पलवल में आयोजित जिला स्तरीय स्वतंत्रता दिवस समारोह में मंत्री सीमा त्रिखा ने किया ध्वजारोहण

चंडीगढ़, 15 अगस्त- प्रदेश सरकार में उच्चतर एवं स्कूल शिक्षा राज्य मंत्री सीमा त्रिखा ने कहा कि आज हर भारतवासी के लिए खुशी एवं गर्व का दिन है। ‘‘हर घर तिरंगा’’ कार्यक्रम से तिरंगे के साथ पूरा देश देशभक्ति के रंग में रंगा हुआ है। इस दिन के लिए मां भारती के अनगिनत सपूतों ने अपना सर्वस्व बलिदान कर दिया। इसी दिन के लिए असंख्य देशभक्तों ने कष्ट झेले और यातनाएं सही।

 नेताजी सुभाषचंद्र बोस स्टेडियम, पलवल में आयोजित जिला स्तरीय स्वतंत्रता दिवस समारोह के अवसर पर प्रदेश सरकार में उच्चतर एवं स्कूल शिक्षा राज्य मंत्री सीमा त्रिखा ने बतौर मुख्य अतिथि शिरकत कर ध्वजारोहण किया तथा परेड की टुकडिय़ों का निरीक्षण कर भव्य परेड की सलामी ली।

 शिक्षा मंत्री सीमा त्रिखा ने राष्ट्रीय पर्व के मौके पर सभी जिलावासियों और सीमाओं पर मुश्किल हालातों के बीच मुस्तैदी से तैनात वीर जवानों को स्वतंत्रता दिवस की विशेष तौर पर बधाई दी। उन्होंने इस पावन अवसर पर स्वतंत्रता की बलिवेदी पर अपने प्राणों की आहुति देने वाले सभी ज्ञात-अज्ञात शहीदों को नेताजी सुभाषचंद्र बोस स्टेडियम परिसर में स्थित शहीद स्मारक पर पुष्प चक्र अर्पित कर भावभीनी श्रद्धांजलि दी। साथ ही उन वीर सैनिकों को भी सलाम किया, जिन्होंने आजादी के बाद देश की एकता व अखंडता की खातिर अपने प्राण न्योछावर कर दिए। समारोह में मुख्य अतिथि ने स्वतंत्रता सेनानियों तथा वीरांगनाओं व उनके परिजनों को सम्मानित भी किया।

इस मौके पर संबोधित करते हुए प्रदेश सरकार में उच्चतर एवं स्कूल शिक्षा राज्य मंत्री सीमा त्रिखा ने कहा कि सभी जानते हैं कि आजादी के आंदोलन की पहली चिंगारी 10 मई, 1857 को हरियाणा के अंबाला से फूटी थी। उस चिंगारी ने आगे चलकर ऐसा जन-आंदोलन खड़ा किया, जिसके बलबूते हम 1947 में अंग्रेजी हुकूमत को उखाड़ फेंकने में कामयाब रहे। इस आंदोलन के बलिदानियों की देशभक्ति से हमारी युवा पीढ़ी प्रेरणा हासिल करे, इसके लिए अम्बाला छावनी में शहीदी स्मारक बनाया जा रहा हैं।

उन्होंने बताया कि आजादी के बाद भी 1962, 1965 व 1971 के विदेशी आक्रमण से लेकर कारगिल युद्ध तक हरियाणा के वीर जवानों ने वीरता की मिसाल पेश करते हुए देश की आजादी को अक्षुण बनाए रखने में निरंतर योगदान दिया है। हम अपने शहीदों के बलिदानों का कर्ज तो नहीं चुका सकते, लेकिन उनके परिजनों की देखभाल करके उनके प्रति सम्मान अवश्य जता सकते हैं। इस दिशा में सरकार ने ‘सैनिक व अर्ध-सैनिक कल्याण विभाग‘ का गठन किया है।

 इसके अलावा युद्ध के दौरान शहीद हुए सेना व अर्ध-सैनिक बलों के जवानों की अनुग्रह राशि व आई.ई.डी. ब्लास्ट के दौरान शहीद होने पर अनुग्रह राशि बढ़ाकर 50 लाख रुपए की गई है। अग्निवीर योजना के तहत युवाओं को नौकरियों में विशेष लाभ देने और स्वरोजगार के लिए 5 लाख रुपये तक का ऋण देने का निर्णय लिया गया है।

   उन्होंने बताया कि पिछले लगभग 10 साल में हरियाणा सद्भाव, सौहार्द, समान विकास, समरसता के साथ-साथ उन बदलावों का साक्षी रहा हैं, जिनसे हर आदमी का जीवन सरल, सुगम और सुरक्षित हुआ है। प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी के कुशल नेतृत्व में प्रदेश सरकार ने जनसेवा और जनता के बीच न केवल बेहतर व्यवस्था बनाने का काम किया गया है, बल्कि ऐसी व्यवस्था देने का प्रयास किया है, जिसमें जन-जन को योजनाओं और सेवाओं का सरल तरीके से लाभ प्राप्त हो सके।

उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य सेवाओं में इजाफा करने के लिए हर जिले में मेडिकल कॉलेज खोलने और अन्य स्वास्थ्य संस्थानों में आवश्यक उपकरणों की वृद्धि की जा रही है, ताकि नागरिकों को उनके घर द्वार के नजदीक बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मिल सकें। सरकार द्वारा रेवाड़ी में प्रदेश का पहला एम्स स्थापित किया जा रहा है। इसके अलावा पंचकूला, पलवल, फतेहाबाद तथा चरखी दादरी में भी राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय स्थापित किए जाएंगे। प्रदेश के सभी सरकारी चिकित्सा महाविद्यालयों में प्रधानमंत्री भारतीय जन औषधि परियोजना के तहत प्रधानमंत्री भारतीय जन औषधि केंद्र खोले गए हैं।

उन्होंने कहा कि  मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के कुशल नेतृत्व में सरकार ने गरीबों का जीवन-स्तर ऊपर उठाने के लिए गरीबों को स्वरोजगार के लिए ऋण प्रदान किए हैं। गरीबों के सिर पर छत उपलब्ध करवाने के लिए ‘प्रधानमंत्री आवास योजना’ के तहत हजारों मकान बनाए गए हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में गरीब परिवारों को 100-100 वर्ग गज तथा शहरी क्षेत्रों में 30-30 वर्ग गज के प्लाट देने की योजना को मूर्त रूप दिया है और कई शहरों एवं गांवों में प्लाट प्रदान किए गए हैं। गरीब परिवारों को रोडवेज की बसों में फ्री परिवहन सुविधांए देने के लिए हैप्पी कार्ड वितरित किए जा रहे है। हर गरीब को राशन मिले, इसके लिए राशन वितरण व्यवस्था को पारदर्शी बनाया गया है।  

 वहीं उन्होंने बताया कि गरीब बच्चों को प्राइवेट स्कूलों में पढ़ाने के लिए चिराग योजना चलाई गई है। यही नहीं, कौशल रोजगार निगम के तहत कच्चे कर्मचारियों की भर्ती में भी गरीब परिवारों के युवाओं को प्राथमिकता दी गई है। इसके अलावा, कच्चे कर्मचारियों की नौकरी सुरक्षित करके उन्हें पक्के कर्मचारियों की तर्ज पर डीए, वेतनवृद्धि आदि लाभ देने का निर्णय लिया गया है।

   उन्होंने बताया कि इस सरकार में युवाओं की योग्यता को पूरा मान-सम्मान दिया है। अब तक 1 लाख 44 हजार युवाओं को योग्यता के आधार पर सरकारी नौकरियां प्रदान की हैं।

यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में गरीब, अंत्योदय के जीवन को सुगम करना सरकार का लक्ष्य है। उज्जवला योजना के तहत करीब 50 लाख बीपीएल परिवारों को 500 रुपये में गैस सिलेंडर मुहैया करवाने का निर्णय लिया गया है। इससे अधिक की राशि हर माह लाभार्थी के खाते में डीबीटी के माध्यम से वापस दी जाएगी।

उन्होंने बताया कि आज खेल जगत में हरियाणा का बड़ा नाम है। हमारे युवा बड़ी उपलब्धियां प्राप्त कर देश-प्रदेश का नाम रोशन कर रहे हैं। मैडल जीतने वाले खिलाडिय़ों को नकद पुरस्कार देने के साथ-साथ सरकारी नौकरियां दी जा रही हैं। अवार्ड पाने वाले खिलाडिय़ों को मासिक मानदेय भी दिया जाता है। उन्होंने पेरिस ओलंपिक में पदक विजेता खिलाडिय़ों को बधाई एवं शुभकामनाएं दी।  

मंत्री सीमा त्रिखा ने समारोह में उपस्थित लोगों से आह्वान किया कि वे राष्ट्रीय पर्व के अवसर पर अपनी महान सांस्कृतिक परम्पराओं और उच्च नैतिक मूल्यों पर चलते हुए देश और प्रदेश को स्वच्छ, स्वस्थ और खुशहाल एवं समृद्ध बनाने के लिए एकजुट होकर काम करने का संकल्प लें।

 इस अवसर पर डीसी डा. हरीश कुमार वशिष्ठ, जिला एवं सत्र न्यायाधीश पुनीश जिंदीया, एडीजे तैय्यब हुसैन और एसपी चंद्रमोहन अन्य अधिकारी मौजूद रहे।

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