सीएम के सामने पंडित रामबिलास शर्मा का छलका दर्द

पंडित रामबिलास शर्मा का नांगल चौधरी विधायक पर तंज ‘कदै कदै गादड़ा सूं सिंह हार जावै,समय को भरोसो कोनी, कब पलटी मार जावै’

गार्गी कक्कड़ को डपट, कहा जिस भाजपा रूपी पौधे को लगाया जब उसकी छाया में बैठने का समय आया तो कहते हैं समय नहीं है

ओम प्रकाश यादव को पूर्व मंत्री कहने पर बिफरे पंडित जी बोले 4 जून के बाद फिर बनेंगे मंत्री

अशोक कुमार कौशिक 

रविवार को नांगल चौधरी की भाजपा विजय संकल्प रैली अनेक प्रश्न खड़े कर दिए। हरियाणा के पड़ोस राजस्थान अलवर, सीकर, झुंझुनू व जयपुर ग्रामीण में लोगों की नाराजगी के मद्दे नजर कम वोटिंग के चलते भयभीत भाजपा नेता दक्षिणी हरियाणा में जुटे। उसका लाभ होने की बजाय नुकसान होता दिखाई दे रहा है। जिला महेंद्रगढ़ गुटबाजी सामने आ गई। यह हालत तब हैं जब शनिवार को गांव सिहमा में जबरदस्त विरोध हुआ था और उसकी भरपाई करने के लिए भाजपा के लोग मैदान में उतर आए थे। उन्होंने विरोध को यह कहकर प्रचारित करना शुरू कर दिया कि यह कुछ कांग्रेस के लोगों द्वारा किया गया है।

प्रदेश में पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर की मुखालफत को लेकर भाजपा का एक गुट हाई कमान को प्रदेश में उनके द्वारा लिए गए निर्णय से नफे नुकसान की बात को रोजाना ‘ब्रीफिंग’ कर रहा है। मनोहर लाल खट्टर का एक निर्णय का विरोध नांगल चौधरी के विधायक डॉ अभय सिंह यादव को अधिक तवज्जों देने पर मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के सामने भी खुल गया। जिले के अनेक पदाधिकारी डॉ अभय सिंह को अधिक तवज्जों देने पर मुखर होते दिखाई दे रहे हैं। यह हालत तब है जब शनिवार को नारनौल विधानसभा के गांव सिहमा में भाजपा के लोकसभा प्रत्याशी चौधरी धर्मवीर सिंह को ग्रामीणों के विरोध का सामना करना पड़ा था। लगता है भाजपा की इस गुट बाजी का सीधा नुकसान भाजपा प्रत्याशी को वहन करना पड़ेगा। 

रविवार को जिला महेंद्रगढ़ के नांगल चौधरी कस्बे में हुई भाजपा ‘विजय संकल्प रैली’ में सीएम नायब सिंह सैनी की मौजूदगी में भाजपा नेताओं ने जमकर कटाक्ष किये। पूर्व प्रदेशाध्यक्ष व पूर्व कैबिनेट मंत्री वरिष्ठ नेता रामबिलास शर्मा ने तो मंच से ही रैली के आयोजक और प्रदेश के सिंचाई मंत्री अभय सिंह यादव पर तंज कस दिया। उन्होंने कहा की ‘कदै कदै गादड़ा सू सिंह हार जावै, समय को भरोसो कोनी कब पलटी मार जावै’। पंडित जी यही नहीं रुके उन्होंने तो यहां तक कह दिया कि 4 जून के बाद हरियाणा में एक बार फिर शपथ ग्रहण समारोह होगा और ओम प्रकाश यादव को मंत्री बनाया जाएगा। 

जब लोगों के बीच पंडित रामविलास शर्मा अपनी बयार में भाषण दे रहे थे, तभी पीछे से गार्गी कक्कड़ ने उनका कुर्ता यह कहते हुए खिंचा और कहा कि समय का अभाव है वह अपना भाषण जल्दी खत्म करें। इस पर पंडित रामबिलास शर्मा का दर्द छलक गया और उन्होंने सीधे शब्दों में कह दिया कि आजकल के नए भाजपा के लोग उन्हें पसंद नहीं करते। उन्हें इस बात की पीड़ा है कि जिस भाजपा रुपी पौधे को उन्होंने लगाया और जीवन भर सिंचा, जब छाया में बैठने का समय आया तो उनको कहा जा रहा है कि समय का अभाव है। 

सीएम की जनसभाएं की जा रही है पार्टी ने इन्हें विजय संकल्प रैली का नाम दिया है रविवार को नांगल चौधरी के विधायक और प्रदेश के सिंचाई मंत्री डॉ अभय सिंह यादव ने अपने यहां विजय संकल्प रैली की थी। नारनौल में यह रैली मंगलवार को आयोजित है। 

इस रैली में हरियाणा भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष व मंत्री रह चुके पंडित रामबिलास शर्मा ने नारनौल के विधायक ओम प्रकाश यादव को पूर्व मंत्री कहे जाने का विरोध करते हुए कहा कि ‘कदै कदै गादड़ा सू सिंह हार जावै, समय को भरोसो कोनी कब पलटी मार जावै’। प्रदेश के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी मेरे अजीज हैं और 4 जून के बाद हरियाणा में एक बार फिर शपथ ग्रहण समारोह होगा जिसमें ओमप्रकाश यादव मंत्री बनाए जाएंगे कहकर सनसनी फैला दी।

