श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय में मनाया गया वर्ल्ड यूथ स्किल डे।

नेशनल डिजिटल स्किलथोन में विभिन्न राज्यों के 500 से ज्यादा विद्यार्थियों ने हिस्सा लिया।

एसवीएसयू ने लॉन्च किए तीन पोर्टल और तीन एमओयू पर किए गए हस्ताक्षर।

वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक

पलवल : श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय में सोमवार को विश्व युवा कौशल दिवस मनाया गया। इस उपलक्ष्य में आयोजित नेशनल डिजिटल स्किलथोन की 14 प्रतियोगिताओं में विभिन्न राज्यों के 500 से भी ज्यादा विद्यार्थियों के हिस्सा लिया। यूथ इनोवेशन एक्सपो का भी आयोजन किया गया। कुलपति डॉ. राज नेहरू की उपस्थिति में कुलसचिव प्रोफेसर ज्योति राणा ने इस अवसर पर तीन एमओयू भी साइन किए। दीप प्रज्ज्वलन के साथ मुख्यातिथि के रूप में कुलपति डॉ. राज नेहरू ने समारोह का शुभारंभ किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि स्किल को निखारने के लिए प्रोजेक्ट बहुत जरूरी है। इसके माध्यम से विद्यार्थियों को कार्यस्थल पर अभ्यास का अवसर मिलता है। कुलपति डॉ. राज नेहरू ने कहा कि उद्योग की बदलती जरूरतों को समझने की आवश्यकता है। विद्यार्थियों को उद्योग के साथ जोड़ने का यही उद्देश्य है। उन्होंने विद्यार्थियों से आह्वान किया कि अनिश्चितता और अस्थिरता को संभालने की स्किल सीखें। कुलपति डॉ. राज नेहरू ने कहा कि उद्योग में आपको जटिलताएं मिलेंगी। समस्याओं का समाधान करने की गंभीरता आवश्यक है। साथ ही उन्होंने निर्णय लेने की क्षमताओं का विकास करने के लिए प्रेरित किया।

कुलसचिव प्रोफेसर ज्योति राणा ने कहा कि हमें मल्टी स्किल की आवश्यकता है। हमें एक क्षेत्र में ही नहीं, बल्कि विभिन्न क्षेत्र में संभावनाओं का लाभ उठाने के लिए कई स्किल विकसित करनी चाहिए। इससे उद्यमिता के साथ-साथ अपना कार्य करने में भी सफलता मिलती है।

कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए मीरपुर विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ. प्रमोद भारद्वाज ने कहा कि हमारे देश में युवा शक्ति सबसे ज्यादा है, किंतु उन्हें कौशल प्रदान कर उस शक्ति के सदुपयोग की आवश्यकता है। कौशल अभियान को और अधिक सशक्त बनाने का प्रयास जरूरी है। कौशल विकास से केवल आर्थिक विकास नहीं होता, बल्कि यह सर्वांगीण विकास में सहायक है।

अकादमिक अधिष्ठाता प्रोफेसर आर एस राठौड़ ने अतिथियों का आभार ज्ञापित किया। उन्होंने कहा कि ऐसे आयोजन विद्यार्थियों में उत्साहवर्धन करते हैं।

इस अवसर पर कुलसचिव प्रोफेसर ज्योति राणा ने कुलपति डॉ. राज नेहरू की उपस्थिति में इंदिरा गांधी यूनिवर्सिटी मीरपुर के कुलसचिव डॉ. प्रमोद भारद्वाज के साथ समझौता ज्ञापन का आदान प्रदान किया। कोर्टयार्ड बाय मैरियट की ओर से इंद्राणी ठाकुर और दृष्टि राय ने समझौता पत्र का आदान प्रदान किया। डॉ. सूरज प्रकाश आरोग्य केंद्र की ओर से डॉ. रमेश अग्रवाल ने राज कुमार अग्रवाल, अशोक गोयल और वाई एमसीए के पूर्व कुलसचिव सुनील गर्ग की उपस्थिति में समझौता किया।

कुलपति डॉ. राज नेहरू ने इस मौके पर ट्रेनिंग प्लेसमेंट, एलुमनी और हॉनरेरियम पोर्टल भी लॉन्च किए। पोर्टल निर्माण के लिए वेब एडमिनिस्ट्रेटर प्रवीण आर्य को कुलपति डॉ. राज नेहरू एवं कुलसचिव प्रोफेसर ज्योति राणा ने बधाई दी। डॉ. सज्जन कुमार वाही की देखरेख में प्रोजेक्ट बनाने वाले विद्यार्थियों को सम्मानित किया गया और उन्हें ऑफर लेटर भी प्रदान किए गए।

डीन कॉरपोरेट रिलेशन एंड इंगेजमेंट प्रोफेसर ऊषा बत्रा ने कार्यक्रम का प्रतिवेदन प्रस्तुत करते हुए स्किल पर आधारित विभिन्न प्रोजेक्ट का ब्योरा प्रस्तुत किया। सेंटर ऑफ एक्सीलेंस के निदेशक डॉ. मनी कंवर सिंह ने इंडस्ट्री पार्टनर्स को कौशल आधारित प्रोजेक्ट दिखाए व विश्व स्तरीय प्रयोगशालाओं का भ्रमण करवाया। उप निदेशक डॉ. वैशाली महेश्वरी मंच संचालन किया। इंडस्ट्री से आए प्रतिनिधियों के विद्यार्थियों के साथ अपने अनुभव साझा किया।

इस अवसर पर कॉन्सेंट्रिक्स से नरेश मग्गू, जायेन से गौतम गुंबर, नवनीत गुंबर, वास्तव इंटेलेक्ट से वेंकटेश, ट्रिज़ोन डिजाइन से विभोर मेहरा, फोमपैक से भोला नाथ, इंडियन ब्लोक्चेन एसोसिएशन से राजीव, प्रोफेसर आशीष श्रीवास्तव, प्रोफेसर ए के वातल, प्रोफेसर जॉय कुरियाकोजे, प्रोफेसर कुलवंत सिंह, डॉ. संजय सिंह राठौर, डॉ. सविता शर्मा, डिप्टी ट्रेनिंग एंड प्लेसमेंट ऑफिसर डॉ. विकास भदौरिया और उप निदेशक अमीष अमैया के अलावा काफी संख्या में फैकल्टी मेंबर उपस्थित थे।

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