सरकारी सेवाओं की सूचि लगाना है जरूरी- विकास पूनिया सीएससी सैंटर के नाम का बोर्ड बाहर लगा होना चाहिए गुरूग्राम, 26 जून। सीएससी प्रबंधन की ओर से पटौदी शहर के वार्ड सात और वार्ड 11 के सीएससी सैंटर को कैंसिल कर दिया गया है। इन दोनों सैंटरों पर अब सरकारी योजनाओं के लिए कोई आवेदन नहीं किया जा सकेगा। सीएससी के जिला प्रबंधक विकास पूनिया ने बताया कि हरियाणा सरकार की ओर से ये निर्देश दिए गए हैं कि सभी सीएससी सैंटरों पर सर्विस चार्टर और सीएससी का बोर्ड लगा हुआ होना चाहिए। लेकिन पटौदी शहर में दो सैंटरों पर किसी प्रकार का सीएससी से संबधित बोर्ड लगा हुआ नहीं था। जिस कारण इनके लाईसैंस को रद्द कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि पटौदी के वार्ड सात और 11 में ये सैंटर चलाए जा रहे थे। जिनके संचालकों के नाम साहिल और मोहम्मद कामिल बताए गए हैं। इन पर प्राइवेट बोर्ड तो लगे हुए थे, किंतु सीएससी की सेवाओं से संबधित कोई सूचना पट्टï नहीं पाया गया। उन्होंने कहा कि हर एक सीएससी सैंटर पर सरकार द्वारा सेवाओं के लिए निर्धारित शुल्क की सूचि लगाई जानी अनिवार्य है। इसके अलावा कॉमन ब्राडिंग का बोर्ड भी लगा होना चाहिए, जिससे कि नागरिकों को पता चल सके कि यह सीएससी सैंटर जिला प्रशासन की ओर से आवंटित किया गया है। अब इन दोनों सैंटरों को सीएससी की लिस्ट से हटा दिया गया है। किसी और सैंटर पर सर्विस चार्टर या सीएससी का बोर्ड नहीं मिला तो उस पर भी यही कार्यवाही की जाएगी। Post navigation लोक सभा में राहुल गांधी नेता प्रतिपक्ष के साथ-साथ देश की जनता की मज़बूत आवाज बनेंगे-चौधरी संतोख सिंह जिला में डी प्लान के तहत करवाए जा रहे विकास कार्यों की डीसी निशांत कुमार यादव ने की समीक्षा