भाजपा प्रत्याशी डॉक्टर अभय सिंह का दूसरे दिन भी विरोध, कोरिया वास में ग्रामीणों द्वारा सवाल जवाब

बुधवार को डॉ अभय सिंह यादव का गहली गांव में हुआ विरोध, दिखाए काले झंडे और जमकर नारेबाजी

भारत सारथी कौशिक 

नारनौल। नांगल चौधरी विधानसभा से भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी व प्रदेश में निवर्तमान सिंचाई राज्य मंत्री डॉ अभय सिंह को बृहस्पतिवार को गांव कोरियावास में ग्रामीणों का कोप भजन का शिकार होना पड़ा। ग्रामीणों के सवाल जवाब का उत्तर भाजपा प्रत्याशी डॉ अभय सिंह तथा जिलाध्यक्ष दयाराम यादव से देते ना बना।

जानकारी के अनुसार नांगल चौधरी विधानसभा के गांव कोरियावास में अपने जनसंपर्क अभियान के तहत बृहस्पतिवार को मतदाताओं से वोट की अपील करने नांगल चौधरी भाजपा प्रत्याशी पहुंचे। ग्रामीणों ने खुलकर कहा कि भारतीय जनता पार्टी के पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर और वर्तमान मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी कांग्रेस पर भारतीयों को गैंग होने का आरोप लगाती है जबकि वह विपक्ष में थी। ग्रामीणों का कहना था कि जब केंद्र व प्रदेश में भाजपा की सरकार थी तो भर्ती क्यों नहीं खोली गई, जब आप ऐसा करने में असफल रहे तो फिर आपको वोट क्यों दिया जाए? 

ग्रामीणों ने यह भी कहा कि भाजपा अपनी हर असफलता का ठिकारा कांग्रेस और जेजेपी केसर फोड़ देता है। विकास को लेकर भाजपा के दावों की खिल्ली उड़ाते हुए ग्रामीणों ने कहा कि जैसे 10 साल पूर्व में जिला महेंद्रगढ़ था आज भी यथा स्थिति है। उन्होंने कहा कि भाजपा प्रत्याशी दावा जताते हैं कि कोरिया वास में मेडिकल कॉलेज उनकी देन है जबकि सच्चाई है कि यह एक सरकारी योजना थी जो प्रदेश की सभी जिलों में मेडिकल कॉलेज खोले जाने थे। कोरियावास गांव के लोगों ने इस कॉलेज के लिए निशुल्क जमीन दी है। 

ग्रामीणों का यह भी कहना था कि प्रदेश भाजपा सरकार एससी और ओबीसी कोटे के तहत नौकरियां देने में असफल रही है। ग्रामीणों ने खुला आरोप लगाया कि भाजपा ने एससी और ओबीसी कोटे को ही खत्म कर दिया। जब भाजपा जनता की हितैषी नहीं है तो जनता उनको वोट क्यों दे? जिले में तथा प्रदेश में फैली बेरोजगारी भाजपा की देन है।

यहां यह बता दें कि बुधवार को गांव गहली में हरियाणा के नारनौल में विकास कार्यों का भेदभाव का आरोप लगाते हुए सिंचाई मंत्री अभय सिंह यादव का ग्रामीणों ने काले झंडे लहराकर तथा नारेबाजी कर विरोध किया था। ग्रामीणों का कहना था कि विधायक ने यहां पर कोई भी विकास कार्य नहीं करवाए। विरोध होने के बाद मंत्री वहां से बिना पानी पिए ही वापस आ गए।

गहली गांव में जैसे ही मंत्री पहुंचे तो ग्रामीणों ने उनका विरोध शुरू कर दिया। ग्रामीणों का कहना था कि विधायक बनने के बाद उन्होंने 10 साल में गहली गांव की कोई सुध नहीं ली। यहां पर मूलभूत सुविधाओं का भी अभाव है। सिंचाई मंत्री होने के बावजूद यहां पर नहरी पानी भी नहीं आया है। जिसके कारण ग्रामीणों में रोष है।

बाद में ग्रामीणों ने विरोध करने वालों को समझाया, सभा करके गए मंत्री 

विरोध होने के बाद वहां पर मौजूद अन्य ग्रामीणों ने विरोध करने वाले लोगों को समझाया। इसके बाद वहां पर मंत्री ने सभा की तथा लोगों को यह भी बताया कि उन्होंने यहां के लोगों के लिए बहुत कार्य करवाए हैं। नहरी पानी की व्यवस्था की है। जिसके बाद ग्रामीणों ने भी यह भी कहा कि कुछ लोगों द्वारा इस प्रकार का किया गया विरोध सही नहीं है।

ग्रामीणों ने काले झंडे दिखा निराशा जताई

गांव में पहुंचते ही कुछ युवाओं ने डॉ. अभय सिंह यादव के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी और काले झंडे दिखाए। हालांकि, डॉ. अभय सिंह यादव ने थोड़ी देर के लिए युवाओं के बीच रुककर स्थिति को समझने की कोशिश की, लेकिन इसके बाद वे वहां से आगे बढ़ गए। बावजूद इसके, युवा लगातार नारेबाजी करते रहे और काले झंडे दिखाते रहे।

वहीं दूसरी ओर बुधवार को ही गांव थनवास मे विकास पुरुष के पर्चे बांटने वाले आये थे, तो गांव के लोगो ने उनको वापिस भेज दिया। गांव के युवकों ने भाजपा के इन लोगों का विरोध करते हुए बिना पर्चे बांटे इन्हें गांव से वापिस कर दिया।

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