*जिस वोट प्रतिशत के बढ़ने का दावा कर रहे कांग्रेस उसमें आम आदमी पार्टी का 30% वोटबैंक शामिल है : माईकल सैनी (आप)

*सनद रखे हुड्डा परिवार के यह जो ऐतिहासिक जनादेश दिया है जनता ने वह इंडिया गठबंधन को दिया है न कि कांग्रेस को : माईकल सैनी (आप)

गुरुग्राम 15 जून 2024 आम आदमी पार्टी का संपूर्ण वोट हांसिल करके पांच सीटों पर विजयी हुई कोंग्रेस अपने दल को ही श्रेय न दें, उसमें आप के निष्ठावान कार्यकर्ताओं के समर्पण भाव उनके अथक प्रयासों एवं पार्टी की नीतियों में आस्था रख मत प्रदाताओं को दरकिनार नहीं कर सकता हुड्डा परिवार अर्थात इस जीत को केवल अपने दल की उपलब्धियों के तौर पर ही न दर्शाए !

माईकल सैनी ने कांग्रेस नेताओं पर अपने दल को श्रेष्ठ और गठबंधन के सहयोगी दल को छोटा कर दिखाने का आरोप लगाया है चूँकि पूर्व मुख्यमंत्री भूपेन्द्र सिंह हुड्डा हों या सांसद चुनकर आए दीपेंद्र हुड्डा और तमाम कांग्रेसी नेता सभी अपने धन्यवादी दौरों व सभाओं में अपनी पार्टी का पांच से सात प्रतिशत वोट बढ़ा हुआ बता रहे हैं जिसका अर्थ हुआ कि आप पार्टी तो कहीं थी ही नहीं जब्कि वास्तविकता यह है कि आम आदमी पार्टी का 30 प्रतिशत वोट सीधे-सीधे कांग्रेस को प्राप्त हुआ और वह पांच सीटें जीतने में सफल हुई हालाँकि कुरुक्षेत्र की एक मात्र सीट पर चुनाव लड़ रही आम आदमी पार्टी यह बात कहे तो इसमें कोई अतिश्योक्ति नहीं होगी के जितनी मेहनत आप कार्यकर्ताओं ने सभी नो लोकसभा सीटों पर की उसका दो प्रतिशत भी जोर लगा देती कांग्रेस तो आप उम्मीदवार विजयी हो गए रहते !

उन्होंने कहा जो कांग्रेस अपनी अंतर्कलह के लिए मशहूर हो, जिसके नेता आपस में एक दूसरे की शक्लें देखना पसंद नहीं करते हों, एक दूसरे की जड़े खोदने में माहिर हों, एक दूसरे के पक्ष में रैलियां तक नहीं करने जाते हों जहाँ, सोचो उन सीटों पर भी उसके उम्मीदवार बड़े अंतर से जीत गए, सवाल है कि क्या आम आदमी पार्टी के सहयोग बगैर यह जीत संभव थी ?

माईकल सैनी ने कहा कि आम आदमी पार्टी के समर्पित कार्यकर्ताओं ने अहम भूमिका निभाई जब्कि कांग्रेस के अधिकांश नेता सेल्फियां लेकर अपनी उपस्थितियाँ दर्ज कराने में ही लगे रहे, बात विशेषकर गुरुग्राम लोकसभा सीट के संदर्भ में कही जाए तो इनके कद्दावर नेता टिकेट कटने से इतने रुष्ट लगे कि न के समान ही नजर आए, जिनकी गीतों गायी-ढोल बजाई भी सर्वविदित है , ऐसे में सवाल उठता है फिर सात लाख से अधिक वोट कैसे मिली फ़िल्म अभिनेता तथा इंडिया गठबंधन से कांग्रेस के उम्मीदवार को ?

राव इंद्रजीत भले पांच विधानसभाओं से विजयी होकर निकले हों मगर चार विधानसभा जीतकर निकले राज बब्बर और दो विधानसभा क्षेत्र जो गढ़ बताया जाता है राव का वहां उनकी जीत का अंतर कैसे कम हुआ ज्ञात है, यदि नहीं तो विचारणीय प्रश्न है कांग्रेस के लिए कि विभिन्न मतदान केंद्रों पर जहाँ कांग्रेसियों की उपस्थिति ही नगन्य रही उन बूथों पर वह जीतकर कैसे आयी यदि आम आदमी पार्टी कार्यकर्ताओं की मौजूदगी नहीं रहती ?

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