मोदी जी ने तीसरी बार प्रधानमंत्री बनते ही किसानों के साथ धोखाधडी करके उन्हे मूर्ख बनाया है : विद्रोही

जिन 14 खरीफ फसलों का एमएसपी बढ़ाया है, उसमें रागी का 11.54 प्रतिशत व रामतिल का 12.71 प्रतिशत बढाया है जबकि इन दोनो ही फसलों की कोई सरकारी खरीद होती ही नही : विद्रोही

खरीफ फसलों के एमएसपी में 1.40 से 7.85 प्रतिशत बढाने से किसानों का कौनसा आर्थिक हित हो जायेगा जबकि बढती महंगाई के चलते किसान की लागत बढी है जिसके चलते उस पर कृषि कर्ज और बढ़ जायेगा : विद्रोही

20 जून 2024 – स्वयंसेवी संस्था ग्रामीण भारत के अध्यक्ष वेदप्रकाश विद्रोही ने खरीफ फसलों में 2024-25 के लिए मोदी-एनडीए सरकार द्वारा घोषित न्यूनतम समर्थन मूल्य को किसानों के साथ भाजपा की धोखाधडी व ठगी बताया। विद्रोही ने कहा कि मोदी जी ने तीसरी बार प्रधानमंत्री बनते ही किसानों के साथ धोखाधडी करके उन्हे मूर्ख बनाया है और भाजपा सरकार किसान आय दोगुना करने का दमगज्जा मारती हैे, वहीं खरीफ फसल 2024-25 में 1.44 प्रतिशत से 7.85 प्रतिशत की मामूली बढोतरी करके किसानों को ठगा है। जिन 14 खरीफ फसलों का एमएसपी बढ़ाया है, उसमें रागी का 11.54 प्रतिशत व रामतिल का 12.71 प्रतिशत बढाया है जबकि इन दोनो ही फसलों की कोई सरकारी खरीद होती ही नही। इसलिए इन दोनो ही फसलों का एमएसपी बढ़ाना किसानों के लिए बेमानी है। खरीफ फसलों के एमएसपी मेें की गई मामूली बढोतरी ने साबित कर दिया है कि किसान आय दोगुना होना तो दूर, किसान पर कर्ज बोझ और बढ़ जायेगा। कर्ज के मकडजाल में फंसे किसान पर कर्ज का बोझ और बढने से पहले से बदतर उसकी आर्थिक हालत और बदतर होनी तय है।

मोदी-एनडीए केबिनेट ने वर्ष 2024-25 खरीफ फसलों के लिए धान का एएसपी 2183 से बढ़ाकर 2300 रूपये प्रति क्विंटल किया है। अर्थात मूल्य मेें 117 रूपये 5.35 प्रतिशत बढोतरी की है। वहीं ज्चार का भाव 3180 से बढाकर 3371 रूपये बढाकर 191 अर्थात 6 प्रतिशत बढोतरी की है। बाजरे के भाव 2500 से बढाकर 2625 रूपये अर्थात 125 रूपये 5 प्रतिशत, तुर-अरहर दाल के भाव में 7 हजार से बढाकर 7550 रूपये अर्थात 550 रूपये 7.85 प्रतिशत बढोतरी की है। मूंग का भाव 8558 से बढाकर 8682 रूपये अर्थात 129 रूपये 1.44 प्रतिशत बढोतरी की है।

विद्रोही ने प्रधानमंत्री मोदी से सवाल किया कि खरीफ फसलों के एमएसपी में 1.40 से 7.85 प्रतिशत बढाने से किसानों का कौनसा आर्थिक हित हो जायेगा जबकि बढती महंगाई के चलते किसान की लागत बढी है जिसके चलते उस पर कृषि कर्ज और बढ़ जायेगा। खरीफ फसलों में मामूली बढोतरी एकबार फिर साबित कर दिया कि मोदी व भाजपा न केवल किसान विरोधी है अपितु किसानों को जुमलों, वादों से ठगती है, पर यर्थाथ में उनके हित के लिए कुछ नही करती। खरीफ फसलों में 1.44 से 7.85 प्रतिशत की मामूली बढोतरी इसका जीवंत प्रमाण है।   

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