2024 की महिला विधायक जिला गुरुग्राम की दूसरी महिला विधायक होगी

जिला गुरुग्राम से दो महिला विधायक की संभावना से नहीं इनकार

फतह सिंह उजाला 

गुरुग्राम । शनिवार 5 अक्टूबर को प्रजातंत्र के सबसे बड़े पर्व में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करते हुए मतदाताओं के द्वारा अपने-अपने जनप्रतिनिधियों का भाग्य इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन में बंद कर दिया जाएगा । इसके बाद 8 अक्टूबर को मतगणना के बाद ही स्पष्ट होगा , जनता – जनार्दन के द्वारा अपना जनप्रतिनिधि चुना जाने के लिए किस उम्मीदवार को पसंद करते हुए प्राथमिकता प्रदान की है।

मतदान प्रक्रिया 5 अक्टूबर शनिवार को सुबह आरंभ होकर शाम को लॉक होने के बाद 8 अक्टूबर को मतगणना समाप्त होने के साथ ही पूरी तरह अनलॉक हो जाएगी । हरियाणा के इतिहास में जिला गुरुग्राम जिसे की साइबर सिटी भी कहा जा रहा है, यह हर मामले में देश और दुनिया में जिज्ञासा का विषय बना रहता है । वर्ष 2024 के विधानसभा चुनाव में भी इस बात को लेकर प्रबल जिज्ञासा आम जनमानस में बनी है कि जिला गुरुग्राम से 2024 मैं आरंभ होने वाली हरियाणा विधानसभा में महिला विधायकों की कितनी संख्या हो सकती है ?  जिला गुरुग्राम के पटौदी आरक्षित विधानसभा सीट से 2014 में भाजपा की टिकट से चुनाव जीतने वाली विमला चौधरी पटौदी विधानसभा और जिला गुरुग्राम की पहली महिला विधायक के रूप में अपना नाम दर्ज करवाने में सफल रही है। लेकिन 2019 में वह भाजपा का टिकट प्राप्त नहीं कर सकी तथा भाजपा के द्वारा पटौदी से सत्य प्रकाश को उम्मीदवार बनाया गया।

वर्ष 2024 में हालात ऐसे बन गए की जिला गुरुग्राम की पटौदी विधानसभा सीट से मुख्य प्रतिद्वंद्वी पॉलीटिकल पार्टी भाजपा के द्वारा एक बार फिर से पूर्व विधायक विमला चौधरी तथा कांग्रेस पार्टी के द्वारा अपने ही पूर्व विधायक भूपेंद्र चौधरी की पुत्री सुप्रीम कोर्ट की एडवोकेट पर्ल चौधरी को उम्मीदवार बनाया गया है । पूरे हरियाणा में चर्चा के मुताबिक पटौदी में भी मुख्य मुकाबला इन दोनों ही महिला उम्मीदवारों के बीच में बना हुआ है। पटौदी में कुल वोटर संख्या 254780 है । इसमें से 132832 पुरुष और एक लाख 21946 महिला मतदाता है। दोनों उम्मीदवार विमला चौधरी तथा पर्ल चौधरी को लेकर जो मुख्य मुद्दा चुनाव में बना है , उसको देखते हुए इस बात से इनकार नहीं की शनिवार 5 अक्टूबर को पटौदी विधानसभा क्षेत्र में महिला मतदाताओं के द्वारा अपनी पसंद की विधायक का चुनाव किया जाने में उम्मीद से अधिक मतदान किया जा सकता है । पूरे चुनाव प्रचार के दौरान दोनों महिला उम्मीदवारों को लेकर महिला वर्ग के बीच में एक अलग ही प्रकार का उत्साह भी दिखाई दिया है।

अब ध्यान देते हैं बादशाहपुर विधानसभा क्षेत्र की तरफ से भी क्या महिला उम्मीदवार कुमुदिनी राकेश दौलताबाद पुरुष उम्मीदवारों के लिए चर्चाओं के मुताबिक चुनौती बनी हुई है। बादशाहपुर के ही विधायक स्वर्गीय राकेश दौलताबाद की धर्मपत्नी कुमुदिनी राकेश दौलताबाद पति की राजनीतिक विरासत के माध्यम से जन सेवा का संकल्प लेकर चुनावी मैदान में है । यहीं से अनुभवी राजनेता और पूर्व मंत्री भाजपा की तरफ से राव नरबीर सिंह तथा लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के उम्मीदवार की दौड़ में शामिल रहे युवा कांग्रेस नेता वर्धन यादव के बीच में भी मुकाबला ठहराया गया है । बादशाहपुर मतदाता संख्या के अनुसार सबसे बड़ा विधानसभा क्षेत्र जिला गुरुग्राम का है। यहां पर 275 279 पुरुष तथा 245662 महिला मतदाता के द्वारा अपने विधायक के चुनाव का शनिवार को फैसला लॉक कर दिया जाएगा । 

रोचक बात यही है कि कुल 520 958 मतदाताओं के बीच में से कितने मतदाताओं के द्वारा किस उम्मीदवार को अपना विधायक चुनाव जाने के लिए इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन में पसंद का बटन दबाया जाएगा ? लेकिन जिज्ञासा लोगों के मुताबिक बादशाहपुर से चुनावी मैदान में बादशाहपुर के ही पूर्व विधायक स्वर्गीय राकेश दौलताबाद की धर्मपत्नी राकेश दौलताबाद के द्वारा राजनीतिक चुनौती को लेकर जिज्ञासा बनी हुई है । अब यह भविष्य के गर्भ में है कि जिला गुरुग्राम से हरियाणा की राजनीति के इतिहास में जिला गुरुग्राम से दो महिला विधायक या फिर एक महिला विधायक हरियाणा विधानसभा में अपना नाम दर्ज करवाने में सफल रहेगी। इसका फैसला 8 अक्टूबर मंगलवार को इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन अनलॉक होने पर वोटो की गिनती के बाद सभी के सामने होगा।

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