आज जारी कर सकती है भाजपा पहली लिस्ट

हिसार, बादशाहपुर, रानियां, हिसार,  फतेहाबाद रतिया गोहाना व अटेली सीट पर टकराव 

रणजीत सिंह चौटाला कह चुके वह चुनाव जरूर लड़ेंगे, जीतेंगे भी बीजेपी अपना देख ले

रेवाड़ी में कार्यकर्ताओं की मीटिंग के बीच विधायक और कार्यकर्ताओं कहासुनी, विधायक ने उंगली मरोड़ी

अशोक कुमार कौशिक 

मतदान की तारीख आगे बढ़ने के साथ भाजपा उम्मीदवारों की सूची जारी करने में थोड़ा समय और लेगी। बीजेपी आज उम्मीदवारों की लिस्ट जारी कर सकती है। इस लिस्ट में बड़े नामों समते 35 से 40 नाम शामिल हो सकते हैं। इसके अलावा जेजेपी के बागी विधायक देवेंद्र बबली और जेल अधीक्षक पद से इस्तीफा देने वाले सुनील सांगवान आज भाजपा में जॉइन करेंगे। केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्‌टर दोनों को पार्टी में शामिल कराएंगे। बबली ने रविवार रात को जेजेपी से इस्तीफा दे दिया। पहले उनके कांग्रेस में जाने की चर्चा थी, लेकिन कांग्रेस प्रभारी दीपक बाबरिया ने कहा था कि देवेंद्र बबली ने उनसे मुलाकात की थी, लेकिन उन्हें टिकट के लिए मना कर दिया गया।

रात को मीटिंग में हुआ आखिरी मंथन

रविवार रात को भाजपा ने मुख्यमंत्री नायब सैनी को दिल्ली बुलाया था। यहां चुनाव प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान, प्रदेश अध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली और महासचिव सतीश पूनिया ने आखिरी मंथन किया। इसके बाद चर्चा शुरू हो गई है कि उम्मीदवारों की लिस्ट कभी भी आ सकती है। इसमें 40 के करीब नाम शामिल हो सकते हैं।

पार्टी का शीर्ष नेतृत्व हरियाणा भाजपा के कोर ग्रुप के साथ टिकटों के मंथन में जुटा है। रविवार रात भी केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल के आवास पर बाकी बची सीटों पर प्रत्याशियों के नाम पर मंथन किया गया। बैठक में सीएम नायब सिंह सैनी और प्रदेश अध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली भी मौजूद रहे। इससे पहले केंद्रीय समिति की बैठक में 55 सीटों पर सहमति बन चुकी है।

सीएम सैनी की सीट पर फंसा पेंच

सीएम नायब सैनी के लिए अभी सेफ सीट नहीं मिल पाई है। केंद्रीय चुनाव समिति की मीटिंग में भी इस पर कोई फैसला नहीं हो पाया। मोहन लाल बड़ौली सीएम के लाडवा विधानसभा सीट से चुनाव लड़ने का दावा कर चुके हैं।

वहीं मुख्यमंत्री नायब सैनी खुद करनाल से चुनाव लड़ने का दावा कर रहे हैं। स्टेट इलेक्शन कमेटी ने हाल ही में गुरुग्राम में हुई बैठक में कथित तौर पर मुख्यमंत्री के लिए 4 सीटें, करनाल, लाडवा, नारायणगढ़ और रादौर ‘रिजर्व’ की थीं। भाजपा सूत्रों के मुताबिक अब सीएम का लाडवा से लड़ना तय है। करनाल में उनकी जगह रोहतक के पूर्व सांसद अरविंद शर्मा को भेजा जा सकता है।

