भारत सारथी/ऋषि प्रकाश कौशिक
गुरुग्राम। आज रोहतक में भाजपा की सदस्यता का जो 5 तारीख से अभियान आरंभ होना है, उसे लेकर बैठक हुई। उस बैठक में मुख्यमंत्री नायब सैनी का भी आना था लेकिन राष्ट्रीय नेताओं से मिलने के कारण आ नहीं पाए। उस कार्यक्रम में जब पूर्व प्रदेश अध्यक्ष ओमप्रकाश धनखड़ जा रहे थे तो कुछ पत्रकारों ने उनसे बात की।
पत्रकारों के पूछने पर उन्होंने कहा कि यह तो राष्ट्रीय पर्व जैसा है, सदस्यता अभियान आरंभ हो रहा है। इसके बारे में अधिक जानने के लिए पूछा गया तो उनका उत्तर था कि या तो यह प्रदेश अध्यक्ष मोहनलाल बड़ोली बताएंगे या सदस्यता प्रमुख एडवोकेट वेदपाल बताएंगे। आगे उन्होंने कहा कि मैं झज्जर की चारों विधानसभाओं में एक-एक लाख सदस्य बनाउंगा।
मन में विचार आया कि क्या धनखड़ जी को कोई जादुई चिराग मिल गया है, जो वह अपनी बादली विधानसभा में भी एक लाख सदस्य बना लेंगे, क्योंकि 2019 के चुनाव में उन्हें वहां लगभग 33 हजार वोट प्राप्त हुए थे और अभी हाल में हुए 2024 के चुनाव में उन्हें लगभग 51 हजार वोट प्राप्त हुए हैं। यह कहने की बात नहीं कि वह दोनों ही चुनाव हार गए हैं लेकिन मन में एक प्रश्न आया कि एक सदस्य यदि कम से कम दो वोट भी डलवाए तो 3 वोट हो गई और 51 हजार को 3 से भाग करें तो 17 हजार आया अर्थात दस वर्ष में मेहनत करके जबकि वह इस समय में हरियाणा के प्रदेश अध्यक्ष भी रहे, अपने क्षेत्र में 17 हजार सदस्य भी बना नहीं पाए। तो अब एक लाख सदस्य कह रहे हैं, इससे यह तो जरूर लगा न कि उन्हें कोई जादुई चिराग मिल गया है, जिससे वह एक लाख सदस्य बनाएंगे या फिर यह भी हो सकता है कि दो चुनाव की हार से वह बौखलाए हुए हैं, दूसरे संगठन में भी उन्हें लगभग किनारे किया हुआ है, आगे का भविष्य में उज्जवल नजर नहीं आ रहा। ऐसे में वह बौखलाहट में इस प्रकार की बातें कर भाजपा हाईकमान का ध्यान अपनी ओर आकर्षित करना चाहते हों।
इस कार्यक्रम के पश्चात प्रेस वार्ता भी हुई थी, जिसमें पूर्व प्रदेश अध्यक्ष रामबिलास शर्मा या ओमप्रकाश धनखड़ को बैठने का स्थान नहीं मिला था। अब आप ही सोचिए कि क्या मेरा यह सोचना हास्यास्पद है कि धनखड़ साहब को कोई जादुई चिराग मिल गया है।