पर्यावरण से ही हम हैं, हमसे पर्यावरण नहीं है : बोधराज सीकरी
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गुरुग्राम। विश्व पर्यावरण दिवस के उपलक्ष्य में माधव आश्रम, नारी तू नारायणी एवं पर्यावरण संरक्षण गतिविधि गुरुग्राम के कार्यकर्ताओ के संयुक्त प्रयास से सेक्टर 46 के सामुदायिक केंद्र में वायु शुद्धिकरण एवं पर्यावरण के प्रति समाज के लोगों के जागरण हेतु अग्निहोत्र हवन यज्ञ का आयोजन बड़े ही हर्षोल्लाष के साथ किया गया। यह कार्यक्रम बिलकुल ही पर्यावरण पूरक एवं शून्य अपशिष्ट (zero waste) कार्यक्रम था।
इस कार्यक्रम में लगभग 300 हवन कुंडों पर अग्निहोत्र हवन किया गया। कार्यक्रम में एक तरफ जहाँ अग्निहोत्र की जानकारी माधव आश्रम भोपाल की संचालिका सुश्री नलिनी माधव जी व समाज सेवी श्रीमान बोध राज सीकरी जी ने पर्यावरण पर विचार व्यक्त किए और वेदों ग्रंथों का माध्यम से सिद्ध किया कि विश्व के सबसे बड़े पर्यावरणविद्ध मर्यादा पुरुषोत्तम राम और योगिराज कृष्ण थे।
पर्यावरण वह है जो कि प्रत्येक जीव के साथ जुड़ा हुआ है और हमारे चारों तरफ़ वह हमेशा व्याप्त होता है। सामान्य अर्थों में यह हमारे जीवन को प्रभावित करने वाले सभी जैविक और अजैविक तत्वों, तथ्यों, प्रक्रियाओं और घटनाओं के समुच्चय से निर्मित इकाई है।
बता दें कि इस कार्यक्रम में स्वयं सेवी संस्थाओं द्वारा भी कुछ विशेष प्रदर्शनी लगाई गई जैसे मिटटी के बर्तनों का उपयोग, मिल्लेट्स (मोटे अनाज), थैला बैंक, बायो एंजाइम, कचरे का पुनः उपयोग, गर्म हवाओँ से बचने का उपाय, इत्यादि।