हरियाणा कोर ग्रुप व प्रभारी के बीच प्रत्याशियों के नाम पर सहमति बनने के बाद केंद्रीय नेतृत्व इस सूची की समीक्षा करेगा और उसके बाद अंतिम मुहर लगाई जाएगी। वहीं, भाजपा के एक नेता का कहना है कि पार्टी कांग्रेस की सूची के इंतजार में है। कांग्रेस की सूची जारी होने के बाद ही पार्टी अपनी सूची जारी करेगी।

पार्टी जिताऊ उम्मीदवार के साथ हर विधानसभा क्षेत्र के जातीय समीकरणों को भी परख रही है। बीते लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने देरी से टिकट जारी कर भाजपा को जातीय समीकरण के भंवर में फंसा दिया था। भाजपा की केंद्रीय समिति की बैठक के बाद पहली सूची जारी न होने के पीछे एक कारण यह भी है कि कुछ सीटों पर पार्टी जबरदस्त सत्ता विरोधी लहर का सामना कर रही है।

इसे कम करने के लिए पार्टी दूसरे उम्मीदवारों पर मंथन कर रही है। उम्मीदवारों के बदलने से भी सूची जारी होने में देरी हो रही है। साथ ही उम्मीदवारों के एलान के बाद किसी भी तरह की गुटबाजी व विरोध को को रोकने के लिए भी सूची जारी करने में देरी की जा रही है।

पार्टी नेतृत्व को डर है कि यदि किसी बड़े नाम को मौका नहीं मिलता है तो वह कांग्रेस या अन्य विरोधी खेमे में जाकर पार्टी उम्मीदवार का खेल न बिगाड़ दे।

शुरू हो गई है बगावत

उम्मीदवारी की घोषणा से पहले भाजपा में बगावत के संकेत मिलने लगे हैं। पूर्व मंत्री राव नरबीर ने रविवार को दावा किया कि वह बादशाहपुर से ही चुनाव लड़ेंगे। भाजपा टिकट नहीं देती है तो कांग्रेस से चुनाव लड़ेंगे। हालांकि वह पहले भी इस तरह की बयान देते रहे हैं। वहीं, रतिया से पूर्व सांसद सुनीता दुग्गल के चुनाव लड़ने की संभावना से विधायक लक्ष्मण नापा ने भी अंदरखाते नाराजगी जाहिर की है।

अटेली विधानसभा क्षेत्र में टिकट की घोषणा से पहले ही बीजेपी में बगावत शुरू हो गई है। यहां पर आरती राव को टिकट मिलने की चर्चाओं से स्थानीय कार्यकर्ता नाराज हैं। यही वजह है कि पूर्व डिप्टी स्पीकर और की प्रदेश उपाध्यक्ष संतोष यादव ने रविवार को शहर स्थित अपने आवास पर कार्यकर्ताओं की बैठक बुलाकर उनका फीडबैक लिया। इसके साथ ही उन्होंने स्पष्ट कर दिया कि अटेली की जनता अब राजशाही नहीं चाहती और किसी भी तरह राजशाही नहीं चलने दी जाएगी।

भाजपा में एक के बाद एक धमाके हो रहे हैं। इससे पूर्व रानियां से पूर्व विधायक एवं सरकार में बिजली मंत्री रणजीत सिंह चौटाला के बगावती तेवरों के बाद हिसार विधानसभा सीट पर राज्य सरकार में मंत्री डॉक्टर कमल गुप्ता वह कुरुक्षेत्र सांसद नवीन जिंदल की मां पूर्व मंत्री सावित्री जिंदल के बीच आपसी रार खुलकर सामने आ गई है। 

हिसार सीट पर मंत्री कमल गुप्ता अपनी टिकट कंफर्म मान कर चल रहे हैं। वहीं मंत्री के फैसलों का विरोध कर जिंदल परिवार भी पूरी टक्कर दे रहा है। जिंदल परिवार लोकसभा चुनाव से ठीक पहले भाजपा में शामिल हुआ जिसके बाद उन्हें लोकसभा टिकट मिल गई। हाई कमान तक उनकी पहुंच से मंत्री की टिकट अब खतरे में दिखाई दे रही है। स्थिति यह कि सावित्री जिंदल मंत्री कमल गुप्ता के कार्यक्रमों से दूरी बनाए हुए हैं। वहीं कमल गुप्ता भी सावित्री जिंदल के प्रोग्रामों मैं जाने से परहेज कर रहे हैं। अब नवीन जिंदल अपनी पत्नी के लिए विधानसभा की टिकट मांग रहे हैं।

