हिसार – आज सेक्टर 15 – ए , हिसार के हेरिटेज – पार्क में भारतीय योग संस्थान का स्थापना दिवस बड़े उत्साह एवं हर्षोल्लास से मनाया गया । कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलन , सरस्वती वंदना एवं गायत्री मंत्र से हुआ । मंच संचालन श्रीमती सुनीता बहल ने किया। योग – साधना के इस कार्यक्रम में श्री अशोक गोयल, डा: सुरेन्द्र बहल श्रीमती सुनीता बहल , डॉ कमलेश कुकरेज़ा , डॉ पुष्पा खरब , श्रीमती मंजू अरोड़ा और श्री रामेश्वर गोदारा ने साधकों को विभिन्न योगासनों का अभ्यास करवाया और साधकों को योग के लिए प्रेरित किया । डॉ पुष्पा खरब एवं कमलेश कुकरेजा ने दो प्रभु भक्ति – गीत “मुझे दाता बहुत कुछ दिया है ……तेरा शुक्र ने सबको मंत्रमुग्ध कर दिया । भारतीय योग संस्थान , हिसार इकाई के प्रधान श्री सुरेश जांगड़ा ने योग के लाभ, संस्थान का महत्व एवं योग मंजरी के विषय में विस्तारपूर्वक वर्णन किया । उन्होंन कहा कि भारतीय योग संस्थान ने भारतीय संस्कृति की महान मानवतावादी देन “वसुदैव कुटुम्कम” को अपनाया है । विश्व में सब सुखी हो, निरोग एवं शांति को आधार मानकर स्वर्गीय श्री प्रकाश लाल जी ने आज के दिन 1967 को भारतीय योग संस्थान की दिल्ली में स्थापना की । उनके अथक प्रयास से आज भारतीय योग संस्थान द्वारा देश- विदेश में 4500 – से अधिक योग केंद्र चलाए जा रहे हैं। डॉ जे के डाँग ने अपने अध्यक्षीय भाषण में साधकों को संबोधित करते हुए कहा कि योग एक आध्यात्मिक प्रक्रिया है ।मन को शब्दों से मुक्त करके अपने आपको शांति और रिक्तता से जोड़ना ही योग है । योग से मन की शान्ति ,तनाव मुक्त जीवन , शरीर की थकान और रोग मुक्त शरीर होता है । डा: डाँग ने श्री सुरेश जांगड़ा एवं भिन्न- भिन्न पार्कों से आए सब साधकों का आभार व्यक्त किया और धन्यवाद किया।उन्होंनसाधकों से निवेदन किया कि अपने साथ और साथियों को योग से जोड़ें। शान्ति पाठ एवं प्रसाद वितरण के साथ स्थापना दिवस समारोह का समापन हुआ । इस समारोह में 40- से अधिक साधकों ने भाग लिया। Post navigation सपने बिखरने लगे ………… नेता बिछुड़ने लगे राजनीति, विचारधारा और घर वापसी ………