राव इन्द्रजीत सिंह व कृष्णपाल गुर्जर अपने मंत्रालयों से कोई विकास करवाने की स्थिति में नही है। जनता के लिए केवल सजावटी मंत्री है : विद्रोही मनोहरलाल खट्टर के पास जो ऊर्जा मंत्रालय है, वह मोदी मित्र गौतम अडानी की तिजौरियां भरने का काम करेगा : विद्रोही 12 जून 2024 – केन्द्र की एनडीए सरकार में हरियाणा के तीन सांसदों को मंत्री बनाने से प्रदेश का विकास होगा, भाजपा के इस संदर्भ में हवाई दावों को स्वयंसेवी संस्था ग्रामीण भारत के अध्यक्ष वेदप्रकाश विद्रोही ने हास्यास्पद बताया। विद्रोही ने कहा कि मोदीजी के प्रधानमंत्री रहते किसी मंत्री की कोई हैसियत भी है, यह दावा करना ही जनता के साथ क्रूर मजाक है। गुरूग्राम के सांसद राव इन्द्रजीत सिंह व फरीदाबाद के सांसद कृष्णपाल गुर्जर भाजपा सरकार में विगत दस सालों से राज्यमंत्री चले आ रहे है और अब फिर तीसरी बार भी राज्यमंत्री बन गए। जो नेता मोदी जी नजरों में इतने भी योग्य नही कि दस साल राज्यमंत्री रहने पर भी उनका प्रमोशन कर दिया जाये, ऐसे नेता मंत्री रहते अपने-अपने क्षेत्र का विकास करवा सकते है, यह दावा भी बेमानी है। विगत दस सालों में कांग्रेस-यूपीए राज की स्वीकृत सड़क, हाईवे व रेल परियोजनाओं के सिवाय गुरूग्राम व फरीदाबाद क्षेत्र को केन्द्र से क्या मिला है? रेवाडी जिले के माजरा गांव में एम्स आया, वह भी जनता के दबाव में आया। सांसद होने के कारण राव इन्द्रजीत सिंह की सकारात्मक भूमिका हो सकती है, लेकिन अहीरवाल की जनता आंदोलन नही करती तो एम्स जुमला बन गया होता। विद्रोही ने कहा कि मनोहरलाल खट्टर को ऊर्जा व शहरी विकास मंत्रालय मिला है, उसका कुल वार्षिक बजट 98 हजार करोड़ रूपये का है जबकि राव इन्द्रजीत सिंह के मंत्रालयों का कुल बजट ही 5 हजार करोड रूपये है और उनके मंत्रालय के माध्यम से विकास के नाम परे एक पैसा भी खर्च करने की गुजांइंश नही। वहीं कृष्णपाल गुर्जर जिस मंत्रालय में राज्यमंत्री बनाये गए है, उसका कुल बजट मात्र 3 हजार करोड़ रूपये है और इस बजट को खर्च करने का अधिकार भी कृष्णपाल गुर्जर की बजाय उनके केबिनेट मंत्री को है। इस तरह मंत्री के रूप में राव इन्द्रजीत सिंह व कृष्णपाल गुर्जर अपने मंत्रालयों से कोई विकास करवाने की स्थिति में नही है। जनता के लिए केवल सजावटी मंत्री है। विद्रोही ने कहा कि मनोहरलाल खट्टर के पास जो ऊर्जा मंत्रालय है, वह मोदी मित्र गौतम अडानी की तिजौरियां भरने का काम करेगा। विगत दस साल के सत्ता दुरूपयोग से मोदीजी ने ऊर्जा-बिजली क्षेत्र को जिस तरह अडानी गु्रप की बपौती बनाया है, उससे साफ है कि ऊर्जा मंत्रालय में मनोहरलाल खट्टर की स्थिति क्या होगी। विद्रोही ने आरोप लगाया कि मोदीजी हरियाणा से मनोहरलाल खट्टर, राव इन्द्रजीत सिंह व कृष्णपाल गुर्जर को केवल हरियाणा विधानसभा चुनाव के मध्यनजर मंत्री बनाया है ताकि जातिय ध्रुवीकरण की राजनीति से हरियाणा विधानसभा अपनी डूबती नैया को संभाला जा सके। Post navigation कैथल की घटना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण, यह भाजपा की नफरत और ध्रुवीकरण की राजनीति का नतीजा है: आप हरियाणा में राज्यव्यापी नशा विरोधी अभियान: ‘नशा मुक्त भारत’