‍ उधर रानियां सीट को लेकर विवाद भी जग जाहिर हो चुका है। इस सीट पर कांडा बंधुओ ने घमासान मचा दिया। हलोपा नेता गोपाल कांडा के भाजपा नेता भाई गोविंद कांडा ने सिरसा की रानियां सीट पर अपने बेटे धवल कांडा को उम्मीदवार घोषित कर दिया। इसको लेकर राज्य की भाजपा सरकार में बिजली मंत्री रंजीत सिंह चौटाला भड़क गए और सोमवार को अपने समर्थकों की मीटिंग बुला ली। इस बैठक में भाजपा नेताओं को नहीं बुलाया गया। बैठक में रणजीत चौटाला ने गोपाल कांडा को लेकर तीखी बयान बाजी की। रणजीत चौटाला ने कहा कि गोपाल कांडा का काम है एक सीट जीतो और फिर सीएम से सीएलयू करवाओ। इस बार वे सिरसा से भी हारेंगे। उन्होंने चेतावनी दी अगर हलोपा भाजपा का मिलकर चुनाव लड़ेंगे तो रानियां सीट पर किसी ओर को उतारा गया तो वह अपना फैसला लेने को मजबूर होंगे। भाजपा अगर उन्हें टिकट देती है तो ठीक है अन्यथा वह चुनाव जरूर लड़ेंगे और जीतेंगे भी। मैं चौधरी देवीलाल का बेटा हूं, प्रदेश की 90 सीटों पर मेरा जनाधार है। 

हालांकि रणजीत सिंह चौटाला ने कहा है कि मैं भाजपा में हूं और आगे भी भाजपा में ही रहूंगा रानियां हल्के से भाजपा के टिकट का फैसला हाई कमान करेगा। भाजपा ने हरियाणा लोकहित पार्टी के अध्यक्ष गोपाल कांडा के सामने शर्त रखी है कि एक ही सीट देंगे, वह भी गोपाल कांडा को छोड़कर उनके परिवार के एक सदस्य को। उन्होंने कहा कि वह 100 प्रतिशत रानियां से चुनाव लड़ेंगे। कांग्रेस में जाने व हुड्डा से हाथ मिलाने के सवाल पर उनका कहना है कि यह समय की बात है, राजनीति में समय बदलता रहता है। 

इससे पूर्व रेवाड़ी में भाजपा संगठन की एक बैठक के दौरान बवाल मच गया था। बैठक में कोसली के विधायक लक्ष्मण यादव और कुछ वर्करों में बहसबाजी के बाद थप्पड़ चल गए। बात इतनी बढ़ गई कि गुस्से में विधायक ने एक कार्यकर्ता की अंगुली मरोड़ डाली। विवाद बढ़ता देख विधायक और पार्टी की प्रदेश सचिव रेणु डाबला वहां से निकल गए।

वर्कर के सवाल के बाद शुरू हुआ विवाद 

दरअसल शुक्रवार शाम को रेवाड़ी के कोसली विधानसभा हलके के बरेली गांव में कार्यकर्ताओं की मीटिंग रखी गई थी। इस बैठक में बीजेपी की प्रदेश सचिव रेणु डाबला और कोसली के भाजपा विधायक लक्ष्मण यादव भी मौजूद थे। बैठक के बीच ही प्रेमप्रकाश नाम के वर्कर ने पूर्व जिला पार्षद अमित यादव को कोसली विधानसभा सीट के लिए चुनाव संयोजक बनाए जाने पर सवाल उठा दिया और यहीं से ये सारा विवाद शुरू हुआ। 

