नारनौल। जिला समुचित प्राधिकरण पीएनडीटी नारनौल की टीम ने एक गुप्त सूचना के आधार पर गतदिवस एक भ्रूण लिंग जांच करने वाला गिरोह को पकड़ा।

सिविल सर्जन डॉ रमेश चंद्र आर्य ने बताया कि जिला समुचित प्राधिकरण पीएनडीटी नारनौल को एक गुप्त सूचना मिली कि भ्रूण लिंग जांच करने वाला गिरोह अटेली व हरियाणा राज्य के समीपवर्ती क्षेत्र बहरोड़ राजस्थान में सक्रिय है।

सूचना के आधार पर अध्यक्ष जिला समुचित प्राधिकरण पीएनडीटी नारनौल द्वारा 2 अगस्त को एक टीम का गठन  किया गया। इसके सदस्य डा. विजय यादव नोडल अधिकारी पीएनडीटी नारनौल, चिकित्सा अधिकारी सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र अटेली डॉ उमेश कुमार व लिपिक अशोक कुमार थे। 

जिला पुलिस अधीक्षक महेन्द्रगढ़ स्थित नारनौल ने अध्यक्ष जिला समुचित प्राधिकरण पीएनडीटी नारनौल के निवेदन पर पर एक जिला पुलिस सीआईए टीम का गठन किया। उक्त रेड के लिए एक नकली मरीज अपनी सहमति से सरकार की बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ स्कीम के तहत अपनी मर्जी से टीम का हिस्सा बनने को तैयार हुई । 

उन्होंने बताया कि 2 अगस्त को इनफॉरमर द्वारा अध्यक्ष जिला समुचित प्राधिकरण पीएनडीटी नारनौल कार्यालय में आकर बताया कि एक भ्रूण लिंग जांच करने वाला गिरोह अटेली व हरियाणा राज्य के समीपवर्ती क्षेत्र बहरोड राजस्थान में सक्रिय है। इसके बाद इनफोरमर ने आरोपी हवा सिंह वासी बेरवाल जिला रेवाडी हरियाणा से व्हाट्सएप कॉल मोबाइल नंबर से बात की तो हवा सिंह ने बताया की भ्रूण लिंग जांच के 60 हजार रुपए लगेंगे। 

उन्होंने 3 अगस्त को ऑनलाइन फोन पे से हवा सिंह के मोबाइल नंबर पर 30 हजार रुपए ट्रांसफर कर दिए। इसके बाद हवा सिंह ने बताया कि आपके पास विदया वासी कायसा तहसील बहरोड नाम की महिला का फोन आएगा वो आपसे बात कर लेगी। इसके बाद मोबाइल नंबर से विदया नाम कि महिला का फोन इनफोरमर के पास आया और बताया कि भ्रूण लिंग जांच एवेज में 80 हजार रुपए लगेंगे। 

आरोपी महिला विदया के कहने पर 20 हजार रुपए आनलाईन फोन पे मोबाइल नंबर पर 7 अगस्त को कर दिए। इस दौरान 8 अगस्त को प्रातः करीब 10 बजे के आस पास महिला आरोपी विदया ने इनफोरमर को नकली मरीज के साथ मंढ़ाना गांव पहुंचने के लिए कहा। आरोपी विदया के कहे अनुसार टीम नकली मरीज के साथ मंढ़ाना बाई पास पहुंची। मंढ़ाना नारनौल बाईपास रोड पुल के पास पहुंचने पर एक व्यक्ति स्प्लेंडर बाईक पर आया जिसकी कोई नम्बर प्लेट नहीं थी उसने बाकी के पैसो की डिमान्ड की। 

इसके बाद इनफोरमर ने आरोपी विदया से बात की और विदया के कहे अनुसार जो बचे हुए 30 हजार रुपए की कैश डिमान्ड की थी, वो रेवाडी रोड नीरपुर चौक के पास आरोपी मनीश पुत्र जगदीश वासी कायसा बहरोड राजस्थान मोटर साईकल पर आया था। उसको नगद 30 हजार रुपए दे दिए। इसके बाद आरोपी ने इनफोरमर ने कहा कि नकली मरीज को लेकर आप बहरोड पुराना बस स्टैण्ड के पास जल्दी से पहुंच जाओ। रेडिंग टीम डिकाय पेशेन्ट की गाडी का पीछा करते हुए बहरोड राजस्थान की तरफ चल दिए। 

उसी दौरान डा. विजय यादव नोडल अधिकारी पीएनडीटी नारनौल ने सीएमएचओ कोटपूतली डॉक्टर अविनाश सिंह शेखावत से फोन पर बात करके रेड के बारे में बताया। रेडिंग टीम डिकाय पेशेन्ट कि गाड़ी का पीछा करते हुए करीब दोपहर 1 बजे बहरोड़ पहुंच गई। आरोपी विदया द्वारा बताए गए दूसरे दलाल एक सफेद कलर की गाडी सियाज नंबर एच आर 82 3931 में आया और नकली मरीज को बैठाकर कुन्ड रोड कि तरफ ले गया। इन सारी गतिविधियों का रेडिंग टीम पीछा कर रही थी। 

तकरीबन एक घन्टे के बाद आरोपी रविन्द्र व हनुमान विकाय पेशेन्ट को लेकर बहरोड-नागंल चौधरी रोड कि तरफ जिला सरकारी हस्पताल के पास एसबीएस हॉस्पिटल पटवार घर के सामने हमीदपुर रोड बहरोड़ राजस्थान एक निजी अस्पताल में ले गया वहां पर अल्ट्रासाउण्ड करवाकर तकरीबन एक घन्टे के बाद बाहर आया और नकली मरीज को नारनौल छोड़ने के लिए बहरोड से नारनौल रोड की तरफ सफेद कलर की गाडी सियाज में लेकर चल दिया। इन सारी गतिविधियों का नारनौल व राजस्थान कि संयुक्त रेडिंग टीम पीछा करते हुए बहरोड से 4 किलोमीटर दूरी पर आरोपी रविन्द्र पुत्र मैनपाल वासी डुमरोली तहसील बहरोड जिला बहरोड कोटपुतली राजस्थान, आरोपी हनुमान पुत्र जगदीश वासी बुढ़वाल तहसील बहरोड जिला बहरोड कोटपुतली राजस्थान को पकड़ लिया। 

इसी दौरान  नारनौल व राजस्थान कि संयुक्त रेडिंग टीम को बताया कि आरोपी रविन्द्र पुत्र मैनपाल वासी डुमरोली तहसील बहरोड जिला बहरोड कोटपुतली राजस्थान ने उसके गर्भ में लड़का होना बताया है।

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