गुरुग्राम मंडल के आयुक्त आरसी बिढ़ान ने स्वच्छता समीक्षा बैठक में दी जानकारी, स्वच्छता के मानदंडों पर हर महीने खरा उतरने वाले वार्ड को भी मिलेगा विकास कार्यों के लिए 50 लाख रुपए का ईनाम

मंडल आयुक्त ने डीसी निशांत कुमार यादव व नगर निगम के आयुक्त डा. नरहरि बांगड़ के साथ स्वच्छता के प्रभारी अधिकारियों से ली प्रगति रिपोर्ट, बंधवाड़ी प्लांट और शहर के विभिन्न हिस्सों का लिया जायजा

मुख्य सचिव श्री टी.वी.एस.एन. प्रसाद करेंगे रविवार को गुरुग्राम का दौरा, करेंगे स्वच्छता संबंधी कार्यों की प्रगति का निरीक्षण

गुरुग्राम, 29 जून। गुरुग्राम शहर को स्वच्छ बनाने के लिए जिला प्रशासन निरंतर प्रयासरत है। इसी कड़ी में एक अनूठी पहल भी की जाएगी, जिसके तहत गुरुग्राम शहर को जो भी वार्ड लगातार दो महीने तक स्वच्छता के मानदंडों पर सर्वश्रेष्ठ रहेगा उस क्षेत्र के विकास के लिए एक करोड़ रुपए की राशि ईनाम स्वरूप दी जाएगी। इस योजना के तहत एक महीना अच्छा प्रदर्शन करने वाले वार्ड को भी 50 लाख रुपए की धनराशि देने का प्रावधान किया जाएगा।

यह जानकारी गुरुग्राम मंडल के आयुक्त आरसी बिढ़ान ने शनिवार को लघु सचिवालय स्थित कांफ्रेंस हॉल में आयोजित अधिकारियों की समीक्षा बैठक के दौरान दी। डीसी निशांत कुमार यादव व नगर निगम, गुरुग्राम के आयुक्त डा. नरहरि सिंह बांगड़ भी बैठक में उपस्थित रहें। उन्होंने मंडल आयुक्त को गुरुग्राम शहर में ठोस अपशिष्ट पर्यावरण आवश्यकता कार्यक्रम (स्वीप) के तहत जारी गतिविधियों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। मंडल आयुक्त ने भी बैठक में क्षेत्रवार स्वीप कार्यक्रम के तहत नियुक्त प्रभारी अधिकारियों से रिपोर्ट ली।

मंडल आयुक्त ने बताया कि एक करोड़ व 50 लाख रुपए की ईनामी योजना का स्वीप के तहत गठित समिति की बैठक में लिया जा चुका है। स्वच्छता के मानदण्डों की जांच का कार्य जिला प्रशासन या नगर निगम के अधिकारियों की बजाए एक स्वतंत्र एजेंसी द्वारा किया जाएगा। ईनामी राशि का उपयोग वार्ड के नागरिक अपने क्षेत्र के विकास के लिए कर सकेंगे। उन्होंने बैठक में गुरुग्राम शहर में जारी स्वच्छता अभियान की वार्ड वाइज प्रभारी अधिकारियों से रिपोर्ट लेते हुए बताया कि मुख्य सचिव श्री टी.वी.एस.एन. प्रसाद रविवार को शहर के विभिन्न हिस्सों का दौरा करेंगे और अब तक हुए कार्य की प्रगति का निरीक्षण करेंगे।

उन्होंने अधिकारियों को निर्देश देते हुए डोर टू डोर कूड़ा एकत्रित करने के कार्य की नियमित मॉनिटरिंग की जाए। साथ ही सभी सेकेंडरी प्वाइंट प्रतिदिन साफ होने चाहिए और जिन इलाकों में डोर टू डोर कूड़ा एकत्रित करने का कार्य नियमित हो वहां से अगर कोई जीवीपी पर कूड़ा डालने का प्रयास करें तो उसका चालान किया जाए। सभी जीवीपी पर एक-एक ट्रैक्टर ट्रॉली भी खड़ी की जाए। जीआईएस मैपिंग से सेकेंडरी प्वाइंट पर कचरे की स्थिति नियमित अपडेट होनी चाहिए। इसी तरह सीएंडडी वेस्ट का काम करने वालों की एरिया वाइज लिस्ट तैयार की जाए और उन्हें लाइसेंस जारी करते हुए चिन्हित क्षेत्रों में ही वेस्ट डंप करने दिया जाए। नगर निगम के आयुक्त ने बताया कि गुरुग्राम शहर में सीएंडडी के 25 बल्क जेनरेटर्स की पहचान कर ली गई है। नगर निगम द्वारा 4 के खिलाफ एफआईआर तथा 19 ट्रैक्टर ट्रॉली के चालान किए गए है।

बैठक के उपरांत मंडल आयुक्त ने अधिकारियों के साथ बंधवाड़ी स्थित कचरा निष्पादन प्लांट तथा गुरुग्राम शहर के विभिन्न क्षेत्रों का दौरा करते हुए स्वच्छता संबंधी कार्यों का निरीक्षण किया। इस अवसर पर नगर निगम गुरुग्राम के अतिरिक्त आयुक्त डा. बलप्रीत सिंह, वत्सल वशिष्ठ, समवर्तक सिंह खनगवाल, संयुक्त आयुक्त डा. नरेश कुमार, अखिलेश यादव, प्रदीप कुमार, जिला परिषद के सीईओ जगनिवास, एएलसी कुशल कटारिया, नगर निगम के चीफ इंजीनियर मनोज यादव, जीएमडीए के चीफ इंजीनियर अरूण धनखड़, हरियाणा राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी विजय चौधरी आदि अधिकारीगण उपस्थित रहे।

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