फिल्म अभिनेता भी आम इंसान, उनको समझने की जरूरतः रूपा गांगुली। साहित्य और सिनेमा में प्रगाढ़ सम्बंधः अखिलेन्द्र मिश्रा। कुवि में 7वें हरियाणा अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव का हुआ आगाज। वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक कुरुक्षेत्र, 7 अगस्त : कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सोमनाथ सचदेवा ने कहा कि कुवि में आयोजित 7वां अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव छात्रों के लिए वरदान साबित होगा। इस महोत्सव में छात्रों को देश व विदेश के फिल्म क्षेत्र से जुड़े लोगों से मिलने का अवसर मिलेगा जहां उन्हें फिल्म निर्माण की तकनीकी जानकारी मिलेगी वहीं अभिनय की बारीकियां सीखने को मिलेंगी। वे बुधवार को कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के युवा एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम विभाग तथा संस्कृति सोसाइटी फॉर आर्ट्स एंड कल्चरल डेवलपमेंट के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित 7वें हरियाणा अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव में कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए बोल रहे थे। इससे पहले कुलपति प्रो. सोमनाथ सचदेवा, डॉ. ममता सचदेवा, कुलसचिव प्रो. संजीव शर्मा, श्रीमती सुमिता शर्मा, फिल्मी कलाकार रूपा गांगुली, अखिलेन्द्र मिश्रा, मुनमुन सेन, शिखा मल्होत्रा, प्रो. एआर चौधरी, फेस्टिवल निदेशक धमेन्द्र डांगी, आयोजन सचिव विकास, युवा एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम विभाग के निदेशक प्रो. विवेक चावला, लोक सम्पर्क विभाग के निदेशक प्रो. महासिंह पूनिया ने दीप प्रज्ज्वलित कर महोत्सव का शुभारंभ किया। इसके साथ ही गणेश वंदना की मनमोहक प्रस्तुति दी गई। कुलपति प्रो. सोमनाथ सचदेवा ने कहा कि पांच दिन तक चलने वाले इस अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव में 16 देशों की 19 भाषाओं में 75 अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ख्याति प्राप्त फिल्में दिखाई जाएंगी जिनमें अध्यात्म और अभिनय, भारतीय सिनेमा में महिलाओं का योगदान, वर्तमान परिदृश्य में मीडिया की भूमिका, बाल फिल्में, महिला सशक्तिकरण आधारित फिल्में शामिल हैं। कार्यक्रम की विशिष्ट अतिथि महाभारत सीरियल में द्रौपदी का अभिनय करने वाली रूपा गांगुली ने कहा कि कुरुक्षेत्र की पावन धरा पर आकर मां भद्रकाली, ज्योतिसर व ब्रह्म सरोवर के दर्शन कर अभिभूत है और इस भूमि का नमन करती हैं। उन्होंने कहा कि अक्सर लोग फिल्म इंडस्ट्री व कलाकारों के बारे में बहुत कम जानते हैं और उनकों जैसा देखते हैं वैसा समझ लेते हैं। फिल्म अभिनेता भी आम इंसान, उनको समझने की जरूरत है। जब हम किसी फिल्म या नाटक में अभिनय करते हैं तो पूर्ण रूप से उसके चरित्र में उतर जाते हैं या यूं कहे उस चरित्र के सुख दुख को महसूस करते हैं। हर किरदार से कुछ न कुछ सीखने को मिलता है। अभिनेता अखिलेन्द्र मिश्रा ने कहा कि आज का दौर मोबाइल का है। छात्रों को यह नहीं पता कि मोबाइल पर क्या देखना उचित है और क्या अनुचित। उन्हें अपने माता-पिता, शिक्षकों व बड़ों की बातोें को