श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों को कनोर ब्रेमसे ने प्रदान की स्कॉलरशिप, पूरे कोर्स का खर्च उठाने का वादा।

कुलपति डॉ. राज नेहरू ने कनोर ब्रेमसे की सीएसआर हेड रूपाली अग्रवाल के प्रयासों को सराहा।

वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक

पलवल : श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय के 22 विद्यार्थियों को ‘केबीआई सफलता’ स्कॉलरशिप मिली है। कनोर ब्रेमसे द्वारा दी गई इस स्कॉलरशिप में विद्यार्थियों पर कुल 10 लाख रुपए खर्च किए गए हैं। विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. राज नेहरू एवं कुलसचिव प्रोफेसर ज्योति राणा की उपस्थिति में कनोर ब्रेमसे की सीएसआर हेड रूपाली अग्रवाल ने विद्यार्थियों को स्कॉलरशिप वितरित की।

इस अवसर पर कुलपति डॉ. राज नेहरू ने विद्यार्थियों को बधाई देते हुए कहा कि इतनी प्रतिष्ठित स्कॉलरशिप प्राप्त करना अपने आप में गौरव की बात है। उन्होंने विद्यार्थियों से खूब मेहनत करने और नवाचारी बनने का आह्वान किया। कुलपति डॉ. राज नेहरू ने कहा कि नवाचार के माध्यम से ही हम 2047 तक विकसित भारत बना सकते हैं। हर विद्यार्थी नया और सकारात्मक करे, ताकि उनके व्यक्तित्व का विकास हो और वह देश के विकास में भूमिका निभा सके।

कुलसचिव प्रोफेसर ज्योति राणा ने कहा कि सभी विद्यार्थियों का आगे बढ़ने में यह स्कॉलरशिप बहुत महत्वपूर्ण है। उनके रास्ते में कोई वित्तीय बाधा नहीं आने दी जाएगी। प्रोफेसर ज्योति राणा ने विद्यार्थियों को एंटरप्रेन्योरशिप अपनाने के लिए भी प्रेरित किया।

कनोर ब्रेमसे की सीएसआर हेड रूपाली अग्रवाल ने कहा कि सीएसआर पर पैसा खर्च करना उतना महत्वपूर्ण नहीं है, जितना महत्वपूर्ण उसका उद्देश्य है। हम अच्छे उद्देश्य के लिए पैसा खर्च कर रहे हैं। रूपाली अग्रवाल ने कहा कि केवल एक वर्ष के लिए नहीं, बल्कि हम पूरे कोर्स के लिए विद्यार्थियों को यह छात्रवृति प्रदान करेंगे। उन्होंने विद्यार्थियों के सामने टेक्निकल गाइडेंस और मेंटरशिप की पेशकश भी रखी।

अकादमिक अधिष्ठाता प्रोफेसर आर एस राठौड़ ने कहा कि शिक्षा पर खर्च किया गया यह धन इन विद्यार्थियों का भविष्य बनाएगा। प्रोफेसर राठौड़ ने इसके लिए कनोर ब्रेमसे का आभार ज्ञापित किया। डीन प्रोफेसर ऋषिपाल ने कार्यक्रम में उपस्थित प्रकाश इंडस्ट्रीज के एमडी विक्रम अग्रवाल के साथ तकनीकी प्रशिक्षण पर चर्चा की।

स्कॉलरशिप पाने वालों में प्रिया, गीतांजलि, विक्रमादित्य, उत्तम, अनुज शर्मा, आयुष शर्मा, पावन कोशिश, कुणाल, दीपांशी, अंजू खत्री, कृष्ण बेनीवाल, सौरव, शिवम, रोहित, रिया, प्रिया, मयंक, काव्य, कशिश शर्मा, जय कुमार और अमन के नाम शामिल हैं।
इस मौके पर डीन प्रोफेसर कुलवंत सिंह, डीन प्रोफेसर ऊषा बत्रा, प्रोफेसर ए के वात्तल और डिप्टी डायरेक्ट अमीष अमेय भी उपस्थित थे। सहायक उप निदेशक विनोद भारद्वाज ने सभी का आभार ज्ञापित किया।

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