आधे घंटे तक अपनी मांगों के समर्थन में महिलाएं बैठी रही सड़क के बीच

ग्रामीण और पुलिस के बीच होती रही लंबे समय तक जोर आजमाइश

हाईवे खुलवाने के लिए पुलिस प्रशासन को करनी पड़ी कड़ी मशक्कत

दिल्ली – जयपुर हाईवे जाम किया जाने से लगी वाहनों की लंबी कतार

प्रशासन ने कुछ मांग तुरंत मानी और कुछ मांग पूरी करने का दिया आश्वासन

फतह सिंह उजाला 

पटौदी । अपनी पूर्व घोषणा के मुताबिक मांगों के समर्थन में और सिस्टम की उदासीनता के खिलाफ ग्रामीणों के द्वारा दिल्ली जयपुर नेशनल हाईवे राठीवास मोड पर जाम किया गया । लगभग आधे घंटे तक महिलाएं और ग्रामीण बच्चों सहित राठीवास मोड पर दिल्ली जयपुर हाईवे के बीच में बैठे रहे। इससे पहले गांव दिनौकरी टेंपो स्टैंड पर राठीवास और भुड़का  सहित अन्य गांव के ग्रामीण भी बड़ी संख्या में मोतीराम राठी की अध्यक्षता में एकत्रित हुए । यहां पर विचार विमर्श किया जाने के बाद बड़ी संख्या में ग्रामीण राठीवास होते हुए दिल्ली जयपुर नेशनल हाईवे को जाम करने के लिए रवाना हो लिए। इस मौके पर बड़ी संख्या में पुलिस बल भी मौजूद रहे । ग्रामीणों को नेशनल हाईवे तक जाने से रोकने के लिए पुलिस प्रशासन के द्वारा प्रयास किया गया । इस दौरान महिला पुलिस कर्मी और ग्रामीण महिलाओं सहित अन्य ग्रामीणों के बीच भी आंख मिचोली होती रही । पुलिस की घेराबंदी को  गच्चा देकर ग्रामीण राठीवास मोड दिल्ली जयपुर नेशनल हाईवे पर पहुंच गए।

नितिन गडकरी ने दी थी अंडरपास की मंजूरी

हाईवे को जाम किया जाने की सूचना मिलते ही प्रशासन के हाथों फूल गए । ग्रामीण इसी मांग पर अड़े रहे की जिला उपयुक्त मौके पर आकर कोई ठोस आश्वासन दें । इसी मुद्दे को लेकर पुलिस प्रशासन और ग्रामीणों के बीच खींचतान भी होती रही। सड़क के बीचो-बीच बैठी ग्रामीण महिलाओं को उठाने सहित मनाने के लिए कड़ी मशक्कत करनी पड़ी । महिलाओं का विशेष रूप से कहना रहा की नियमित अंतराल पर किसी न किसी घर परिवार का लाल यहां सड़क हादसे में अपनी जान खो रहा है। बार-बार मांग किया जाने के बाद भी अंडर पास नहीं बनाया जा रहा । इसी मौके पर मौजूद सूबेदार महेंद्र सिंह, दीपक ब्लाक समिति, काला, सतीश, डॉक्टर राजकपूर, महिपाल पंच, सोनारायण, अरुण, पूर्व सरपंच धर्मबीर , रंगी मंजीत , शालू राठी , रिसालो, कुंती, आजाद, करतार इत्यादि ने बताया कि पचगांव चौक पर जब केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी आए थे, उसे समय उन्होंने राठीवास मोड पर अंडरपास बनना मंजूर किया था । इसके उपरांत केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह का ग्रामीणों के द्वारा इस मांग को पूरा किया जाने पर स्वागत भी किया गया। लेकिन कई वर्ष बीत जाने के बाद भी यह घोषणा केवल आश्वासन ही बनकर रह गई । परिणाम स्वरूप नियमित अंतराल पर यहां होने वाले सड़क हादसों में किसी ने किसी की जान जा रही है।

इन मांगों पर प्रशासन ने दी सहमति

गर्मी के मौसम में ऊपर चढ़ते पर तापमान को देखते हुए प्रशासन भी जल्द ही हरकत में आ गया । मौके पर पहुंचे मानेसर के एसडीएम दर्शन सिंह को भी ग्रामीणों के द्वारा अपनी समस्या विस्तार से बताई गई। ग्रामीणों ने मांग की जब तक ठोस आश्वासन समस्या के समाधान का नहीं मिलता उनका आंदोलन इसी प्रकार से जारी रहेगा। मौके पर पहुंचे एसडीएम दर्शन सिंह तथा  एन एच आई के अधिकारी द्वारा वरिष्ठ अधिकारियों से चर्चा के बाद तुरंत  प्रभाव से राठीवास मोड़ पर कट को खोल दिया गया और 2 पुलिस वालो की ड्यूटी लगा दी गई। जो कि गांव वालों को हाइवे क्रास करने में मदद करेंगे। सर्विस रोड को जल्द से जल्द  रिपेयर करवाने का भी आश्वासन दिया गया। सर्विस रोड पर 1 किलोमीटर दाएं और 1 किलोमीटर बाएं कोई भी गाड़ी खड़ी नही होगी। अंडरपास या फिर फ्लाई ओवर का काम 6 महीने में शुरू हो जाएगा । इसका निर्माण आरंभ नहीं  हुआ तो एन एच आई के खिलाफ एफ आई आर की जाएगी। इसके बाद ही ग्रामीणों के द्वारा अपना आंदोलन स्थगित किया गया और प्रशासन ने भी राहत की सांस ली।

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