हरियाणा में कांग्रेस को 2019 के मुकाबले इस बार कांग्रेस को 39,49,382 वोट ज्यादा मिले ……..

कुमारी सैलजा के कारण कांग्रेस को 2019 के मुकाबले हरियाणा में सबसे अधिक सिरसा से 5,78,415 मत अधिक मिले

सिरसा, 6 जून। भले ही इस बार बीजेपी व कांग्रेस ने हरियाणा में पांच-पांच सीटें जीत कर बराबरी पर पहुंचने का काम किया हो पर वोट बैंक पर नजर डालें तो बीजेपी को 2019 के चुनावों में मिली लीड को तोड़ते हुए इस लोकसभा चुनावों में कांग्रेस ने प्रदेश में 39 लाख 49 हजार 382 वोटों की बढ़ाए है। इसमें सबसे अधिक सिरसा लोकसभा सीट पर कांग्रेस का वोट बैंक बढ़ा है। सिरसा लोकसभा से 2019 में बीजेपी को 3,09,918 वोटों की लीड मिली थी जबकि इस बार कांग्रेस की प्रत्याशी कुमारी सैलजा को 2,68,497 वोटों की लीड मिली है। बीजेपी की लीड को कवर करने के बाद जो लीड कांग्रेस को अब मिली है इन दोनों को जोड़ दें तो कांग्रेस के 5,78,415 वोट बढे है। कुमारी सैलजा को भले ही प्रदेश में दूसरे नंबर की सबसे बड़ी लीड मिली हो पर सिरसा लोकसभा में कांग्रेस के वोट बैंक में हुए इजाफे की बात करें तो सिरसा नंबर वन पर रहा है। अगर सबसे बड़ी जीत की बात करें तो प्रदेश में रोहतक से दीपेंद्र हुड्डा को 3,45,298 वोटों की लीड मिली है। रोहतक से 2019 के चुनावों में बीजेपी को 7503 वोटों की लीड मिली थी। इस लीड को कवर करके इस बार दीपेंद्र हुड्डा ने जो बढ़त बनाई है उसके अनुसार रोहतक से कांग्रेस के 3,52,801 वोट बढ़ गए है।

प्रदेश के सभी लोकसभा क्षेत्रों में इस बार कांग्रेस के वोटों में इजाफा हुआ है। अंबाला में 2019 में बीजेपी की 3,42,345 वोटों की लीड थी जबकि इस बार कांग्रेस को 49036 वोटों की लीड मिली है। यहां से कांग्रेस ने गत चुनावों की अपेक्षा इस बार 3,91,381 वोट अधिक हासिल किए है। भिवानी-महेंद्रगढ से 2019 में 4,44,463 वोटों की लीड थी जो इस बार 41,510 की लीड बीजेपी को मिली है। यानि यहां से कांग्रेस ने पिछले चुनावों से इस बार 4,02,953 वोट अधिक प्राप्त किए है। फरीदाबाद से 2019 में बीजेपी की 6,38,239 वोटों की लीड थी जबकि इस बार यहां से बीजेपी को 1,72,914 वोटों की लीड मिली है। आंकडे के अनुसार यहां से कांग्रेस ने पिछले चुनावों की तुलना में इस बार 4,65,325 वोट अधिक प्राप्त किए है। गुरुग्राम से 2019 में बीजेपी को 3,86,256 वोटों की लीड मिली थी पर इस बार बीजेपी को 75079 वोटों की लीड मिली है यानि कि कांग्रेस को यहां से गत चुनावों की तुलना में इस बार 3,11,177 वोट अधिक मिले है। हिसार से 2019 में बीजेपी को 4,18,920 वोटों की लीड मिली थी जबकि यहां से इस बार कांग्रेस को 63,381 वोटों की लीड मिली है। इस सीट से गत चुनावों की अपेक्षा इस बार कांग्रेस ने 4,82,301 वोट अधिक प्राप्त किए है। करनाल से 2019 में बीजेपी को 6,56,142 वोटों की लीड मिली है जबकि इस बार 2,32,577 वोटों की लीड मिली है। यहां से कांग्रेस को गत चुनावों की तुलना में इस बार 4,23,565 वोट अधिक प्राप्त हुए है। कुरुक्षेत्र से 2019 में बीजेपी को 3,84,601 वोटों की लीड मिली थी और इस बार 29021 वोटों की लीड मिली है। इस लोकसभा क्षेत्र में गत चुनावों की तुलना में कांग्रेस को इस बार 3,55,580 वोट ज्यादा मिले है। सोनीपत लोकसभा की बात करें तो यहां से 2019 के चुनावों में बीजेपी को 1,64,864 वोटों की लीड मिली थी और इस बार कांग्रेस को 21,816 वोटों की लीड मिली है। यानि कि यहां से भी गत चुनावों की तुलना में इस बार कांग्रेस को 1,86,680 वोट अधिक प्राप्त हुए है।

कांग्रेस को हुआ 39.49 लाख वोटों का फायदाहरिया

णा में 2019 के लोकसभा चुनावों में सभी 10 सीटों पर बीजेपी को 73,57,347 वोट प्राप्त हुए थे। कांग्रेस को कुल 36,04,106 वोट मिले थे। इस बार बीजेपी को कुल 59,96,486 वोट मिले है जबकि कांग्रेस को 61,92,627 वोट प्राप्त हुए है। बीजेपी की 2019 की 37,53,241 वोटों की लीड को कवर करने और इस बार कांग्रेस को मिले अधिक वोटों को जोड़ा जाए तो कांग्रेस ने गत चुनावों की तुलना में इस बार 39,49,382 वोट अधिक प्राप्त किए है।

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