अपने अतीत के इतिहास को लेकर और भाजपा को मजबूती करने में अपने योगदान को लेकर दर्द भी बयां कर दिया। कहा कि भाजपा रूपी पेड़ को सिंचने और बड़ा करने में उनका जीवन गुजर गया। जब छाया में बैठने का समय आया तो यह नए लोग कह रहे हैं कि उनके पास समय नहीं है। पंडित रामबिलास शर्मा की पीड़ा से यह स्पष्ट हो गया की रैलियां में जाना उनकी मजबूरी अवश्य है पर भाजपा के लोगों को पुराने लोगों को महत्व ने देना उसके लिए नुकसानदायक सिद्ध हो सकता है। 

यहां यह बता दे की 4 जून को ही लोकसभा के अलावा करनाल विधानसभा सीट पर हो रहे उपचुनाव का नतीजा आएगा। जहां से खुद नायब सिंह सैनी मैदान में उतरे हैं। प्रदेश में रणजीत चौटाला राज्य मंत्री मंडल से इस्तीफा दे चुके हैं और वह हिसार से लोकसभा प्रत्याशी हैं। ऐसे में सैनी कैबिनेट में मंत्री पद खाली है। रामबिलास शर्मा ने एक तरह से ओम प्रकाश यादव को दोबारा मंत्री बनने का इशारा किया है। इसके साथ यह संदेश देने की भी कोशिश की है की नांगल चौधरी के विधायक डॉक्टर अभय सिंह को अधिक महत्व देने से भाजपा को नुकसान हो सकता है। 

यहां यह बता दे की डॉक्टर अभय सिंह के खिलाफ अहीरवाल के राव राजा इंद्रजीत सिंह पहले से ही है। इसके बाद पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर की शह पर डॉ अभय सिंह को अधिक महत्व दिए जाने पर पुराने भाजपा नेताओं में बेचैनी है। पंडित रामबिलास शर्मा द्वारा रैली में कही गई बातों को लेकर राजनीतिक पंडित कई मायने निकाल रहे हैं। 

यहां यह भी बताना जरूरी है कि डॉक्टर अभय सिंह यादव अहीरवाल बेल्ट में राव इंद्रजीत सिंह के बाद भाजपा के उभरते नेता हैं। मनोहर लाल खट्टर के इशारे पर पार्टी ने नारनौल के विधायक ओम प्रकाश यादव को मंत्री पद से हटकर अभय सिंह यादव को मंत्री बनाकर यह संकेत भी दे दिया कि अब वह नए चेहरों की तरफ देख रही है। अहीरवाल क्षेत्र में अपने बढ़ते कद की वजह से अभय सिंह यादव भाजपा के कुछ पुराने नेताओं की आंख में भी खटक रहे हैं। पर पुराने नेताओं ने उनके द्वारा आयोजित दौगड़ा अहीर की रैली में अभय सिंह यादव को अपनी ताकत का एहसास भी करवा दिया था। 

महेंद्रगढ़ जिले की नांगल चौधरी विधानसभा सीट भिवानी महेंद्रगढ़ लोकसभा हलके में आती है। जहां से भाजपा ने चौधरी धर्मवीर सिंह को लगातार तीसरी बार टिकट दिया है। भाजपा नेताओं की आपसी खींचतान ऐसी जारी रही तो धर्मवीर की मुश्किलें बढ़ना तय है। इसका एक नजारा नारनौल विधानसभा के गांव सीहमा व अटेली विधानसभा के गांव दोंगड़ा अहीर में उप तहसील बनाए जाने के मामले को लेकर गर्माया हुआ है। जिसकी परिणीति में शनिवार को गांव सीहमा में भाजपा प्रत्याशी को जनता के विरोध का सामना करना पड़ा था। विरोध में काले झंडे भी दिखाए गए । जब यह बात मीडिया और सोशल मीडिया पर छा गई तब इसकी भरपाई के लिए भाजपा से जुड़े गांव के लोगों को मैदान में उतारा गया । उनके द्वारा यह प्रचारित करवाया गया कि जिस व्यक्ति ने काले झंडे दिखाए हैं वह कांग्रेस से जुड़ा हुआ है। इस विरोध को लेकर गांव दो घड़ो में बंट गया। एक धड़ा भाजपा प्रत्याशी का विरोध कर रहा है, वही दूसरा धड़ा उनका पक्ष ले रहा है। यहां यह भी बता दे की नारनौल और अटेली विधानसभा के दोनों गांव को सांसद चौधरी धर्मवीर सिंह ने गोद लिया हुआ था। 

यहां यह भी बता दें कि मनोहर लाल खट्टर के खिलाफ उत्तर में अनिल विज झंडा उठाए हुए हैं तो वही अहीरवाल में भी इसके विरोध के स्वर उठने लगे हैं। मनोहर लाल खट्टर की गलत नीतियों के कारण ही भाजपा प्रत्याशियों का जगह-जगह विरोध हो रहा है। अब यह तो आने वाला चुनाव परिणाम ही तय करेगा कि मनोहर लाल खट्टर का निर्णय सही था या उनको भी भाजपा इतिहास का एक पन्ना बना देगी।

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