महिलाओं की शिकायतों पर आयोग की उपाध्यक्ष ने की सुनवाई पांच में से चार मामलों का निपटान किया गुरूग्राम, 13 जून। हरियाणा महिला आयोग राज्य में महिलाओं की सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए निरंतर जागरूकता अभियान चलाए हुए हैं। आयोग द्वारा प्रदेश के प्रत्येक जिला में महिलाओं की शिकायतों पर सुनवाई की जाती है तथा हर मामले में निष्पक्ष एवं प्रभावी कार्यवाही करने का प्रयास किया जाता है। पुलिस आयुक्त कार्यालय के मीटिंग हॉल में आज गुरूग्राम जिला से संबधित शिकायतों की सुनवाई करते हुए हरियाणा महिला आयोग की उपाध्यक्ष सोनिया अग्रवाल ने ये शब्द कहे। उन्होंने बताया कि महिलाओं को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करने के लिए झुग्गी-झोपडिय़ों, सामुदायिक भवनों, स्कूल, कालेज व यूनिवर्सिटी में विशेष कैंपों का आयोजन किया जाता है। ये कार्यक्रम हर जिले में आयोजित किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि राज्य महिला आयोग की ओर से महिलाओं को आश्वस्त किया जाता है कि वे समाज का एक ताकतवर हिस्सा हैं और किसी भी रूप में कमजोर नहीं है। हमारे संविधान में महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने और उनके उत्पीडऩ को रोकने के लिए पर्याप्त अधिकार दिए गए हैं। सरकार ने ने जिलास्तर पर महिला पुलिस थानों की व्यवस्था की है। सभी जिलों में महिला एवं बाल विकास विभाग की ओर से वन स्टॉप सैंटर स्थापित किए गए हैं, जहां महिलाओं की पीड़ा को सुन कर पुलिस विभाग के सहयोग से उचित कार्यवाही करवाई जाती है। उपाध्यक्ष सोनिया अग्रवाल ने बताया कि अगर कोई महिला अपने अधिकारों का बेवजह फायदा उठाते हुए झूठी शिकायत दर्ज करवाती है तो ऐसे मामलों में उसी के खिलाफ आईपीसी की धारा 182 के तहत कार्रवाई की जाती है। उन्होंने कहा कि महिलाओं को भी अपनी मान-मर्यादा में रहना चाहिए। किसी प्रकार की समस्या है तो महिलाएं टोल फ्री नंबर 1091 पर कॉल कर सकती हैं। आज की बैठक में पांच मामलों की सुनवाई की गई, जिनमें से चार का मौके पर ही निपटारा कर दिया गया। एक शिकायत को न्यायालय के विचाराधीन होने के कारण लंबित रखा गया है।उपाध्यक्ष सोनिया अग्रवाल के समक्ष आज एक बीमार बुजुर्ग दंपत्ति ने शिकायत रखी कि वे अपने छोटे बेटे की वजह से परेशान हैं। उनका बेटा अपनी पत्नी और बेटी के साथ गुरूग्राम में अलग किराए के मकान में रहता है और उसका व्यवहार ठीक नहीं है। इस पर आयोग की उपाध्यक्ष ने लडक़े को समझाया कि संसार में मां-बाप से बढक़र और कुछ नहीं होता। आप अपने माता-पिता से माफी मांगे और उनके साथ मिलकर रहे। इस पर युवक ने लिखित में आश्वासन दिया कि भविष्य में उसकी तरफ से कोई शिकायत नहीं आएगी। इस अवसर पर एसीपी प्रियांशु दीवान, शिव अर्चन शर्मा आदि अधिकारी मौजूद रहे। Post navigation दौलताबाद में बच्चों को पिलाई गई कृमिनाशक होम्योपैथिक दवा : डॉ नीतिका शर्मा द्वारका एक्सप्रेस-वे पर लगे अवैध यूनिपोल्स के खिलाफ निगम की कार्रवाई, 2 अवैध यूनिपोल को गिराया