-कमलेश भारतीय

आखिरकार कर्नाटक ही नहीं देश में राजनीति का घिनौना चेहरा बने पूर्व प्रधानमंत्री एच डी देवगौड़ा के पौत्र व सांसद प्रज्ज्वल के पिता विधायक एचडी रेवन्ना को एसआईटी‌ ने गिरफ्तार कर लिया । रेवन्ना पिता देवगौड़ा के बेंगलूर के पद्मनाभनगर वाले घर में छिपे थे । सांसद बेटे प्रज्ज्वल का लुक आउट नोटिस जारी हो चुका है और ऐसा माना जा रहा है कि प्रज्ज्वल विदेश भाग गये हैं और कांग्रेस यह आरोप लगा रही है कि भाजपा ने प्रज्ज्वल को विदेश भागने में मदद की। यही नहीं भाजपा के शीर्ष नेता ने प्रज्ज्वल के लिए वोट भी मांगे !

किस्सा कोताह यह है कि जेडीएस पार्टी की एक महिला वर्कर‌ ने‌ प्रज्ज्वल पर बंदूक की नोक पर दुष्कर्म करने और इसका वीडियो बना कर वायरल‌ करने‌ की धमकी देकर यौन शोषण करते रहने की शिकायत की थी । रेवन्ना के इशारे पर किडनैप की गयी महिला को कल मुक्त करवा लिया गया । रेवन्ना के एक समर्थक के मकान में पीड़ित महिला को किडनैप कर रखा गया था ! सच्चाई को दबाने की कोशिश की जा रही थी ।

राजनीति का यह घिनौना चेहरा पहली बार सामने नहीं आया । बहुत पहले कभी लुधियाना(पंजाब) से कांग्रेस के सांसद देवेंद्र गर्चा के चर्चे हुए‌ थे, जब उन्होंने अपनी महिला मित्र को दिल्ली के किसी माँहोटल से नीचे फेंक दिया था । यह शायद मेरे होश संभालने के बाद से याददाश्त में पहली ऐसी वारदात रही‌ होगी । फिर सुशील शर्मा का तंदूर कांड भी कांग्रेस के दामन में बहुत बड़ा दाग लगा गया, भाजपा को तंदूर रख कर प्रदर्शन करने का सुनहरा अवसर मिल गया था और जितना इस कांड को भुनाया जा सकता था, भाजपा ने भुनाया था ! वैसे कांग्रेस के बड़े नेता शशि थरूर भी अपनी पत्नी की मृत्यु को लेकर आशंकाओं में घिरे लेकिन उन पर आरोप साबित नहीं हुए और वे राजनीति में बने हुए हैं ।

राजनीति में राजस्थान का ‘भंवरी का़ड’ भी एक बड़ा उदाहरण है, जब मुख्यमंत्री पद के दावेदार महीपाल मदरेणा को जेल‌ की हवा खानी पड़ी और उनकी राजनीति चौपट हो गयी । इस पर क्राइम पेट्रोल पर भी एक एपिसोड बना था ।

राजनीति और सेक्स का इस तरह चोली दामन का साथ कहा जा सकता है । ‌अनेक समारोहों में नेताओं को अनेक महिलायें मिलती हैं और कुछ महत्वाकांक्षाओं के चलते काफी निकट आ जाती हैं और फिर इस तरह का कोई सेक्स कांड सामने आ जाता है । केवल प्रज्ज्वल ही राजनीति का घिनौना चेहरा नहीं लेकिन प्रज्ज्वल के बहाने ये सारे मामले फिर से देश के सामने आ गये । ‌राजनीति में स्वच्छ व स्वस्थ सोच बहुत जरूरी है। ‌यह समाजसेवा का क्षेत्र है न कि किसी भी प्रकार के शोषण का, फिर चाहे वह यौन शोषण ही क्यों न हो !

-पूर्व उपाध्यक्ष, हरियाणा ग्रंथ अकादमी। 9416047075

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