से 05 से 07 दिसंबर, 2024 तक श्रीमद्भगवद गीता आधारित संतुलित प्रकृति एवं शुद्ध पर्यावरण विषय पर आयोजित होने वाले 9वें अंतर्राष्ट्रीय गीता कांफ्रेंस में कुवि के 15 विभाग भागीदारी करेंगे। इस संगोष्ठी में लगभग 12 तकनीकी सत्र व 2 प्लेनरी सत्र आयोजित होंगे जिसमें शिक्षक, बुद्धिजीवी, शोधार्थी व विद्धजन अपने शोध पत्र प्रस्तुत करेंगे। Post navigation श्रीमद्भगवतगीता का मॉरिशस के जन जन में बहुत आस्था एवं विश्वास है : उच्चायुक्त हेयमंदोयल डिलम गीता जयंती महोत्सव के अवसर पर इस वर्ष भी बहेगी आस्था एवं भक्ति की धारा : ब्रह्मस्वरूप ब्रह्मचारी