नेताओ की ज़ुबान एसवाईएल पर क्यों नहीं खुल रही- जयहिन्द

रौनक शर्मा

रोहतक/जयहिन्द सेना प्रमुख नवीन जयहिन्द रोहतक के सिंचाई विभाग में किसानों की आवाज उठाने के चलते एक्सइन ऑफिस पर गमछा बाँधने की वजह से सुर्ख़ियों में थे । इस गमछे का बांधने का कारण था किसानों और जनता को पानी नहीं मिल रहा था | जयहिंद वीरवार को जज रवि अमितोज जी की कोर्ट में पेश हुए | इस मामले में अगली तारीख 10 सितम्बर की मिली है |

जयहिंद ने पत्रकारों से बातचीत में बताया कि किसान बार-बार सिंचाई विभाग के चक्कर काट रहे थे लेकिन उनकी कोई सुन नहीं रहा था | फिर वे किसान अपनी परेशानी लेकर उनके पास आये और वो फिर सिंचाई विभाग में एक्सइएन ऑफिस पर पहुचें | दफ्तर पर पहले ही ताला लगा हुआ था और कोई भी स्टाफ मोजूद नहीं था | न तो उन्होंने किसी तरह की सरकारी काम में बाधा डाली न ही सरकारी सम्पति को नुकसान पहुँचाया है | किसान जो इतने दिनों से सरकारी दफ़्तर के चक्कर काट रहे थे आला अधिकारियों ने तुरंत संज्ञान लिया और किसानों की समस्या का समाधान करवाया।

जयहिंद ने कैदियों के वोट डालने के अधिकार की आवाज उठाते हुए कहा कि जब एक नेता अपराधी होकर चुनाव लड़ सकता है , खुलेआम प्रचार कर सकता है वही 25 हजार से भी ज्यादा विचाराधीन कैदी प्रदेश की जेलों में बंद है | उन्हें भी अपना मत इस्तेमाल करने का अधिकार मिले | बैलेट पेपर से जब वोट पड़ रही है तो चुनाव आयोग और प्रशासन जेलों में बंद इन कैदियों को भी वोट डालने की इज्जत दे व् बैलेट पेपर से वोट डालने का प्रबंध करें | वोट डालना सबका अधिकार

मटका प्रदर्शन करने वाले नेताओ की जुबान एसवाईएल पर क्यों बंद हैं – जयहिंद

जयहिंद ने वही प्रदेश की पानी की समस्या पर कहा कि पानी एक ऐसी चीज है जो हर किसी चाहिए इंसान, पशु -पक्षी , खेती के लिए , पेड़ -पौधों के लिए | आज प्रदेश के लगभग 17 जिलों में पीने के पानी की कमी है | लोग गंदा पानी पीने को मजबूर है | अब चुनाव में वैसे तो नेता बढ़ चढ़ कर बयानबाजी कर रहे है | लेकिन एसवाईएल पर खुलकर कोई भी नेता नही बोल रहा है | कोई मटका प्रदर्शन कर है कोई ज्ञापन दे रहा है लेकिन खुल एसवाईएल का पानी हरियाणा का हक़ है कोई नहीं कह रहा है | माननीय सुप्रीम कोर्ट का आदेश है कि हरियाणा को पानी का हक़ मिले | कम से कम सभी पार्टियों के नेता माननीय सुप्रीम कोर्ट के आदेश को तो बोल सकते है |

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