जब वर्कर ने पूछा अमित यादव को संयोजक किस आधार पर बनाया गया? तो इसके जवाब में भाजपा विधायक लक्ष्मण यादव ने गुस्से में कहा ‘अमित को संयोजक संगठन मैंने बनाया है’। इतना सुनते ही वर्कर ने विधायक की तरफ अंगुली उठा दी और कहा कि इलाके में पार्टी का भट्ठा इसी ने बैठाया है। 

विधायक ने मरोड़ दी वर्कर की अंगुली 

फिर क्या था, ये देखते ही विधायक भी तैश में आ गए और वर्कर प्रेमप्रकाश की अंगुली पकड़कर मरोड़ दी। ये विवाद यहीं खत्म नहीं हुआ। इसके बाद विधायक के पास बैठे मंडल अध्यक्ष इंद्र ने वर्कर को थप्पड़ जड़ दिया। बैठक में मौजूद पार्षद सुरेंद्र माडिया ने इसका विरोध किया। इसके बाद उन दोनों में बहस हो गई। 

जमकर चले थप्पड़ और मुक्के 

बताया जा रहा है कि पार्षद सुरेंद्र माडिया और मंडल अध्यक्ष इंद्र में भी हाथापाई शुरू हो गई थी। देखते ही देखते दोनों पक्षों की तरफ से थप्पड़ थप्पड़-मुक्के चलने लगे। वहीं विवाद को बढ़ता देख विधायक और प्रदेश सचिव रेणु डाबला वहां से निकल गए। इसके बाद कुछ कार्यकताओं ने बीच बचाव करते हुए मामले को शांत करवाया।

फतेहाबाद रतिया गोहाना में भी विरोध 

फतेहाबाद की रतिया और रोहतक की गोहना सीट पर उम्मीदवारों के आधिकारिक ऐलान से पहले ही बगावत तेज हो गई है। गोहना में रोहतक के पूर्व सांसद अरविंद शर्मा को टिकट दिए जाने की चर्चा है, जिसके पार्टी के भीतर दूसरे खेमे ने बिगुल फूंक दिया है।

दूसरे गुट का कहना है कि यहां पर स्थानीय उम्मीदवारों को टिकट दिया जाए। इसी तरह रतिया सीट का मामला है। फतेहाबाद की रतिया सीट पर पूर्व सांसद सुनीता दुग्गल को टिकट दिए जाने की चर्चा है।

गौरतलब है कि गोहाना सीट से टिकट की रेस में राज्यसभा सांसद रामचंद्र जांगड़ा, पूर्व सांसद रमेश कौशिक के भाई देवेंद्र कौशिक और पूर्व सांसद अरविंद शर्मा का नाम चर्चा में है। वहीं गोहाना में पूर्व सांसद अरविंद शर्मा को गोहाना सीट से टिकट देने की बात सामने आते ही कार्यकर्ताओं ने विरोध करना शुरु कर दिया है। 

लक्ष्मण नापा और जिला अध्यक्ष बलदेव ग्रोहा ने स्थानीय कार्यकर्ताओं के साथ एक बैठक की । इसमें निर्णय लिया गया कि रतिया से स्थानीय नेता कोई टिकट दिया जाए। बैठक के बाद एक पत्र भी जारी किया गया जिसमें तीन स्थानीय नेताओं के नाम रखे गए। इन तीन नेताओं को ही टिकट का दावेदार बताया गया। है इसमें विधायक लक्ष्मण नापा जिला अध्यक्ष बलदेव ग्रोहा के साथ-साथ भाजपा नेता मुख्तार सिंह बाजीगर का नाम शामिल है। साथ ही इस पत्र पर तीनों नेताओं के हस्ताक्षर भी करवाए गए। यहां से विधायक लक्ष्मण नापा ने बगावती रूख अख्तियार कर लिया है। नापा ने पार्टी जिलाध्यक्ष को पत्र लिखकर कहा है कि क्षेत्र की जनता बाहरी उम्मीदवारों को सहन नहीं कर पाएगी।

