-कमलेश भारतीय मेरी चुनौतीपूर्ण रोल करने की इच्छा है। इसी सोच के साथ फिल्म व थियेटर में आई हूँ । यह कहना है होली चाइल्ड स्कूल की उपप्रधानाचार्य प्रगति सिंह का, जो हाल ही में हरियाणवी फिल्म ‘जिद्द’ में एक नेगेटिव रोल में दिखाई दी है। मूल रूप से सोरखी निवासी प्रगति का जन्म सोरखी में हुआ और पापा कामरेड सतबीर हांसी धागा मिल में काम करने लगे तो हा़सी में रही और बाद में हिसार के गोविंदनगर में! यहां मैंने प्रगति को गली में खेलने से लेकर थियेटर में खेलने तक देखा है । आजकल सू्र्यनगर में ठिकाना है । -शिक्षा कितनी और कहां?-माडल टाउन के गवर्नमेंट स्कूल से आठवीं तक और फिर होली चाइल्ड स्कूल से जमा दो तक, फिर गवर्नमेंट काॅलेज से ग्रेजुएशन । एमडीयू, रोहतक से एम एस सी गणित । सिरसा की चौ देवीलाल यूनिवर्सिटी से बीएड। आजकल इग्नू से समाजशास्त्र में एम ए कर रही हूं। -स्कूल काॅलेज में किन गतिविधियों में भाग लिया?-स्कूल में भाषण प्रतियोगिता में और बाल वैज्ञानिक तो काॅलेज में हरियाणवी नृत्य, एथलेटिक्स, हैंडबाल के साथ साथ यूथ फेस्टिवल में भाग लिया । -कोई पुरस्कार?-हरियाणवी डांस टीम को राष्ट्रीय पुरस्कार मिला, जिसकी मैं भी एक सदस्य रही । हैंडबाल की राज्यस्तरीय खिलाड़ी। काॅलेज कलर मिला । -थियेटर में रूचि कब और कैसे?-जब जमा दो कक्षा में थी तब ज्ञान विज्ञान समिति की ओर से थियेटर वर्कशॉप लगाई गयी थी, जिसमें मैंने भी भाग लिया और थियेटर से लगाव हो गया। सन् 2001 से 2013 तक नुक्कड़ नाटकों में भाग लिया। -फिल्म की ओर कैसे ?-आदमपुर के कुलदीप कुणाल ने मुझे पहला अवसर दिया ‘कैम्प वनवास’ में मिसेज मोनिका प्रोफेसर के रोलर में । फिर मीरा दीवान द्वारा निर्देशित दूरदर्शन की दस्तावेजी फिल्म में आई जो कन्या भ्रूण हत्या पर केंद्रित थी। इसके बाद ‘मैं दीया’ में और अब ‘जिद्द’ के नेगेटिव रोल में । -मम्मी पापा का क्या गुण लिया?मम्मी शीला देवी से मेहनत और पापा सतबीर कामरेड से ईमानदारी ! -प्रिय एक्टर?-स्मिता पाटिल, शबाना आज़मी और नसीरुद्दीन शाह। -किन्हें गुरु मानती हो?-डांस में राजरानी मैम और फिल्म में कुलदीप कुणाल। कुलदीप अगर पहली फिल्म में न लेते तो मैं कहां होती? -लक्ष्य?-चैलेंजिंग रोल करती रहूँ। बस, इतना ही। हमारी शुभकामनाएं प्रगति सि़ह को ! Post navigation सर्वे, एग्जिट पोल, सट्टा और सत्ता ….. भाजपा में शामिल होने वाले नेता अब पछता रहे : लाल बहादुर खोवाल