कांग्रेस रेलवे लाईन व इंटरनेशनल काग्रो एयरपोर्ट के नाम पर वोट लिये किया कुछ नही

ऋषिप्रकाश कौशिक / भारत सारथी

रोहतक – लोकसभा चुनाव में सबसे ज्यादा चर्चा का विषय बनी सीट रोहतक के हार जीत की ड़ोर अब महम हलके पर आ टिकी है। सीधी बात में कहा जा सकता है कि महम हलके की जनता रोहतक लोकसभा चुनाव में निर्णायक भूमिका अदा करने वाली है इस बार यदि महम की भूमिका को कांग्रेस और भाजपा के अहम का बहम निकालने वाली भी कह दे तो कोई अतिश्योक्ति नही होगी। महम को लेकर भाजपा और कांग्रेस की ज्यादा नजरे है वो है महम के निर्दलिय विधायक बलराज कूंडु के वोट बैंक देखने को मिल रही पर है। बता दे कि यहां से बलराज कुंडू ने कांग्रेस के कद्दावर नेता आंनद सिंह और समशेर सिंह खरकड़ा को मात देते हुए निर्दलिय विधायक बन गये थे। अब बलराज कुंडू कुरूक्षेत्र में इनेलो के प्रत्याशी अभय चौटाला को समर्थन दे चुके है लेकिन अभी तक महम में उन्होंनें किसी को समर्थन नही दिया है। बलराज कुंडू के समर्थन से अलग महम में दीपेंद्र हुड्डा और अरविंद शर्मा भी अपना प्रचार अन्य हलकों की अपेक्षा ज्यादा कर रहे है। महम के हलके में दोनों प्रत्याशी एक दूसरे पर आक्रामक दिख रहे है। दीपेंद्र हुड्डा जहां भाजपा पर हलके के विकास की अनदेखी का आरोप लगा रहे तो भाजपा सांसद अपने रिपोर्ट कार्ड में सबसे ऊपर रोहतक महम हांसी रेल लाईन की सीटी बजा रहे है।

महम की वर्षो पुरानी मांग को पुरा करवाने में दोनो प्रत्याशी एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप लगा रहे है लेकिन लोग भी शांत रहते हुए मुद्दे को समझते हुए मन बना रहे है कि किसने क्या किया है। बता दे कि शिलान्यास के करीब एक दशक बाद हांसी-महम-रोहतक नई रेलवे लाइन का 16 फरवरी को रेवाड़ी से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लोकार्पण किया था । हांसी से रोहतक तक नई रेलवे लाइन की लंबाई 68.8 किलोमीटर है, जिससे हिसार से रोहतक (भिवानी के माध्यम से) के बीच 109 किलोमीटर की कुल दूरी कम होकर लगभग 94 किलोमीटर (हांसी और महम के माध्यम से) हो गई है। इस नई रेलवे लाइन (हांसी-महम-रोहतक) के अभाव में, सभी ट्रेनें पहले हिसार-हांसी-भिवानी-रोहतक तक जाती थी। वर्तमान में नई रेल लाइन पर मालगाडिय़ों का संचालन किया जा रहा इस रेलवे लाइन पर रेलगाडिय़ों के शुरू होने के बाद हिसार व हांसी से रोहतक व दिल्ली जाने वाले यात्रियों को समय और किराया दोनों में काफी बचत हो रही है। बता दें कि करीब साढ़े 12 साल के लंबे इंतजार के बाद इस ट्रैक से यात्री सीधे हांसी से दिल्ली तक का सफर कर पा रहे है ।

इस रेलवे लाईन का प्रारूप हुड्डा सरकार ने अपने प्रथम काल में शुरू किया था लेकिन इसकी मंजूरी केंद्र से न मिलने के कारण इसका कार्य नही शुरू हुआ था लेकिन कांग्रेस ने अपनी दूसरी पारी के अंतिम वर्ष में इसको मंजूरी देकर बिना किसी भूमि अधिग्रहण के ही तत्कालीन केंद्रीय रेल मंत्री मल्लिकार्जुन खडग़े और तत्कालीन मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने 28 जुलाई 2013 में हांसी-महम-रोहतक रेल लाइन परियोजना की आधारशिला रखी थी। लेकिन सच यह है कि कांग्रेस ने इस पर कोई बजट प्रस्तावित नही किया। वहीं भाजपा ने करीब 68 किलोमीटर लंबी रेल लाइन के निर्माण पर 889 करोड़ रुपए की लागत लगा कर इसे पूरा करवा महम की वर्षो पुरानी मांग को पूरा किया।

दीपेंद्र हुड्डा का सपना भाजपा ने पूरा किया लेकिन अब भी दीपेंद्र हुड्डा महम हलके के लोगों को रेलवे लाईन को अपना सपना बता कर हलके के विकास कार्य करवाने की बात कह रहे है वहीं वे महम में इंटरनेशनल कार्गो एयर पोर्ट न बनने का भी उलाहना दे रहे है। महम हलके के लोग भी यह कहने से नही चुक रहे कि दीपेंद्र हुड्डा बताये कि उन्होंनें अपने पिता भूपेंद्र सिंह हुड्डा और केंद्र में कांग्रेस की मनमोहन की सरकार में महम के एयरपोर्ट के कौन सा स्थान चिन्हित कर भुमि अधिग्रहण किया था या ये एयरपोर्ट भी रेलवे लाईन की तरह वोट हथियाने का जमुला था। महम का मतदाता अब रेलवे लाईन को भी अपने अहम से जोड़ रहा है अब देखना यह होगा कि महम किसके अहम के बहम को निकालने का काम करेगा।

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