बाहरी प्रत्याशी स्वीकार नहीं किया जाएगा

जिसके अंतर्गत इकट्ठा हुए कार्यकर्ताओं ने अरविंद शर्मा का न केवल पुतला फूंका, बल्कि कुछ नेता विरोध करने के लिए दिल्ली स्थित हरियाणा भाजपा के इंचार्ज केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान के घर तक भी पहुंच गए। उल्लेखनीय है कि अरविंद शर्मा के अलावा फतेहाबाद की रतिया सीट से सिरसा की पूर्व सांसद सुनीता दुग्गल को भी टिकट देने का भी विरोध हो चुका है। सुनीता दुग्गल के खिलाफ स्थानीय भाजपा नेताओं ने प्रदेशाध्यक्ष को चिट्ठी लिख टिकट बदलने की मांग की थी। भाजपा कार्यकर्ताओं का कहना है कि बाहरी प्रत्याशी किसी भी सूरत में स्वीकार नहीं किया जाएगा।

दक्षिणी हरियाणा में टिकट कटने की आशंका हड़कंप, नेताओं ने दिल्ली में डाला डेरा

दक्षिणी हरियाणा में केंद्रीय राज्य मंत्री राव इंद्रजीत सिंह के बड़े दखल के बाद कई विधायकों की टिकट पर खतरा आ गया है। इसमें पटौदी से सत्य प्रकाश जरावता, गुरुग्राम से सुधीर सिंगला, नारनौल से ओम प्रकाश यादव, बावल से डॉक्टर बनवारी लाल और कोसली से लक्ष्मण यादव का नाम शामिल है। विधायक लक्ष्मण यादव ने टिकट पर तलवार लटकने की चर्चा के बीच केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर से मुलाकात की। यादव ने कहा कि उन्हें कोसली की जगह रेवाड़ी सीट दे दी जाए। वही अटेली के विधायक सीताराम यादव की टिकट भी कट गई है। यहां से राव इंद्रजीत सिंह की बेटी आरती राव की टिकट फाइनल हो गई है।

सुत्रों अनुसार बावल सीट से डा बनवारी लाल की टिकट खतरे में है। इस सीट पर राव इंद्रजीत सिंह ने डॉक्टर संजय मेहरा का नाम दिया है। नारनौल से भी विधायक ओम प्रकाश यादव की टिकट कटने की जानकारी है।

उपरोक्त घटनाएं और एक के बाद एक भाजपा नेताओं के बगावती तेवर देखकर यह लगता है कि भाजपा में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा। टिकट वितरण के बाद खुलकर बगावत देखने को मिल सकती है। लगता है नेताओं को यह आभास हो गया कि भाजपा अब डूबता जहाज है। भाजपा तीसरी बार हरियाणा में सरकार बनाने में कितनी सफल होगी यह तो चुनाव परिणाम तय करेगा कि मतदाता उसे कितना पसंद करता है। यहां यह बता दे कि 2014 और 2019 में 10 की 10 सीटे देने वाला हरियाणा 2024 में उसे आधी सीटों पर ले आया।

भाजपा में शामिल होने के बाद जजपा के बागी विधायकों के नाम भी उम्मीदवारों की सूची में शामिल हो गए हैं। नारनौंद के विधायक रामकुमार गौतम भी भाजपा से टिकट मांग रहे हैं। जबकि नारनौंद से भाजपा के कैप्टन अभिमन्यु काफी दिनों से मेहनत कर रहे हैं। ऐसे में टिकट देकर सभी को संतुष्ट कर पाना भाजपा के लिए आसान नहीं होगा।

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