हरियाणा के राजनीतिक गलियारों में सरगर्मियां हुईं तेज आज पूर्व विधायक राणा ने दिया जजपा से इस्तीफा भारत सारथी/ कौशिक चंडीगढ़ । प्रदेश में सत्ता परिवर्तन के बाद से एक के बाद एक झटके झेल रही जननायक जनता पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष एवं संस्थापक सदस्यों में शुमार निशान सिंह तथा राष्ट्रीय महासचिव कमलेश सैनी ने मंगलवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया। आज पूर्व विधायक सतविंदर सिंह राणा ने भी जननायक जनता पार्टी को अलविदा कह दिया। पार्टी में तेजी से हो रही टूट को लेकर जजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अजय सिंह चौटाला ने मंगलवार को एक बड़ा बयान देते हुए कहा कि चौटाला साहब (ओपी चौटाला) अगर पहल करें तो जननायक जनता पार्टी इनेलो के साथ आने को तैयार है। इससे लोकसभा चुनाव को लेकर हरियाणा के राजनीतिक गलियारों में सरगर्मियां तेज हो गई हैं। जजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष अजय सिंह चौटाला ने इनेलो पार्टी के साथ जाने के संकेत दिए हैं। बता दें कि अजय चौटाला भिवानी-महेंद्रगढ़ लोकसभा क्षेत्र से जजपा के प्रत्याशी राव बहादुर सिंह के पक्ष में दादरी के कई गांवों में पहुंचे थे। फैसला ओपी चौटाला पर ही निर्भर वहीं उन्होंने इस दौरान पत्रकारों से रू-ब-रू होते हुए कहा कि अब मिलाप के लिए ये चौटाला साहब पर ही निर्भर करता है। जजपा प्रदेशाध्यक्ष निशान सिंह के पार्टी छोड़ने के सवाल पर उन्होंने कहा कि पहले उन्होंने कभी किसी तरह की नाराजगी उनके समक्ष जाहिर नहीं की। वहीं मालूम हो रहा है जजपा के 3 विधायकों में से 2 विधायक जल्द ही बीजेपी शामिल हो सकते हैं। सूत्रों के हवाले से जानकारी है कि चुनाव से पहले इन लोगों को भाजपा में शामिल करने की पूरी रणनीति तैयार है। निशान सिंह के इस्तीफे के बाद कांग्रेस में शामिल होने की संभावना है। कयास लगाए जा रहे हैं कि जेजेपी के कई विधायक भी उनके साथ जाएंगे। निशान सिंह ने मीडिया से बातचीत में कहा कि वह दो-चार दिनों में समर्थकों से सलाह-मशविरा करके फैसला लेंगे। निशान सिंह के पार्टी छोड़ने के साथ ही फतेहाबाद में कई पदाधिकारियों ने इस्तीफे देने शुरू कर दिए हैं। प्रदेश उपाध्यक्ष सुरेंद्र लेगा, महिला विंग की प्रदेश महासचिव ममता कटारिया, महिला नेत्री रेखा शाक्य ने पार्टी छोड़ने की घोषणा कर दी है। नारनौल नगर परिषद की चेयरपर्सन और जजपा की राष्ट्रीय महासचिव कमलेश सैनी ने भी पार्टी छोड़ दी है। वे किस पार्टी में जाएंगी इसका खुलासा नहीं किया है, हालांकि कमलेश के भाजपा में जाने की अटकलें लगाई जा रही हैं। हरियाणा में बीजेपी के साथ साढ़े चार साल का गठबंधन तोड़ने के बाद, अजय चौटाला के नेतृत्व वाली जेजेपी ने पिछले महीने घोषणा की थी कि वह राज्य की सभी 10 लोकसभा सीटों पर अपने दम पर चुनाव लड़ेगी। हरियाणा की सभी 10 सीटों पर लोकसभा चुनाव 25 मई को होंगे। बीजेपी ने पहले ही सभी सीटों पर अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है। कमलेश सैनी ने भी दिया इस्तीफा वहीं जेजेपी प्रदेश अध्यक्ष निशान सिंह के अलावा पार्टी की राष्ट्रीय महासचिव और नारनौल नगर परिषद की चेयरपर्सन कमलेश सैनी ने भी पार्टी को अलविदा कहा है. उन्होंने जेजेपी अध्यक्ष अजय चौटाला को ई-मेल के माध्यम से इस्तीफा भेजा है। उनके इस्तीफे में लिखा गया है कि तत्काल प्रभाव से उनका त्याग पत्र माना जाए। बीजेपी से गठबंधन टूटने के साथ जेजेपी में मनमुटाव बढ़ा बीजेपी से गठबंधन टूटने के साथ ही जेजेपी नेताओं में मनमुटाव की खबरें आ रही हैं। जेजेपी के कुछ विधायक भी नाराज बताए जा रहे हैं। वहीं निशान सिंह की नाराजगी पहले भी देखने को मिली थी, जब 2019 कांग्रेस छोड़कर जेजेपी में शामिल हुए देवेंद्र बबली को उनकी जगह टिकट दे दिया गया था। निशान सिंह 2000 में टोहाना से विधानसभा का चुनाव जीता था। वे टोहाना से 2019 में विधानसभा चुनाव के समय प्रबल दावेदार माने जा रहे थे। लेकिन, पार्टी ने देवेंद्र बबली को टोहाना से चुनाव मैदान मे उतारा। उस समय निशान सिंह की नाराजगी नजर आई थी। Post navigation कांग्रेस ने वोटों की राजनीति की, जबकि पीएम मोदी देश के विकास के लिए काम कर रहे है : नायब सैनी परमिशन रिजेक्ट कर गालियां लिखने के मामले में चुनाव आयोग ने लीपापोती की कार्रवाई की : अनुराग ढांडा