नारनौल शहर सुविधाओं की जगह नरक में तब्दील 

पार्षद व नगर परिषद प्रधान नाकामियों के लिए जनता को जवाब दे: आप

भारत सारथी/ कौशिक 

नारनौल। जन समस्याओं को लेकर आंदोलित रह क्रांतिकारी नेता के रूप में पहचान बन चुके आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता गिरीश खेड़ा ने नारनौल में चल रही बीजेपी की ट्रिपल इंजिन वाली सरकार( केंद्र, राज्य और नगर परिषद) की कलई खोलते हुए कहा कि भाजपा का सबका साथ, सबका विकास का नारा एकदम खोखला सिद्ध हुआ है। नारनौल शहर जन सुविधाओं के मामले में नर्क बना हुआ है।

आम आदमी पार्टी से महेंद्रगढ़-भिवानी लोकसभा के उपाध्यक्ष व नारनौल विधानसभा के पार्टी टिकट के प्रबल दावेदार गिरीश खेड़ा  ने बीजेपी सरकार की पोल खोलते हुए कहा कि ना तो शहर की सड़कों की हालत सही हैं, ना ही गलियों की। बिजली-पानी की सुचारू रूप से कोई सुविधा नहीं है। हाऊसिंग बोर्ड कॉलोनी में पिछले चार साल से स्ट्रीट लाइट नहीं। सड़कें टूटी हुई है। शहर के कई हिस्सों में भी गलियां और सड़कें स्ट्रीट लाइट को तरस रही हैं। 

श्री खेड़ा ने कहा कि बारिश के इस मौसम में पूरा नारनौल शहर जल मग्न हुआ पड़ा है और पानी निकासी के प्रबंध बिल्कुल नाकारा पड़े है। श्याम कॉलोनी वासी सड़क और सीवर की समस्या से जूझ रहे हैं। सफाई का आलम तो नर्क से भी बदतर है क्योंकि कुछ कचरा उठाने वाली गाड़ियां ही खराब पड़ी है । और जो ठीक है उनमें डीजल डालने वाले पेट्रोल पंप मालिकों की बकाया पेमेंट ना होने की वजह से उन्होंने उधार में तेल डालना ही बंद कर दिया है तो कचरा उठाने वाली गाडियां बिना डीजल के कचरा उठाने कैसे जाएंगी । 

उन्होंने कहा कि नगर परिषद ने जो भीं थोड़े बहुत काम करवाएं थे, उन कामों को करवाने वाले ठेकेदारों के भुगतान अभी तक बकाया है। यही वजह है कि अब ठेकेदार उधार काम करने को तैयार नही हैं। जब तक उनकी पिछली बकाया पेमेंट नहीं होती । ऐसी लचर व्यवस्था का परिणाम ये हुआ है कि नारनौल शहर जन सुविधाओं के नाम पर नर्क बना हुआ है। जनता  सभी पार्षदों व नगर परिषद प्रधान से इन नाकामियों के लिए जवाब मांग रही है। 

आप नेता का कहना है कि उचित और पर्याप्त धनराशि के बिना सिर्फ नगर परिषद ही नहीं बल्कि गांव की पंचायते, समितियां भी पंगु बनी बैठी है। अब हार कर, नारनौल नगर परिषद के पार्षदों को धरने पर बैठना पड़ा। नई नवेली भाजपा नेत्री कमलेश सैनी जो वर्तमान नगर परिषद प्रधान है को अधिकारियों (सरकार) के खिलाफ बीते कल धरने पर बैठना पड़ा। 

श्री खेड़ा ने सरकार व जिला प्रशासन से मांग कि ठेकेदारों और पेट्रोल पंप वालों की सभी बकाया पेमेंट की जाए ताकि नारनौल का जो नर्क जनता भुगत रही है उसे निजात मिल सके। साथ में सभी पार्षदों को जनता के क्रोध का शिकार ना होना पड़े। 

उन्होंने कहा कि इससे ज्यादा शर्मनाक बात क्या होगी कि ट्रिपल इंजन की सरकार ने पिछले दस सालों में नारनौल में विकास के लिए दिखावे मात्र आधे अधूरे काम किए है। बहुत से काम आज भी बांट देख रहें हैं कि कभी होंगे भी या नही। 

नगर परिषद के प्रतिनिधियों के धरने से एक बड़ा ही ज्वलंत सवाल पैदा हो जाता है कि नारनौल की जनता के टैक्स का पैसा कहां गया? जबकि नारनौल का एक दुधमुंहा बच्चा भी सरकार के खजाने में जीएसटी भर रहा है। अन्य जिलों की तुलना में नारनौल इतने सालों बाद भी जन सुविधाओं के नाम पर पिछड़ा हुआ है जबकि यहां की जनता, अपने मेहनत से अगड़ों में शामिल हो चुकी है। 

उन्होंने दावा किया कि अगर आगामी विधान सभा चुनाव में आम आदमी पार्टी की एक ईमानदार सरकार हरियाणा में बनती है तो जनता के टैक्स की पाई-पाई बड़ी ही ईमानदारी से नारनौल के चहुंमुखी विकास के लिए निश्चित रूप से  खर्च की जाएगी। जिला महेंद्रगढ़ पर सालों साल से जो पिछड़े जिले का काला धब्बा लगा हुआ है, उसे वो धो डालेगी।

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