रत्नावली द्वारा लूर, गायन शैलियां, लोक विनोद, पगडी, रागनी, हरियाणवी नाटक, रसिया, हरियाणवी आर्केस्ट्रा को अभी तक किया संरक्षित।

वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक

कुरुक्षेत्र, 19 अक्टूबर : कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर सोमनाथ सचदेवा ने कहा कि कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय सदैव हरियाणवी संस्कृति के संरक्षण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता आया है। रत्नावली महोत्सव पूरे विश्व में हरियाणवी संस्कृति का परचम फहरा रहा है। 25 से 28 अक्टूबर तक आयोजित होने वाले लोक संस्कृति के इस महाकुंभ राज्य स्तरीय रत्नावली महोत्सव में 34 विधाओं में 3000 से अधिक कलाकार अपनी भागेदारी सुनिश्चित कर रहे हैं। इस महोत्सव में युवा पीढ़ी पाश्चात्य संस्कृति से दूर हटकर हरियाणवी संस्कृति को आगे बढ़ा रही है। कुवि ने रत्नावली के माध्यम लूर नृत्य गायन शैलियां, लोक विनोद, पगडी, रागनी, हरियाणवी नाटक, रसिया, हरियाणवी आर्केस्ट्रा आदि कलाओं को संरक्षित करने का कार्य किया है। इस महोत्सव के माध्यम से युवा पीढ़ी हरियाणवी संस्कृति को सहेजने का काम भी कर रही है। हरियाणवी संस्कृति दुनिया में सबसे अव्वल है और आज प्राचीन संस्कृति और संस्कारों को अपनाने की जरूरत है। यह महोत्सव नैतिक मूल्यों का भी अहसास युवा पीढ़ी को करवा रहा है।

लोक सम्पर्क विभाग के निदेशक प्रो. महासिंह पूनिया ने बताया कि हरियाणा में लुप्त हो चले ‘लूर’ नृत्य को रत्नावली महोत्सव में शामिल कर लूर नृत्य को जीवन्त किया गया है। फागुन के महीने में ग्रामीण बालिकाओं एवं महिलाओं द्वारा लूर नृत्य करने की परम्परा रही है। वर्तमान में यह परम्परा लुप्त प्राय हो चली है। कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय की टीम ने गांव में जाकर लूर नृत्य के संरक्षण के लिए अनेक सार्थक कदम उठाए हैं।

युवा एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम विभाग के निदेशक प्रो. विवेक चावला ने बताया कि कुलपति प्रो. सोमनाथ सचदेवा के मार्गदर्शन में रत्नावली महोत्सव हरियाणवी लोक कला एवं संस्कृति के संरक्षण एवं समृद्धि को लेकर नए आयाम स्थापित कर रहा है। कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय का यह सांस्कृतिक उत्सव हरियाणा प्रदेश की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को यहां मंचित करने में सफल होगा।

मुख्यमंत्री को भेजा निमंत्रण।
कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सोमनाथ सचदेवा ने बताया कि युवा एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम विभाग द्वारा 25 से 28 अक्टूबर तक आयोजित होने वाले राज्य स्तरीय रत्नावली महोत्सव के लिए हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी को निमंत्रण भेजा गया है। उनकी गरिमामयी उपस्थिति युवाओं में नए उत्साह व जोश का संचार करेगी।

पूरे विश्व में विख्यात है कुवि का रत्नावली महोत्सव।
कुवि के युवा एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम विभाग के निदेशक प्रो. विवेक चावला ने बताया कि कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय का रत्नावली महोत्सव पूरे विश्व में विख्यात है। इस उत्सव के माध्यम विदेशों में भी युवा पीढ़ी को संस्कार और हरियाणा की संस्कृति का ज्ञान मिल रहा है।

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