मानना चाहिए और वह जिस प्रकार की सामग्री देखने के लिए कहते हैं वही देखना चाहिए। साहित्य और सिनेमा का बहुत प्रगाढ़ सम्बंध है। आज सिनेमा में जो गिरावट आई है उसका कारण साहित्य से दूर होना है। धीरे-धीरे साहित्य सिनेमा से गायब हो गया है। कथाओं पर अब फिल्में नहीं बन रही बल्कि दक्षिण की फिल्मों की कापी हो रही है। मंच संचालन युवा एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम विभाग के निदेशक प्रो. विवेक चावला ने किया। इस अवसर पर कुलपति की धर्मपत्नी डॉ. ममता सचदेवा, कुलसचिव प्रो. संजीव शर्मा, श्रीमती सुमिता शर्मा, छात्र कल्याण अधिष्ठाता प्रो. एआर चौधरी, महोत्सव के निदेशक धमेन्द्र डांगी, आयोजन सचिव विकास, युवा एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम विभाग के निदेशक प्रो. विवेक चावला, लोक सम्पर्क विभाग के निदेशक प्रो. महासिंह पूनिया, प्रो. परमेश कुमार, प्रो. अनिता गुप्ता, प्रो. सुनीता दलाल, प्रो. बिंदु शर्मा, डॉ. मधुदीप, प्रो. एसएन गुप्ता, डॉ. गुरचरण सिंह, प्रो. शुचिस्मिता, सौरभ चौधरी, डॉ. आबिद अली सहित गणमान्य लोग मौजूद थे। अभिनेत्री रूपा गांगुली स्मिता पाटिल अवार्ड से सम्मानित।कुवि में कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के युवा एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम विभाग तथा संस्कृति सोसाइटी फॉर आर्ट्स एंड कल्चरल डेवलपमेंट के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित 7वें हरियाणा अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव के उद्घाटन अवसर पर फिल्म जगत में बहुमूल्य योगदान देने के लिए अभिनेत्री रूपा गांगुली को कुलपति प्रो. सोमनाथ सचदेवा व संस्कृति सोसाइटी फॉर आर्ट्स एंड कल्चरल डेवलपमेंट के निदेशक धमेन्द्र डांगी ने स्मिता अवार्ड से सम्मानित किया। अभिनेत्री शिखा मल्होत्रा की प्रस्तुति ने मचाया धमाल। 7वें हरियाणा अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव के उद्घाटन अवसर पर अभिनेत्री शिखा मल्होत्रा द्वारा फिल्मी गीत जब प्यार किया तो डरना क्या, दिल चीज क्या है आप मेरी जान लीजिए, ढोल बाजे, आजा नचले आदि गीतों पर की गई मनमोहक नृत्य प्रस्तुति ने धमाल मचाया जिसको दर्शकों की खूब वाह वाही मिली। 8 अगस्त को प्रदर्शित होने वाली फिल्में।प्रो. महासिंह पूनिया ने बताया कि 8 अगस्त, 2024 को यूएसए देश की लघु अंग्रेजी फिल्म एंटर द रूम, भारतीय लघु हिंदी फिल्म द मर्चेंट ऑफ विनाशना, भारतीय लघु हिंदी फिल्म डियर फादर, भारतीय लघु अंग्रेजी फिल्म द रिलैप्स, भारतीय लघु मराठी फिल्म देशकारी, भारतीय लघु बंगाली फिल्म अर्काे, भारतीय लघु हिंदी फिल्म पेस्ट, स्पेन देश की लघु स्पेनिश फिल्म वीकनेस, भारत देश की गुजराती भाषा की फीचर फिल्म प्रवास, भारत देश की हरियाणवी फीचर फिल्म पुनर्जन्म, भारत देश की अंग्रेजी/हिंदी भाषा की डॉक्यूमेंट्री फिल्म माई रेडियो माई लाइफ तथा ईरान देश की फारसी भाषा की शॉर्ट फिल्म आर यू वॉलीबॉल आदि का प्रदर्शन किया जाएगा। Post navigation हरियाली सिंधारा तीज सुहागिनों का मुख्य पर्व है : आचार्य डॉ. सुरेश मिश्रा रविवार हो शुक्लपक्ष की सप्तमी तिथि हो काम्यकेश्वर तीर्थ में लगता है विशाल मेला