आशीर्वाद द्वारा अभय सिंह और खट्टर को सीधा संदेश भारत सारथी कौशिक नारनौल। भाजपा चुनाव कार्यालय में शनिवार देर शाम को आए पार्टी के वरिष्ठ नेता पंडित रामबिलास शर्मा ने नांगल चौधरी से जननायक जनता पार्टी के प्रत्याशी ओमप्रकाश इंजीनियर को आज न केवल जीत का आशीर्वाद दे दिया बल्कि रामबिलास शर्मा ने ओमप्रकाश इंजीनियर की खुलकर तारीफ भी की। वही राजनीति के गलियारों में इसके बाद चर्चा होने लगी है कि आशीर्वाद उनकी जगह अभय सिंह के चेहते कंवर सिंह यादव को महेंद्रगढ़ से प्रत्याशी बनाए जाने के प्रत्यूतर में है। इस आशीर्वाद ने डॉक्टर अभय सिंह व उनके आका मनोहर लाल खट्टर को सीधा संदेश दिया है कि ‘तू डाल डाल मैं पात पात।’ आशीर्वाद से यह स्पष्ट संकेत है कि नांगल चौधरी भाजपा प्रत्याशी डॉक्टर अभय सिंह की राह अब आसान नहीं है। लगता है अभय सिंह अपने द्वारा रचे गए व्यूह में स्वयं ही फंस गए। हुआ यूं कि भारतीय जनता पार्टी के नारनौल प्रत्याशी ओमप्रकाश यादव ने शनिवार को रेवाड़ी रोड नारनौल पर अपना चुनावी कार्यालय खोला है। इस चुनावी कार्यालय में शाम के समय करीब 7:30 बजे बीजेपी के वरिष्ठ नेता व पूर्व मंत्री रामबिलास शर्मा भी पहुंचे। इस दौरान जब वे लोगों से मिल रहे थे तब इसी रोड पर से जननायक जनता पार्टी के नांगल चौधरी से प्रत्याशी ओमप्रकाश इंजीनियर भी जा रहे थे। रामबिलास शर्मा को देखकर ओमप्रकाश इंजीनियर ने गाड़ी से उतरकर कार्यालय के बाहर से रामबिलास शर्मा को हाथ जोड़कर राम-राम कही। तभी रामबिलास शर्मा ने ओमप्रकाश इंजीनियर को अंदर आने के लिए बोला। इस पर ओमप्रकाश इंजीनियर अंदर गए तथा रामबिलास शर्मा के पांव छू कर उनसे आशीर्वाद लिया। इस पर रामबिलास शर्मा ने ओमप्रकाश इंजीनियर को वहीं अपने पास बैठा लिया। उपस्थित कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए रामबिलास शर्मा ने कहा कि ओमप्रकाश इंजीनियर ने इस क्षेत्र के लिए बंसीलाल के समय में अनेक कार्य करवाए हैं। उन्होंने कहा कि बंसीलाल सरकार में वे भी उनके साथ थे। उस समय ओमप्रकाश इंजीनियर ने बंसीलाल को स्कूलों को अपग्रेड करने तथा अन्य कार्यों के लिए बोलते थे तब राव दान सिंह इस बात से चिढ़ने लग जाते थे। राजनीति के गलियारों में बना चर्चा का विषय, अभय कि नहीं बनती रामबिलास से: यह घटनाक्रम अब राजनीति के गलियारों में चर्चा का विषय भी बन गया है, क्योंकि भारतीय जनता पार्टी के नांगल चौधरी से प्रत्याशी डॉ अभय सिंह व रामबिलास शर्मा कि नहीं बनती। क्योंकि रामबिलास शर्मा राव इंद्रजीत सिंह गुट से संबंध रखते हैं वहीं अभय सिंह मनोहर लाल खट्टर गुट से जुड़े हैं। अभय सिंह व राव इंद्रजीत सिंह का 36 का आंकड़ा है, वही रामबिलास शर्मा और खट्टर का 36 का आंकड़ा है। ऐसे में देखना होगा कि रामबिलास शर्मा का जीत का यह आशीर्वाद क्या गुल खिलाता है। यहां यह बता दे की नांगल चौधरी की ही एक रैली में मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी की उपस्थिति में पंडित रामबिलास शर्मा के बोलते समय जब भाजपा नेत्री द्वारा टोका टाकी की गई तब रामबिलास शर्मा ने कहा था की ‘कदै कदै गादडा सूं सिंह हार जावै, समय को भरोसो कोनी कब पलटी मार जावे।’ हरियाणा की राजनीति में शह मात के खेल में भाजपा को घाटा होता साफ दिखाई दे रहा है। Post navigation क्रांतिकारी निर्दलीय प्रत्याशी छक्कड़ ने करवाया चुनाव कार्यालय का उद्धघाटन बंसीलाल परिवार आमने-सामने, बल्लभगढ़ में दादा पोती में सियासी जंग